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यूपी में कोरोना मामलों में मामूली राहत लेकिन दिल्ली के हालात बेकाबू बढ़ा लॉकडाउन



उत्तर प्रदेश में कोरोना का कहर बढ़ता जा रहा है। शहरों के बाद अब कोरोना का प्रकोप कस्बों और गांवों में स्पष्ट दिख रहा है। फिलहाल राजधानी लखनऊ समेत कानपुर, वाराणसी, प्रयागराज, मेरठ, गोरखपुर व बरेली में कोरोना पॉजिटिव मरीज सबसे अधिक हैं।


राज्य में पिछले 24 घंटों में प्रदेश में कोरोना के 30,317 नए कोरोना के मामले आए हैं, जबकि इस दौरान 38,826 लोग डिस्चार्ज हुए हैं। राहत की बात सिर्फ इतनी है कि प्रदेश में कोरोना संक्रमितों के ठीक होने की संख्या में इजाफा हुआ। नए पॉजिटिव केसों में भी पहले की तुलना में सुधार आया है। हांलाकि पिछले 24 घंटे में 303 लोगों की कोरोना से मौत हो गई।


राजधानी लखनऊ में सर्वाधिक 3,125 संक्रमित मरीज मिले हैं। प्रदेश में पिछले 15 दिनों के आंकड़े बता रहे हैं कि कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या करीब ढाई गुना पहुंच गई है।


15 अप्रैल को प्रदेश में कोरोना संक्रमित 1,29,848 मरीज थे जबकि अब ताजा संख्या बढ़कर 3,01,833 हो गई है। प्रदेश में 1.72 लाख मरीज केवल 15 दिनों में बढ़ गए हैं।


उत्तर प्रदेश में अब कोरोना वायरस के कुल एक्टिव केसों की संख्या 3 लाख 1 हजार 83 हो गई है। संक्रमित मरीजों में लखनऊ में सबसे ज्यादा 41,045 रोगी हैं। कानपुर में 17006, वाराणसी में 14971, प्रयागराज में 12756, मेरठ में 12510, बरेली में 9533 व गोरखपुर में 9657 संक्रमित मरीज हैं। गौतमबुद्धनगर में 7991 संक्रमित मरीजों की संख्या है।


अब तक प्रदेश में 4 करोड़ 10 लाख 64 हजार 661 टेस्ट किए जा चुके हैं।


18 से ऊपर शुरु हुआ वैक्सीनेशन


शनिवार से प्रदेश में 18-44 वर्ष के लोगों का वैक्सीनेशन भी शुरू हो गया है। प्रदेश में अब तक 1,02,64,986 लोगों को कोरोना वैक्सीन की पहली डोज लग चुकी है। इसमें से 23,22,998 लोगों को वैक्सीन की दूसरी डोज लगी है। प्रदेश में रेमडेसिवर की डोज को 20,000 से 50,000 कर दिआ दिया गया है। तीन हजार लोगों को 10 केंद्रों पर वैक्सीन दी गई।


लखनऊ में वैक्सीनेशन


लखनऊ में शनिवार को 18 से 44 वर्ष तक की उम्र वाले तीन हजार लोगों को 10 केंद्रों पर वैक्सीन दी गई। इसी तरह अन्य जिलों में भी आठ से 10 केंद्र बनाए गए हैं। हर जिले में औसतन 2 से 3 हजार के बीच लक्ष्य रखा गया है।



दिल्ली में रिकार्ड मौतें, आक्सीजन के बाद पानी की किल्लत


देश की राजधानी दिल्ली में कोरोना के कहर गंभीर स्थिति में आ गई है। राजधानी में लगातार ऑक्सीजन संकट और दवाओं कि किल्लत के बीच यह खबर आ रही है कि सरकार ने हालात को नियंत्रित करने के लिए फिलहाल एक सप्ताह के लिए लॉकडाउन को बढ़ा दिया है। यहां पर अमूमन हर अस्तपाल में ऑक्सीजन कि किल्लत हो रही है वहीं दवाओं के खोज में परिजन परेशान हो रहे हैं।


