मेरठ, 11 मई 2022 : बाबा औघड़नाथ के नाम से सीएम योगी के संबोधन का शुभारंभ...और उन्हीं के नाम से अंत। हर चार मिनट में एक बार बाबा औघड़नाथ का जिक्र। नौ बार एक भारत-श्रेष्ठ भारत की संकल्पना। राजा दुष्यंत के पुत्र भरत के नाम से मेरठ का संबंध बताने का गर्वभाव। यह मुख्यमंत्री योगी का क्रांतियोगी अवतार था, जिनके संबोधन में मेरठ का संस्कार, सुगंध और वैभव तैरता रहा।
10 मई 1857 को गर्वित मुद्रा में किया याद
योगी आदित्यनाथ ने विक्टोरिया पार्क में 24 मिनट 23 सेकेंड का संबोधन किया। मेरठ के पौराणिक और ऐतिहासिक महत्व को रेखांकित करते हुए पुलकित नजर आए। मुख्यमंत्री ने महाभारतकालीन इतिहास के गौरवशाली परंपरा को भारतीय इतिहास की स्वर्णिम कड़ियों में माना। उन्होंने कालखंड की विराट यात्रा के बीच 10 मई 1857 को प्रथम स्वतंत्रता संग्राम को गर्वित मुद्रा में याद किया। सीएम ने कहा कि क्रांति दिवस पर मेरठ में चार घंटे की उपस्थिति स्मरणीय क्षण हैं। गंगा नदी के किनारे बसी संस्कृति और इंतिहास को याद किया।
मुख्यमंत्री ने मेरठ में वर्तमान में हो रहे विकास का भी उल्लेख किया। वर्तमान और भविष्य में विकास की पूरी गाथा को सामने रखा।
नए दौरमें भी निखररहा मेरठ
मुख्यमंत्री योगी नेसंबोधन में मेरठके अतीत सेलेकर वर्तमान औरभविष्य को भीनाप लिया। विकासकी नई योजनाओंकी रफ्तार कोवरदान बताया। रैपिडरेल जीवनरेखा बनरही है तो 14 लेन के एक्सप्रेस-वे नेदिल्ली से मेरठकी दूरी कमकर दी। भविष्यमें प्रयागराज सेमेरठ को जोड़नेवाले गंगा एक्सप्रेस-वे औरजेवर हवाई अड्डासे मेरठ कीसूरत संवर जाएगी।उन्होंने याद दिलायाकि क्रांतिकारियों नेमेरठ से दिल्लीतक पैदल यात्राकी थी। मेरठके खेल उत्पादोंकी विश्वविख्यात विरासतका जिक्र करतेहुए सरधना मेंबन रहे मेजरध्यानचंद खेल विश्वविद्यालयकी भी बातकही। मेरठ कोक्रांति और प्रगतिशीलनगर बताया। सीएमने कहा किमेरठ अपराधियों केलिए नहीं, बल्किविकास के लिएजाना जा रहाहै। प्रगति केअसंख्य रास्ते खुल गएहैं। गर्व औरमुस्कुराहट की धाराएंसीएम योगी केचेहरे पर रहरहकर उभरती रहीं।उन्होंने सांस्कृतिक राष्ट्वाद कोनई ताकत देतेहुए कहा किआज से दससाल पहले कोईक्रांति दिवस मनानेनहीं आता था।तालियों की गड़गड़ाहटबता रही थीकि सांस्कृतिक वएतिहासिक चेतना नया करवटले चुकी है।
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