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Apr 23, 20212 min

पंचायत चुनाव लड़ रहे प्रत्याशियों के हलक सूख गए एसपी का फरमान सुनकर !

पंचायत चुनाव का जलवा तो कोरोना लील गया। जो जिंदा बचे हैं उनमें सियासत करने वालों को चुनाव लड़ना है, पुलिस प्रशासन को चुनाव संपन्न कराना है और जनता जो अब तक बची हुई है कोरोना के काल से उसे वोट देना है।

सबके काम तय है लेकिन मुसीबत फिर भी पुलिस प्रशासन की ही है। जो चुनाव लड़ रहे हैं यानी प्रत्याशी हैं उन्हें कोरोना से जीवन की प्रत्याशा कम चुनाव जीतने की चिंता ज्यादा है। ऐसे में बहराइच जिले की महिला एसपी सुजाता सिंह ने प्रत्याशियों को भरी मीटिंग में कड़ा फरमान सुना दिया है।

SP ने प्रत्याशियों से साफ साफ कहा है कि अगर चुनावी प्रक्रिया के दौरान नियम कानून का उलंघन हुआ तो मुकदमा लिख जाएगा। इसके बाद नाम निकालने के लिये दौड़ते रहिएगा, चुनाव तो बाद में लड़ियेगा।

एसपी ने कहा कि अगर निवेदन नहीं हुआ स्वीकार तो डंडा खाने को भी तैयार रहिए।

एसपी महोदया इतने पर नहीं रुकीं। सुजाता सिंह ने प्रत्याशियों को साफ शब्दों में बताया कि एक बार मुकदमा लिखा गया तो आपका प्रतिद्वंदी आगे निकल जायेगा क्योंकि आप थानों के चक्कर लगाएंगे और इतना ही नहीं किसी से भी फोन करवा लीजिएगा किसी से भी नाम नहीं निकलेगा।

जब भी चुनाव होता है तो प्रत्यशियों द्वारा दबंगों, हिस्ट्रीशीटर और अपराधियों को बुला लिया जाता है ताकि वो चुनाव जीतने के लिए मदद करें। ऐसी किसी भी हरकत पर पुलिस की निगाह है और अगर कहीं से गड़बड़ी की सूचना मिली तो तो प्रत्याशी और उस दबंग पर तनी सख्त कार्रवाई की जाएगी कि अगले 10 साल तक कि पंचायती तो भूल जाईये, वो पुलिस थाने के चक्कर लगा लगाकर परेशान हो जाएंगे।

SP सुजाता सिंह ने माईक थाम कर कहा कि जिसके परिवार में एक भी मुकदमा लिख जाता है उसकी आने वाली तीन पीढियां परेशान रहती हैं।

एसपी को उम्मीद है कि कोरोनाकाल में हो रहे पंचायत चुनाव के दौरान कुछ इस तरह बहराइच में शांतिपूर्ण तरीके से पंचायत चुनाव को सकुशल सम्पन्न करा लिए जाएंगें। अब देखना है कि एसपी की बात का कितना असर कोरोना के ज्यादा खतरनाक सियासत करने वालों पर होता है।

टीम स्टेट टुडे

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