chandrapratapsingh
Aug 24, 20222 min
पटना, 24 अगस्त 2022 : बिहार में आज केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो के छापों का दिन है। राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के कई करीबी नेताओं के ठिकानों पर केंद्रीय एजेंसी ने छापा मारा है। बताया जा रहा है कि यह छापेमारी में प्रवर्तन निदेशालय और आयकर विभाग की टीमें भी शामिल हैं। आम तौर पर सीबीआइ का छापा आरोपितों में डर पैदा करता है। लेकिन, बिहार की राजधानी पटना में उल्टे हालात पैदा हो गए। यहां सीबीआइ को ही दरवाजे के अंदर बंद होना पड़ गया।
केंद्रीय एजेंसी के खिलाफ जमकर नारेबाजी
पटना में राजद के विधान पार्षद सुनील सिंह के आवास पर छापेमारी के बाद सीबीआइ की टीम को प्रतिकूल हालात का सामना करना पड़ा। सुबह से छापेमारी में जुटी सीबीआइ के अफसर जब अपनी कार्रवाई पूरी कर लिए, तो उन्हें वापस लौटने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी। दरअसल, सुनील सिंह के आवास पर राजद के समर्थक सीबीआइ का रास्ता रोककर खड़े हो गए। इस दौरान केंद्रीय एजेंसी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई।
सीबीआइ अफसरों को मारने की बात कहते रहे लोग
सुनील सिंह के घर में छापेमारी के बाद सीबीआई के अधिकारी वहां से निकलना चाह रहे थे। मगर दरवाजे पर जमे समर्थक उनको निकलने नहीं दे रहे हैं। राजद के कार्यकर्ता और समर्थक 'मारो- मारो' के नारे और 'सीबीआई गो बैक' के नारे लगाने लगे। आपको बता दें कि सीबीआइ छापेमारी में केंद्रीय अर्धसैनिक बल सीआरपीएफ की मदद ली गई।
लालू यादव परिवार के बेहद करीबी हैं सुनील सिंह
सुनील सिंह विधान पार्षद होने के साथ ही बिस्कोमान के अध्यक्ष भी हैं। वे राजद के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष हैं। लालू प्रसाद यादव के साथ ही राबड़ी देवी और तेजस्वी यादव के भी बेहद करीबी हैं। राबड़ी देवी तो उन्हें अपना भाई मानती हैं। उनके आवास पर बुधवार की सुबह से ही छापेमारी चल रही है।
सीआरपीएफ की अतिरिक्त टुकड़ी को बुलाया गया
सीबीआइ की टीम अब तक राजद एमएलसी के आवास से बाहर नहीं निकल सकी है। आवास के बाहर समर्थक लगातार सीबीआइ के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि सीबीआइ अफसरों को वहां से सुरक्षित निकालने के लिए सीआरपीएफ की अतिरिक्त टुकड़ी को बुलाया गया है।