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Oct 22, 20202 min
उत्तर प्रदेश पुलिस के लिए चिंता वाली बात यूपी के बागपत से सामने आई है। खाकी वर्दी में खड़ा शख्स आम नागरिकों का भरोसा होता है। अब तक यूपी पुलिस में कभी भी धर्मांधता या कट्टरता सार्वजनिक रुप से प्रदर्शित नहीं की गई थी। अलग अलग धर्म, संप्रदायों, जातियों में बंटी सामाजिक व्यवस्था के बावजूद पुलिस मैनुअल की व्यवस्था ने कभी भी आम आदमी के मन में भेदभाव नहीं आने दिया।
लेकिन यूपी के बागपत में तैनात उत्तर प्रदेश पुलिस के सब-इंसपेक्टर इंतेसार अली को ना तो पुलिस मैनुअल की चिंता रही और ना ही अपने सीनियर के आदेश की।
बागपत जिले में तैनात उत्तर प्रदेश पुलिस के सब-इंस्पेक्टर इंतेसार अली को बिना अनुमति के दाढ़ी रखने पर निलंबित कर दिया गया है। अली को पुलिस लाइन भेज दिया गया है। इंतेसार अली को दाढ़ी हटाने के लिए तीन बार चेतावनी दी गई थी और दाढ़ी बढ़ाने को लेकर अनुमति लेने के लिए कहा गया। लेकिन इंतेसार के कान पर जूं नहीं रेंगी। ना तो इंतेसार ने अनुमति ली और ना ही नियमों का पालन किया बल्कि व्यवस्था को धता बताते हुए अपनी दाढ़ी बढ़ाना जारी रखा।
बागपत जिले के रमाला थाने में तैनात सब इंस्पेक्टर इंतेसार अली को एसपी बागपत अभिषेक सिंह ने कई बार दाढ़ी बढ़ाने के लिए विभाग से अनुमति लेने को कहा। कई बार दाढ़ी कटवाने की हिदायत दी गई। बावजूद इसके इंतेसार अली ने निर्देशों की नाफरमानी की।
पुलिस मैनुअल के खिलाफ जाकर सीनियर के निर्देशों का पालन ना करने के चलते इंतेसार अली के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई की गई है।
एसपी अभिषेक सिंह के अनुसार पुलिस मैनुअल में सिर्फ सिखों को दाढ़ी रखने की अनुमति है, जबकि अन्य सभी पुलिसकर्मियों को अपने चेहरे क्लीन शेव रखने होते हैं। एसपी ने कहा, "यदि कोई पुलिसकर्मी दाढ़ी रखना चाहता है, तो उसे उसकी अनुमति लेनी होगी। इंतेसार अली से बार-बार अनुमति लेने के लिए कहा गया, लेकिन उन्होंने इसका पालन नहीं किया और बिना अनुमति के दाढ़ी रख ली।
जानकार बताते हैं कि इस तरह दाढ़ी रखकर पाकिस्तान की सेना और पुलिस में कट्टरता को बढ़ावा देने की परिपाटी है।
टीम स्टेट टुडे