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सतर्कता डोज लेने के बाद भी क्यों हो रहे संक्रमित, IMRC ने शुरू की जांच


गोरखपुर, 2 मई 2022 : क्षेत्रीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान केंद्र (आरएमआरसी) कोविड टीकाकरण कीसतर्कता डोज लेचुके लोगों कीएंटीबाडी की जांचकरेगा। वर्तमान में चारसक्रिय रोगी हैं, इनमें में सेतीन को सतर्कताडोज लग चुकीहै। एक दिनपहले स्वस्थ होनेवाला एक व्यक्तिभी यह डोजले चुका है।इसके अलावा यहडोज ले चुकेजितने लोग संक्रमितहुए हैं, उनकाब्योरा स्वास्थ्य विभाग सेमांगा गया। उनकेसंक्रमित होने केकारणों पर अध्ययनकिया जाएगा।

स्वास्थ्य विभाग सेमांगे गए नमूनेव रिपोर्ट -कीजाएगी संक्रमित होनेके कारणों कीतलाश

तीसरी लहर आकरचली गई लेकिनअभी तक यहपता नहीं चलसका है किजिले में सर्वाधिकलोगों को प्रभावितकरने वाला कोरोनाका कौन सावेरिएंट था। क्योंकितीसरी लहर केएक भी नमूनेकी अभी तकजीनोम सिक्वेंसिंग नहींहो पाई है।जनवरी के पूर्वलिए गए 65 नमूनेइस माह जीनोमसिक्वेंसिंग के लिएभेजे गए हैं।अभी रिपोर्ट नहींआई है। आरएमआरसीके अनुसार पूरेदेश में ओमिक्रोनका प्रभाव सबसेज्यादा था, इसलिएगोरखपुर व आसपासके क्षेत्रों मेंइसी वेरिएंट काप्रभाव रहा होगा।चौथी लहर काप्रभाव अभी जिलेमें नहीं दिखरहा है। एक-दो संक्रमितमिल रहे हैं।

गोरखपुर में ओमिक्रोनका सब वेरिएंटकी उपस्थित कीआशंका

आरएमआरसी के अनुसारओमिक्रोन का सबवेरिएंट (एक्सई वेरिएंट) देशके कई भागोंमें मिल चुकाहै। गोरखपुर मेंभी उसकी उपस्थितकी आशंका है।इसलिए सतर्कता डोजले चुके जोलोग संक्रमित हुएहैं, उनकी एंटीबाडीकी ही जांचनहीं की जाएगी, उनके नमूनों कीजीनोम सिक्वेंसिंग भीकराई जाएगी। इससमय संक्रमित होरहे लोगों केओमिक्रोन व उसकेसब वेरिएंट सेप्रभावित होने कीआशंका है। अध्ययनमें यह भीपता किया जाएगाकि वेरिएंट बदलनेकी वजह सेतो सतर्कता डोजले चुके लोगसंक्रमित नहीं हुएहैं। अभी सतर्कताडोज ले चुकेजिन चार संक्रमितोंकी रिपोर्ट आईहै, उनमें सभीअग्रिम पंक्ति कार्यकर्ता हैं, युवा हैं औरउनमें कोई लक्षणनहीं हैं। वेघर पर आइसोलेटहैं।

संक्रमितों पर अध्ययनकर यह पताकरने की कोशिशकी जाएगी किसतर्कता डोज लेनेके कितने दिनबाद वे संक्रमितहुए। उनमें संक्रमणकहां से आया।वर्तमान में उनकेशरीर में एंटीबाडीकितनी है। अध्ययनमें उनके रहन-सहन, खान-पान वमाहौल को भीशामिल किया जाएगा।उनके नमूनों कीजीनोम सिक्वेंसिंग भीकराई जाएगी। - डा. अशोक पांडेय, मीडियाप्रभारी, आरएमआरसी।

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