statetodaytv
Oct 24, 20202 min
कट्टरता की हदें पार कर अपनी बढ़ी दाढ़ी के समर्थन में मौलानाओं की फौज उतार कर यूपी पुलिस फोर्स को चुनौती देने वाले निलंबित दरोगा इंतेसार अली को आखिर में नौकरी ही प्यारी लगी। बिना अनुमति दाढ़ी रखने पर निलंबित किए गए दरोगा इंतसार अली ने आखिरकार अपनी गलती मानते हुए दाढ़ी कटवा ली। दाढ़ी कटवाने के बाद शनिवार को वह एसपी बागपत के सामने पेश हुए, जिसके बाद एसपी अभिषेक सिंह ने उनका निलंबन वापस लेते हुए बहाल कर दिया।
बागपत के रमाला थाने में तैनात सब इंस्पेक्टर इंतसार अली को 20 अक्टूबर को एसपी बागपत अभिषेक सिंह ने निलंबित कर दिया था। आरोप था कि उपनिरीक्षक इंतसार अली ने बिना परमिशन और सर्विस रूल्स का उल्लंघन करते हुए दाढ़ी बढ़ा ली। लगातार चेतावनियों के बाद भी वह नहीं संभले और दाढ़ी लंबी करते रहे । आखिरकार पुलिस विभाग के नियमों/निर्देशों का पालन न करने पर एसपी बागपत अभिषेक सिंह ने इंतसार को सस्पेंड कर दिया था।
निलंबन के बाद इंतेसार अली ने कट्टरपंथी मौलानाओं के जरिए अपने पक्ष में समर्थन जुटाने की कोशिश की लेकिन अमन पसंद लोगों को सरकारी नौकर की ये कट्टरता बिलकुल पसंद नहीं आई। आम जनता ने भी एसपी अभिषेक सिंह के फैसले को सही ठहराया। अंत में प्रशासनिक दबाव और मीडिया में फजीहत और योगीराज में कायदे कानून की ही चली। अपनी कट्टर सोच को किनारे कर नौकरी बचाने के लिए उपनिरीक्षक इंतसार अली शनिवार को एसपी बागपत अभिषेक सिंह के सामने दाढ़ी कटाकर पेश हो गए।
पुलिस विभाग के निर्देशों का पालन करते हुए इंतसार अली ने भविष्य में पुलिस विभाग के नियमों/निर्देशों का पालन करने का आश्वासन दिया और बहाली के लिए प्रत्यावेदन किया। जिसके बाद इंतसार अली को निलंबन से बहाल कर दिया है।
हांलाकि सबसे बड़ी चिंता इस बात की है इंतेसार अली ने कट्टरता का जो बीज फोर्स में बोने की कोशिश की है उसका परिणाम दबी छिपी मानसिकता वालों के बीच अगर पनपा तो अराजक स्थिति पैदा हो जाएगी।
टीम स्टेट टुडे