15 मई तक के लिए बढ़ सकता है लॉकडाउन


दिल्ली में जारी कोरोना के कहर के चलते 20 अप्रैल से चल रहा लॉकडाउन 10 मई तक के लिए बढ़ाया गया है। अब 10 मई की सुबह पांच बजे तक लॉकडाउन प्रभावी रहेगा। इससे पहले 26 अप्रैल से सात दिनों के लिए लाकडाउन और बढ़ा दिया गया था जो तीन मई की सुबह पांच बजे तक जारी रहेगा। इसी को आगे बढ़ाया गया है। दिल्ली सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने पहले ही इस बात की आशंका जाहिर कर दी थी कि दिल्ली के हालात को देखते हुए कम से कम 15 मई तक इसे बढ़ाया जा सकता है। भविष्य में जरूरत पड़ी तो इसे 31 मई तक भी बढ़ाया जा सकता है। हालांकि उन्होंने उम्मीद जताई कि दिल्ली के हालात सामान्य हो जाएं और 15 मई के बाद ऐसा न करना पड़े।


कोरोना मरीज प्रतिदिन बढ़ रहे


दिल्ली के हालात लगातार बदतर बने हुए हैं। कोरोना मरीज प्रतिदिन बढ़ रहे हैं। कोरोना की संक्रमण दर 36 से 37 फीसद तक पहुंच चुकी है। अभी भी संक्रमण दर 30 फीसद से ऊपर बनी हुई है। अस्पतालों का बुरा हाल है। आक्सीजन की कमी बनी हुई है।


अस्पतालों में हालत गंभीर


अस्पतालों में बेड व कोरोना की दवाइयां नहीं मिल रही हैं। आक्सीजन की कमी बनी हुई है। लोग रात रात भर अस्पतालों में मरीजों के इलाज के लिए भटक रहे हैं। कहीं कोई भर्ती नहीं हो पा रहा है। प्रशासन असहाय दिख रहा है। यहां चिंता की बात यह है कि दिल्ली में मौत का आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है। श्मशान घाटों पर जगह नही है। नए श्मशान घाट बनाए जा रहे हैं।


क्या स्थिति बनी शनिवार को


पहली बार दिल्ली में 412 लोगों की कोरोना संक्रमण से एक दिन में मौत हुई है। विशेषज्ञ इसके लिए अस्पतालों में बिस्तरों की कमी और ऑक्सीजन के संकट का असर मान रहे हैं। हालांकि दो महीने बाद राजधानी में नए मामलों से अधिक संक्रमित मरीजों को डिस्चॉर्ज भी किया गया लेकिन डॉक्टरों का कहना है कि बिस्तरों का संकट दूर करने के लिए मरीजों को डिस्चॉर्ज किया जा रहा है। इसका मतलब यह नहीं है कि ये सभी कोरोना निगेटिव हैं। इन लोगों से होम आइसोलेशन में रहने की सलाह दी जा रही है।


दिल्ली में स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि पिछले एक दिन में 25219 लोग कोरोना संक्रमित हुए हैं। जबकि 27421 मरीजों को डिस्चॉर्ज किया गया। पिछले एक दिन में 79780 सैंपल की जांच में 31.61 फीसदी सैंपल संक्रमित मिले हैं। बीते दो दिन के आंकड़ों पर गौर करें तो राजधानी में 800 से भी ज्यादा मरीजों की मौत हो चुकी है।


फिलहाल राजधानी में कुल संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 1174552 हो चुकी है जिनमें से 1061246 अब तक डिस्चॉर्ज हो चुके हैं। वहीं 16559 मरीजों ने कोरोना के कारण दम तोड़ दिया। सक्रिय मरीजों की संख्या घटकर 96747 हुई है। इनमें दिल्ली के विभिन्न अस्पतालों में 19932 मरीज भर्ती हैं। वहीं कोविड केयर सेंटर में 925 और कोविड हेल्थ सेंटर में 117 मरीज भर्ती हैं। होम आइसोलेशन में 50554 मरीज भर्ती हैं।


45 हजार लोगों ने लिया वैक्सीन


स्वास्थ्य विभाग ने जानकारी दी है कि शनिवार को 45 हजार से ज्यादा लोगों ने वैक्सीन लिया जिनमें 18 वर्ष से अधिक आयु के सभी लोग शामिल हैं। 21828 ने पहली और 23525 ने दूसरी डोज ली है। अभी तक दिल्ली में 689814 लोग दो बार डोज लेकर वैक्सीन का कोर्स पूरा कर चुके हैं।


अब पानी की किल्लत


इस बीच सबसे बुरी स्थिति दिल्ली में ये बनी है कि यमुना का जलस्तर तेजी से नीचे गया है। जबकि पीछे से यमुना में आ रहे पानी को किसी राज्य ने नहीं रोका है। ऐसे में कोरोना से लड़ रही दिल्ली को अब आक्सीजन, अस्पताल और इलाज के साथ साथ पानी की समस्या से भी दो चार होना पड़ सकता है।


टीम स्टेट टुडे


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