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Jun 30, 20203 min

शुक्र है दिल्ली में शाह है !

एक लापरवाह मुख्यमंत्री की सनक के कारण हिन्दुस्तान की राजधानी दिल्ली आज दुनिया की कोरोना कैपिटल बनने के कगार पर पहुंच गई है। कोरोना संक्रमण के मामले में दिल्ली ने सिर्फ मुंबई को ही नहीं पछाड़ा है बल्कि दिल्ली दुनिया के 166 देशों से आगे निकल चुकी है। सिर्फ जून के महीने में ही 50 हजार से ज्यादा कोरोना संक्रमण के मरीज दिल्ली में सामने आ चुके हैं। अगर केजरीवाल सरकार की बात पर ही यकीन करें तो जुलाई के आखिर तक दिल्ली में पांच लाख से ज्यादा कोरोना संक्रमित मरीज होंगे। कोरोना मरीजों की मौत के मामले में भी दिल्ली देश में पहले स्थान पर है।

लॉकडाउन हटाने के बाद से दिल्ली में कोरोना के बेकाबू हो गया है। यहां यह बताना जरूरी है कि लॉकडाउन हटाने की वकालत करने वालों में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल सबसे आगे थे। केजरीवाल रोजाना टेलीविजन पर आकर दिल्ली समेत पूरे देश की जनता को बार-बार बताते थे कि कोरोना से मुकाबले के लिए उनकी सरकार की तैयारी पूरी है बस अब लॉकडाउन को हटा दिया जाए। इतना ही नहीं चंद महीने पहले चुनाव के वक्त मुफ्त की रेवड़ियां बांटकर खजाना लुटाने वाले केजरीवाल अचानक खाली खजाने का रोना भी रोने लगे थे।

केंद्र सरकार ने राज्यों की बढ़ती मांग पर जब लॉकडाउन में ढील देने का फैसला किया तो केजरीवाल सरकार ने सबसे पहले शराब के ठेकों का शटर उठाया। उसके बाद शराब के ठेकों पर भीड़ ने सोशल डिस्टेंसिंग की खुलेआम धज्जियां उड़ाई। हालांकि केजरीवाल की आंखों पर तो इसके बावजूद बेशर्मी का चश्मा चढ़ा रहा। कोरोना से निपटने की तैयारियां करने की बजाय वो सिर्फ टीवी चैनलों के कैमरों के सामने अपने चेहरों को चमकाने में लगे रहे और जब हालात हाथ से निकलते दिखे तो क्लास में पिटे बच्चों की तरह उन्ही कैमरों के सामने रोना-धोना शुरू कर दिया।

लेकिन शुक्र है कि दिल्ली में शाह है। जी हां, जब कोरोना के सामने दिल्ली को लाचार छोडडकर केजरीवाल एंड कंपनी भाग खड़ी हुई तो दिल्ली वालों को बचाने के लिए वही अमित शाह सामने आए जिसे महज तीन महीने पहले दिल्ली वालों ने मुफ्त बिजली-पानी के लालच में नकार दिया था। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दिल्ली में कोरोना के खिलाफ जंग की कमान अब अपने हाथों में ले ली है। अमित शाह ना केवल दिल्ली में कोरोना से निपटने की तैयारियों पर सीधे नजर रख रहे हैं बल्कि उनके दिशा निर्देश पर महज 15 दिन के भीतर दिल्ली में एशिया का सबसे बड़ा कोरोना केयर सेंटर बनकर भी तैयार हो गया। यहां यह बताना जरूरी है कि राधा स्वामी सत्संग में बने इस 10 हजार बैड की क्षमता वाले कोरोना केयर सेंटर के लिए अमित शाह ने खुद सत्संग के संचालकों से बात की थी।

दिल्ली में आज कोरोना संक्रमित इलाकों में बड़े पैमाने पर टेस्टिंग हो रही है। अमित शाह ने अर्द्ध सैनिक बलों की टीमें दिल्लीवालों की सेहत की सुरक्षा के लिए तैनात कर दी है। डॉक्टरों की टीमें घर-घर सर्वे कर रही है, ताकि कोरोना के फैलाव पर काबू पाया जा सके।

अमित शाह और उनकी पूरी टीम जहां रात-दिन दिल्ली को कोरोना से बचाने में लगे हैं तो वहीं केजरीवाल एंड कंपनी अभी भी राजनीति करने में जुटी है। एक ओर जहां केजरीवाल अपनी खामियों का ठीकरा बेहिचक केंद्र सरकार के सिर पर फोड़ रहे हैं तो वहीं केंद्र के कामों का क्रेडिट लेने में भी संकोच नहीं कर रहे।

रविन्द्र चौधरी, वरिष्ठ पत्रकार, ज़ी मीडिया

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