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May 27, 20223 min

मुरादाबाद में आध्यात्मिक गुरु देवेंद्र मोहन जी ने संगत को दिया निष्काम सेवा का मंत्र

मुरादाबाद। 27 मई 2022।

मुरादाबाद। सिविल लाइन स्थित एवरग्रीन कंपाउंड में आध्यात्मिक गुरु देवेंद्र मोहन भैयाजी के पहुचंने पर संगत भाव विभोर हो उठी। दस वर्ष तक विदेश प्रवास के बाद स्वामी दिव्यानंद (ब्रह्मलीन) के उत्तराधिकारी देवेंद्र मोहन भैया जी स्वदेश लौटे हैं। स्वामी जी के आदेश के बाद मानव सेवा के मिशन जुटे भैयाजी ने सत्संग में अपनी संगत को बड़े संदेश दिए।

अपने सत्संग में भैया जी ने संगत को बताया कि “हमारा उद्देश्य ज्यादा से ज्यादा लोगों की निष्काम सेवा करना है। अगर हम दूसरों की सेवा करेंगें, सुख दुख में उनकी मदद करेंगें तो हमारे जीवन में भी अच्छे परिवर्तन होंगें। भैया जी ने कहा कि अपनी संस्था के माध्यम से बच्चों के लिए स्कूल, बुजुर्गों के लिए वृद्धाश्रम, सभी के लिए योग केंद्र, युवाओं के लिए विविध प्रकार के प्रशिक्षण कार्यक्रम आने वाले दिनों में गति पकड़ेंगे।

देवेंद्र मोहन जी ने कहा कि बीते दस वर्षों में अपने प्रवास से दौरान उन्हें कई अनुभव हुए हैं। भविष्य में संगत को उन अनुभवों का लाभ मिलेगा। देवेंद्र मोहन (भैया जी) बड़े प्रेमभाव के साथ लोगों से मिले।

सत्संग के बाद देश प्रदेश से पहुंची संगत ने सत्संग के बाद भंडारे का प्रसाद ग्रहण किया। मुरादाबाद में देवेंद्र मोहन जी के दर्शन को पहुंचीं संगत ने बताया कि बीते दस वर्षों में संस्था और आश्रम की गतिविधियां शिथिल पड़ी हुईं थीं। भैया जी के आने से अब स्थितियां बेहतर होंगीं। पूर्व में भी स्वामी जी और भैया जी से जुड़े सत्संगियों ने बताया कि दस साल के बाद मुरादाबाद में देवेंद्र मोहन जी को देखने और सुनने के लिए इतनी बड़ी संगत पहुंचीं है। पूरी संगत का जुड़ाव और आस्था देवेंद्र मोहन भैया जी के साथ है। सत्संगियों ने बताया कि 2001 में जब स्वामी दिव्यानंद महाराज जी ने देवेंद्र मोहन भैया जी को अपना उत्तराधिकारी घोषित किया उसके बाद संस्था और आश्रमों के कार्यों ने तेजी पकड़ी थी। भैया जी सेवा कार्यों में हमेशा आगे रहे। अब संगत को उम्मीद है कि एक बार फिर संस्था और आश्रम से जुड़ी गतिविधियों में तेजी आएगी। सभी साधन-संसाधनों का समुचित और बेहतर उपयोग किया जाएगा जिसका बीते वर्षों में अभाव सा महसूस किया गया।

3 मई 2022 को दिव्यानंद स्पिरिचुअल फाउंडेशन के निदेशकों की मौजूदगी में देवेन्द्र मोहन जी ने संत कृपाल नगर सन्डीला, हरदोई में आश्रम और संस्था का कार्यभार सम्भाल लिया है। अब स्वामी दिव्यानंद जी द्वारा स्थापित समस्त आश्रमों और संस्था की सभी गतिविधियां देवेन्द्र मोहन भैया जी के मार्गदर्शन में ही संचालित हो रही है।

दिव्यानंद स्पिरिचुअल फाउंडेशन द्वारा आश्रमों एवं विभिन्न केंद्रों पर योगा सेंटर, चैरिटिबल हॉस्पिटल, दिव्यानंद विद्यामंदिर अपर सेकेंड्री स्कूल, लाइब्रेरी, पब्लिशिंग हाउस, संस्कृत स्कूल, कंप्यूटर सेंटर, आयुर्वेद रिसर्च सेंटर, स्वदेशी स्टोर्स, हर्बल प्लांट नर्सरी, बच्चों की एकेडमी, वृद्धाश्रम जैसे कई प्रकल्प चला करते थे। इसी प्रकार संस्था की ओर से योग,साधना,आध्यात्म आदि से संबंधित सेमिनार, स्वदेशी का प्रचार प्रसार, वृहद वृक्षारोपण, औषधीय वृक्षारोपण, नेत्र शल्य चिकित्सा शिविर, चिकित्सा शिविर, विविध सांस्कृतिक एवं सामाजिक गतिविधियां भी चला करती थीं। जो वर्ष 2012 में देवेंद्र मोहन जी के जाने के बाद धीरे धीरे बंद हो गए।

देवेंद्र मोहन जी के स्नेह में उमड़ी संगत को देखकर उम्मीद जताई कि अब एक बार फिर पहले की तरह आश्रम और संस्था से जुड़े कार्यों में तेजी आएगी और जल्द ही बेहतर स्थितियों के साथ अच्छे दिन फिर आएंगे।

आपको बताते चलें कि स्वामी दिव्यानंद जी महाराज ने वर्ष 2001 में देवेंद्र मोहन भैया जी महाराज को संत कृपाल नगर संडीला में उत्तर प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री और वर्तमान में भारत के रक्षामंत्री राजनाथ सिंह जी और लाखों संगत की मौजूदगी में अपना उत्तराधिकारी घोषित किया था।

टीम स्टेट टुडे

मुरादाबाद

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