statetodaytv

Jun 29, 20212 min

कुछ मामले ऐसे हैं जो सीएम योगी सीधे दिल पर लेते हैं...और दिल दुखाने की सजा पक्की है!

हिंदुओं को डराकर, धमकाकर, अराजकता फैलाकर, प्रेम जाल में फंसा कर, लालच देकर, मजबूरी का फायदा उठाकर जैसे भी संभव हो मुस्लिम बनाने का धंधा पूरे भारत में चल रहा है।

उत्तर प्रदेश भी इससे अछूता नहीं है और इस बात का प्रमाण हाल की गिरफ्तारियां हैं। बाकायदा योजनाबद्ध तरीके से मुसलमान हिंदुओं का धर्मातरण करा रहे हैं। सिर्फ इतना ही नहीं गिरफ्तार हुए मुल्ले-मौलवियों से जो जानकारियां मिल रही हैं वो तो बेहद हैरान करने वाली है। उत्तर प्रदेश में धर्मांतरण के लिए विदेशों से फंडिंग हो रही है। जैसे जैसे जांच आगे बढ़ी है और जो तथ्य सामने आए हैं उसके बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सख्त तेवर अपना लिए है।

प्रदेश में धर्मांतरण के मामले को लेकर अब तक पांच लोगों की गिरफ्तारी के बाद उत्तर प्रदेश एटीएस तथा एसटीएफ के साथ ही अन्य एजेंसियों को सक्रिय कर दिया गया है।

मुस्लिम देशों के अलावा कनाडा और कुछ अन्य देशों से जिस तरह भारत में हिंदू आबादी को मुसलमान बनाने का खेल उजागर हुआ है उससे सीएम योगी का गुस्सा सातवें आसमान पर है। सख्त रुख के साथ ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर उत्तर प्रदेश एटीएस अब इनके साथियों और मददगारों पर भी लगातार शिकंजा कस रही है।

सीएम योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश की सभी जांच एजेंसियों को सख्त निर्देश दिया है कि पूरी कार्रवाई में कोई कोताही ना बरती जाए। दोषियों के खिलाफ एनएसए के तहत कार्रवाई करने के साथ इनकी संपत्ति पर कब्जा में ली जाए। मतांतरण-धर्मांतरण के जांच की तह में जाकर एक-एक बिंदु पर विस्तार से तहकीकात करें।

उत्तर प्रदेश एटीएस ने रिमांड पर लेने के बाद उमर गौतम और जहांगीर आलम से लगातार पूछताछ के बाद इनके तीन और साथियों को गिरफ्तार किया है। उमर का देश के 24 राज्यों में नेटवर्क है। यूपी एटीएस के राडार पर कई मदरसे भी हैं।

आपको बताते चलें कि मदरसों की आड़ में सीएसआर फंड के साथ साथ विदेशों से भी बड़ी मदद ली जाती है। इसमें दोराय नहीं कि वर्तमान समय में जब भी किसी बड़े कांड के बाद जांच एंजेसियों ने शिकंजा कसा है तो मस्जिद मदरसे ही आतंकियों के पनाहगाह मिले है। ज्यादातर मदरसे शिक्षा के नाम पर कट्टर इस्लामी जेहाद ही फैलाते हैं और यहां पढ़ने वाले लगभग हर छात्र की गतिविधियां संदिग्ध ही रहती है।

अब उत्तर प्रदेश में एक मांग यह भी उठ रही है कि मदरसा बोर्ड और मदरसे चलाने पर पूरी तरह प्रतिबंध लगा दिया जाए।

टीम स्टेट टुडे

विज्ञापन

    590
    0