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Sep 25, 20222 min

बाढ़ प्रभावित 12 जिलों के किसानों को मिलेगा मुआवजा, शासन ने भेजी 876 करोड़ की धनराशि

लखनऊ, 25 सितंबर 2022 : उत्तर प्रदेश सरकार नेसूखा प्रभावित 62 जिलोंके साथ हीसाथ बाढ़ प्रभावितजिलों के किसानोंकी भी सुधली है। सीएमयोगी आदित्यनाथ नेअंत्योदय के प्रणेतापंडित दीनदयाल उपाध्यायकी जयंती परबाढ़ के प्रभावित 12 जिलों के किसानोंके नुकसान कीभरपाई के लिएसहायता उपलब्ध करा दीहै।

उत्तर प्रदेश शासनने बाढ़ सेप्रभावित 12 जिलों में किसानोंको मुआवजा देनेके लिए 876 करोड़की धनराशि कोजिलों में भेजाहै। मुख्यमंत्री योगीआदित्यनाथ ने कहाकि किसान हमाराअन्नदाता है। हमकोउसकी काफी चिंताभी है। हमनेबाढ़ प्रभावित 12 जनपदोंमें किसानों कोमुआवजा देने केलिए 876 करोड़ रुपये भेजेहैं।

इससे पहलेभी 62 जनपदों मेंसमय पर बारिशनहीं हुई। उनजनपदों में सरकारकिसानों को दलहन, तिलहन और सब्जीके बीज मुफ्तमें उपलब्ध करारही है। मुख्यमंत्रीने कहा किसिर्फ इतना हीनहीं आज तोहम कुछ किसानोंको ट्रैक्टर भीउपलब्ध करा रहेहैं। जिससे कियह कम समयमें अधिक औरउन्नत उपज काउत्पादन करने मेंसफल हों।

प्रदेश में सूखेका भी सर्वेजारी, किसानों कोमिलेगा मुआवजा

योगी आदित्यनाथने कहा किइस साल 62 जिलोंमें समय परबारिश नहीं हुई।इन जिलों मेंकिसानों को दलहन, तिलहन और सब्जियोंके बीज उपलब्धकराने के निर्देशदिए गए हैं।पिछले दस दिनोंमें अत्यधिक बारिशके कारण भीकिसानों को नुकसानहुआ है। 12 जिलोंमें बाढ़ सेखेती का नुकसानहुआ। इन जिलोंमें मुआवजे केलिए 876 करोड़ रुपये कीधनराशि जारी कीगई है। सूखेका भी सर्वेहो रहा है।इसका भी हममुआवजा देंगे उन्होंने किसानोंसे अपील कीकि वह लोगजागरूक हों औरसरकार की योजनाओंका लाभ लें।

सरकार हर संकटमें अन्नदाता केसाथ

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथने कहा किडबल इंजन कीसरकार संकट मेंसदैव अन्नदाताओं केसाथ खड़ी रहीहै। उन्होंने कहाकि इस वर्षप्रदेश के कईजिलों में सूखेऔर भारी बारिशव बाढ़ कीस्थिति से खेतीको हुए नुकसानके प्रति सरकारसंवेदनशील है औरकिसानों को राहतदेने के लिएआवश्यक कदम उठारही है। डबलइंजन की सरकारके प्रयासों सेकिसानों की आयदोगुनी से ज्यादाबढ़ी है। इसकेसाथ ही उन्होंनेकिसानों से गौआधारित प्राकृतिक खेती कोअपनाने की अपीलकी।

कोरोना काल मेंभी दिया किसानोंका पूरा साथ

योगी आदित्यनाथने कहा किसरकार की संवेदनशीलताकी कसौटी विपत्तिके समय नागरिकोंका संबल बनकरउनके साथ खड़ाहोने से समझीजा सकती है।डबल इंजन कीसरकार इस कसौटीपर खरी उतरीहै। कोरोना आपदामें जब सभीसेक्टर ठप होगए थे तोकृषि क्षेत्र हीसदी की सबसेभयानक महामारी केसामने तन करखड़ा रहा। सरकारने भी यहसुनिश्चित किया किखेतों में खड़ीगेहूं की फसलसुरक्षित तरीके से कटाईके बाद धानक्रय केंद्रों तकपहुंच सके। उसनेप्रदेश की 119 चीनी मिलोंको चालू रखकर गन्ना किसानोंका भी साथदिया। यह अन्नदाताओंके परिश्रम औरपुरुषार्थ का हीपरिणाम था किकोरोना महामारी में भुखमरीसे एक भीमौत नहीं हुई।

पीएम मोदीकी पहल परमृदा परीक्षण

मुख्यमंत्री ने कहाकि प्रधानमंत्री नरेन्द्रमोदी की पहलपर प्रदेश मेंपहली बार मृदापरीक्षण शुरू हुआ।किसानों की फसलोंका बीमा होनेलगा। राज्य सरकारने दशकों सेलंबित अधूरी सिंचाईपरियोजनाएं पूरी कर 21 लाख हेक्टेयर अतिरिक्त सिंचाईक्षमता सृजित की। सत्तामें आते हीलघु सीमांत किसानोंके एक लाखरुपये तक केऋण माफ किए।सही मायनों मेंपहली बार किसानोंको न्यूनतम समर्थनमूल्य का लाभमोदी सरकार केसत्तारूढ़ होने केबाद ही मिला।

सोलर पंपवितरण का कार्यक्रमभी जारी

योगी आदित्यनाथने कहा किअब तक हम 27000 किसानों को सोलरपंप दे चुकेहैं। 30,000 किसानों को सोलरपंप उपलब्ध करानेके कार्यक्रम काआज शुभारंभ होगया। किसानों केलिए हम बिजलीके बिल कोपहले ही आधाकर चुके हैं।सोलर पंप केइस्तेमाल से यहबिल शून्य होजाएगा।

किसान करें गौआधारित प्राकृतिक खेती

मुख्यमंत्री ने किसानोंको गौ आधारितप्राकृतिक खेती अपनानेके लिए कहा।उन्होंने कहा किइससे खेती कीलागत कम होगी, उत्पादन भी बढ़ेगा।बाजार में कृषिउपज के ज्यादादाम भी मिलेंगे।भारतीय नस्ल केगोवंश का संरक्षणहोगा और भावीपीढिय़ों को हमबीमारियों से बचाएंगे।गौ आधारित प्राकृतिकखेती को अपनानेके लिए सरकारभी प्रोत्साहन देगी।

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