लखनऊ, 26 मार्च 2023 : यूपी में कोरोना वायरस का संक्रमण फिर बढ़ रहा है। अब कोरोना के मरीजों की संख्या बढ़कर कुल 184 हो गई है। संक्रमण से बचाव के लिए चलाया जा रहा टीकाकरण अभियान अब एकदम सुस्त रफ्तार में चल रहा है। किसी भी सरकारी अस्पताल में अब वैक्सीन नहीं है। सिर्फ 23 प्राइवेट अस्पतालों में ही टीका लग पा रहा है, वह भी सिर्फ कोर्बेवैक्स का। कोविशील्ड व कोवैक्सीन का टीका उपलब्ध नहीं है।
केंद्र सरकार की ओर से टीके उपलब्ध कराने और दिशा-निर्देश देने का अब इंतजार किया जा रहा है। उधर शनिवार को प्रदेश में कोरोना से संक्रमित 37 नए रोगी मिले। इसमें गौतमबुद्ध नगर में 12, लखनऊ में छह सहारनपुर में पांच, ललितपुर में चार व मेरठ में तीन मरीज मिले हैं। इसके अलावा कुछ जिलों में एक या दो मरीज मिले हैं। कोरोना के जो कुल 184 एक्टिव केस हैं उसमें सर्वाधिक 38 गौतमबुद्ध नगर में और 36 गाजियाबाद में हैं। इसके अलावा 24 एक्टिव केस लखनऊ में, सहारनपुर में 11 व मेरठ में छह एक्टिव केस हैं।
सरकारी अस्पतालों में टीकाकरण नहीं हो रहा। ऐसे में निश्शुल्क वैक्सीन नहीं लगाई जा रही। प्राइवेट अस्पतालों में कोर्बेवैक्स का टीका 400 रुपये में लगाया जा रहा है। यह टीका 12 वर्ष से 14 वर्ष तक की उम्र के बच्चों को लगाया जाता है। वहीं वयस्कों को इसकी सतर्कता (प्रीकाशन) डोज लगाई जा सकती है। राज्य टीकाकरण अधिकारी डा. मनोज कुमार शुक्ला कहते हैं कि बीते दिसंबर के अंतिम सप्ताह में केंद्र से वैक्सीन की 15 लाख डोज मिली थी, जिन्हें लगवा दिया गया है।
अब प्राइवेट अस्पताल के पास ही कुछ वैक्सीन बची है, जिन्हें लगाया जा रहा है। टीकाकरण के लिए केंद्रों पर बहुत कम लोग ही आ रहे थे, ऐसे में सरकारी अस्पतालों में धीरे-धीरे टीकाकरण केंद्र बंद कर दिए गए। अब आगे केंद्र से जो दिशा-निर्देश मिलेंगे उसका पालन किया जाएगा।
सिर्फ 27 प्रतिशत लोगों को लगी सतर्कता डोज
यूपी में अभी तक कुल 39.20 करोड़ टीके लगाए जा चुके हैं। इसमें सभी आयुवर्ग के 17.69 करोड़ लोगों को पहली, 16.89 करोड़ लोगों को दूसरी और 4.60 करोड़ लोगों को सतर्कता डोज लगाई गई है। यानी दोनों टीका लगवाने वाले सिर्फ 27 प्रतिशत लोगों ने ही सतर्कता डोज लगवाई है।
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