chandrapratapsingh
Nov 17, 20222 min
लखनऊ, 17 नवंबर 2022 : उत्तर प्रदेश में एक अध्यक्ष और पांच क्षेत्रीय अध्यक्ष का फार्मूला अपनाने वाली अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी ने विधानसभा चुनाव 2022 के दौरान गठित सभी समितियों को तत्काल प्रभाव से भंग कर दिया है। उत्तर प्रदेश में एक लोकसभा और दो विधानसभा चुनाव में अपने प्रत्याशी नहीं उतारने वाली कांग्रेस अब नए कलेवर में दिखेगी।
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष के मल्लिाकार्जुन खरगे ने उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव 2022 के उद्देश्य से गठित सभी समितियों को तत्काल प्रभाव से भंग करने के प्रस्ताव को मंजूरी दी है। इसके बाद से अब कांग्रेस उत्तर प्रदेश में नए कलेवर में दिखेगी।
उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के नए अध्यक्ष बृजलाल खबरी समेत छह जोनल अध्यक्षों ने अपना कार्यभार संभाल लिया है। इसके बाद से नई कार्यकारिणी का गठन अभी तक नहीं हुआ है। उत्तर प्रदेश में निकाय चुनाव लड़ने की तैयारी में जुटी कांग्रेस के सामने पहला लक्ष्य अपनी कार्यकारिणी और समितियों के गठन का है।
कांग्रेस की राज्य इकाई लगभग सभी जिलों में अंदरूनी कलह जैसे मुद्दों से जूझती नजर आ रही है। इसी कारण लगता है कि पार्टी को शहरी स्थानीय निकायों के चुनावों से पहले प्रदेश की कार्यकारिणी और समितियों के गठन में समय लग रहा है। प्रदेश कांग्रेस कमेटी की अभी तक एक कार्यकारी समिति नहीं है। यूपीसीसी की नई कार्यकारी समिति में 120 से 130 सदस्य हो सकते हैं। अभी तक नवनियुक्त जोनल अध्यक्ष उन्हें आवंटित जिलों का दौरा कर रहे हैं। इन दौरों के पूरा होने के बाद जल्द ही कार्यकारी समिति का गठन किया जा सकता है।
उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी में केवल एक कार्यकारी समिति होगी। इसके नए पदाधिकारी अपने-अपने जिले के जोनल-अध्यक्ष प्रभारी के माध्यम से यूपीसीसी अध्यक्ष को रिपोर्ट करेंगे। अब कांग्रेस अधिकांश जिलों में नए अध्यक्षों की नियुक्ति भी कर सकती है और इस प्रक्रिया में भी कुछ समय लगेगा।
उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष बृजलाल खाबरी के साथ ही जोनल अध्यक्ष नसीमुद्दीन सिद्दीकी, नकुल दुबे, अनिल यादव, योगेश दीक्षित, अजय राय और विधायक वीरेन्द्र चौधरी ने अपना कार्यभार संभाल लिया। इसके बाद सिर्फ अध्यक्ष बृजलाल खाबरी ने मीडिया से वार्ता की। करीब एक महीने बाद भी अभी कांग्रेस को अपना मोर्चा तैयार करना है।