chandrapratapsingh
Mar 11, 20221 min
लखनऊ, 11 मार्च 2022 : अब मुंह के कैंसर का पता लगाना आसान होगा। मनुष्य के शरीर से लिए खून की एक जांच ही पर्याप्त होगी। लखनऊ विश्वविद्यालय के जंतु विज्ञान विभाग की प्रोजेक्ट विज्ञानी डा. दिव्या टंडन ने मरीजों के खून के नमूने और टिशू के जरिए शोध करके एक सेंट्रोसोमल प्रोटीन (सेप)-55 बायो मार्कर ढूंढ लिया है। इससे मुंह के कैंसर की जानकारी के साथ-साथ उनकी स्टेज का भी पता चल सकेगा। यह जांच भी सस्ती होगी।
दरअसल, भारत में मुंह का कैंसर तीसरी सबसे खतरनाक व जानलेवा बीमारी है। हर साल देश में इस बीमारी से मरने वाले मरीजों की संख्या लगभग 5200 है। अक्सर इस बीमारी का पता काफी देर से चलता है। फिर लोगों को डायग्नोसिस आदि के लिए भी काफी पैसे खर्च करने होते हैं। यह बीमारी समय से पता चल जाए तो मरीज को बचाया भी जा सकता है। इस समस्या को देखते हुए लखनऊ विश्वविद्यालय के जंतु विज्ञान विभाग में प्रोजेक्ट विज्ञानी डा. दिव्या टंडन ने शोध किया है।