लखनऊ, 17 सितंबर 2022 : सूखा और कमजोरमानसून से प्रभावितकिसानों को राहतदेने के लिएयोगी सरकार नेबजट का पिटाराऔर खोल दियाहै। तोरिया केनिश्शुल्क बीज वितरणके लिए 457.60 लाखरुपये पहले हीस्वीकृत किए जाचुके हैं। अबकैबिनेट ने अल्पकालीनव सामान्य सरसोंसहित रागी केबीजों के मिनीकिटनिश्शुल्क बांटने का निर्णयलिया है। इसकेलिए सरकार ने 867 लाख रुपये बजट कीव्यवस्था की है।
प्रदेश के 18 सेअधिक जिले इसबार सूखे कीचपेट में है।कई अन्य जिलेभी ऐसे हैं, जहां सामान्य सेकम वर्षा हुईहै। नुकसान केआकलन का निर्देशमुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथदे चुके हैं।साथ ही प्रभावितकिसानों को राहतदिलाने के लिएभी प्रयास किएजा रहे हैं।इसी क्रम मेंमहत्वपूर्ण निर्णय कैबिनेट बाई-सर्कुलेशन लिया गया।सूखे और कमजोरमानसून के प्रभावितको देखते हुएराज्य पोषित प्रमाणितबीजों के वितरणपर अनुदान कीयोजना के तहतअल्पकालीन सरसों, सामान्य सरसोंऔर रागी केबीज निश्शुल्क किसानोंको वितरित किएजाएंगे।
बीजों के मिनीकिटवितरण पर सरकार 867 लाख रुपये खर्च करेगी।योजना में किसीप्रकार के संशोधनऔर आवश्यकता पड़नेपर अन्य किस्मोंके बीज योजनामें शामिल करनेके लिए मुख्यमंत्रीको अधिकृत कियागया है।निश्शुल्क बीजमिनीकिट का वितरणजिलों में 25 प्रतिशतअनुसूचित जाति एवंअनुसूचित जनजाति के किसानोंको और शेष 75 प्रतिशत अन्य जातिके किसानों कोकिया जाएगा। साथही 30 प्रतिशत महिलाकिसानों की भागीदारीसुनिश्चित करने काभी प्रयास कियाजाएगा।
इस योजनाका लाभ किसानोंको 'प्रथम आवक-प्रथम पावक' यानीपहले आओ, पहलेपाओ के आधारपर दिया जाएगा।सरकार का माननाहै कि योजनासे लगभग 1,80,000 मीट्रिकटन अल्पकालीन, सामान्यसरसों और 6,000 मीट्रिकटन रागी काउत्पादन होगा। लाभार्थी किसानोंको औसतन 10,000 रुपयेप्रति हेक्टेयर कालाभ मिलेगा।
Comments