टॉप- 10 अपराधियों को सजा कराने में सिद्धार्थनगर UP में प्रथम
- chandrapratapsingh
- Jul 29, 2023
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सिद्धार्थनगर, 29 जुलाई 2023 : सिद्धार्थनगर जिले में 25 मार्च से 15 जुलाई के बीच छह मामलों में टॉप- 10 अपराधियों को सजा कराने में पुलिस मानिटरिंग सेल ने प्रदेश में पहला स्थान हासिल किया है। सिद्धार्थनगर के अलावा मेरठ और कौशाम्बी जिला भी प्रथम स्थान पर है। यह जिले सर्वाधिक छह- छह मामलों अपराधियों को सजा कराने में सफलता हासिल की है। जबकि उन्नाव, रायबरेली और अयोध्या दूसरे स्थान पर हैं। इन जिलों में चार-चार मामलों में बदमाशों को सजा हुई है। प्रयागराज, हापुड़, देवरिया व लखनऊ जिले तीन-तीन मामलों में सजा कराकर तीसरा स्थान हासिल किया है।
गवाहों की पैरवी तय तिथि पर करा अपराधियों को सजा दिला रही टीम
अपराध करने के पश्चात अपराधी जमानत कराकर जेल से बाहर आ जाते हैं। मामलों में प्रभावी पैरवी व गवाही न होने से मुकदमा न्यायालय में काफी समय तक लंबित रहता है। इस दौरान बदमाश कई बार आपराधिक घटनाओं को अंजाम देते हैं। अपराधियों को सजा कराने के लिए एडीजी गोरखपुर जोन अखिल कुमार के निर्देश पर एसपी ने जिले में मानिटरिंग सेल स्थापित किया है। इसका प्रभारी निरीक्षक जय प्रकाश दुबे को बनाया गया है। उनकी अगुवाई में टीम बदमाशों पर निरंतर शिकंजा कस रही है। गवाहों की पैरवी तय तिथि पर कराने में वह जुटे हुए हैं। इसका नतीजा रहा कि जिले को प्रदेश में पहला हासिल हुआ है।
इन मामलों में कोर्ट ने बदमाशों को सुनाई है सजा
जिन बदमाशों को कोर्ट ने सजा सुनाई है उसमें एनडीपीएस, आम्र्स एक्ट से जुड़े मामले शामिल हैं। जिले के टापटेन के अपराधी पंचम बंजारा को जेल में बिताई गई अवधि व पांच हजार रुपये के अर्थदंड की सजा सुनाई है। इसी बदमाशों को आर्म्स एक्ट के मामले में जेल में बताई अवधि व एक हजार रुपये अर्थदंड, एनडीपीसी एक्ट के आरोपित असगर अली उर्फ उस्मान अली उर्फ किनकिन बंजारा को जेल में बितायी गई अवधि व पांच हजार रुपये का अर्थदंड, संजय उर्फ भेल्लर को मोहना थाना क्षेत्र में हुई चोरी के मामले में डेढ़ वर्ष कारावास की सजा और पांच सौ रुपये का अर्थदंड, और एनडीपीसी एक्ट के आरोपित राजू उर्फ इस्माइल को 10 वर्ष के कठोर कारावास व एक लाख रुपये के अर्थदंड से दंडित कराया है। सभी बदमाश जिले के टापटेन बदमाशों की सूची में शामिल हैं।
क्या कहते हैं अधिकारी
एसपी अमित कुमार आनंद ने बताया कि बदमाशों को सजा दिलाने में मानिटरिंग सेल प्रभावी पैरवी कर रही है। उच्च स्तर से चिन्हित दस में छह बदमाशों को सजा हो चुकी है। सूची उच्चाधिकारियों को प्रेषित करने के बाद दो और मामलों में बदमाशों को सजा हो चुकी है।
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