लखनऊ, 25 जून 2023 : देश के पहले आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस शहर के रूप में लखनऊ को विकसित करने की महत्वाकांक्षी योजना पर योगी सरकार ने कदम आगे बढ़ा दिया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को इसके लिए मिशन मोड में जुटने के लिए कहा है। इसके साथ ही अब प्रदेश सरकार का पूरा फोकस लखनऊ को देश में चुंबकीय आकर्षण वाले शहरों (मैगनेट) की कतार में लाकर खड़ा करने पर है।
यूपी के पांच शहर आईटी सेक्टर का बनेंगे केन्द्र
अभी देश के सात शहर मैगनेट सिटी के रूप में जाने जाते हैं। इनमें दिल्ली केंद्रित एनसीआर, कोलकाता, चेन्नई, मुंबई, हैदराबाद, अहमदाबाद और बेंगलुरु शामिल हैं। योगी सरकार लखनऊ को देश के आठवें मैगनेट सिटी के तौर पर विकसित करने की योजना पर आगे बढ़ रही है। सरकार का अगले पांच वर्षों को 20 तिमाहियों में बांटकर इस पूरी योजना को अमली जामा पहनाने का इरादा है। प्रदेश को अगले पांच वर्षों में एक ट्रिलियन डालर के आकार की अर्थव्यवस्था बनाने के लिए सरकार ने पांच शहरों-लखनऊ, कानपुर, गौतम बुद्ध नगर, वाराणसी और प्रयागराज को आइटी और आइटीईएस सेक्टर के केंद्रों के रूप में विकसित करने के लिए रणनीति तैयार की है।
मिशन मोड में काम करेंगे अधिकारी
सरकार का मानना है कि आइटी और आइटीईएस सेक्टर के जरिये ये पांच जिले प्रदेश के विकास की बड़ी संभावनाओं के द्वार खोलने के साथ मेधा के पलायन की समस्या का भी समाधान करेंगे। मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र की अगुआई में बीते आठ महीने से विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों की टीम इस योजना पर काम कर रही थी। मुख्यमंत्री के समक्ष इस संबंध में विस्तृत प्रस्तुतीकरण किया गया है। इसके बाद मुख्यमंत्री ने पूरी योजना को धरातल पर उतारने के लिए अधिकारियों को मिशन मोड में जुटने के लिए कहा गया है।
कानपुर को रोबोटिक्स और ड्रोन टेक्नोलाजी का केंद्र बनाने की योजना
गौतम बुद्ध नगर पहले से ही आइटी और आइटीईएस कंपनियों का पसंदीदा गंतव्य बना हुआ है। योगी सरकार गौतम बुद्ध नगर को देश ही नहीं, आइटी क्षेत्र के दिग्गज वैश्विक खिलाडिय़ों के लिए भी साफ्टवेयर उत्पादन का बड़ा केंद्र बनाना चाहती है। सरकार आने वाले समय में कानपुर को रोबोटिक्स और ड्रोन टेक्नोलाजी के हाटस्पाट के तौर पर पहचान दिलाना चाहती है। आइआइटी कानपुर इसमें बड़ी भूमिका निभाएगा। वहीं राजधानी लखनऊ को एआइ सिटी के रूप में विकसित करने का इरादा है।
इंजीनियरिंग क्षेत्र में मेधा तैयार करेंगे वाराणसी और प्रयागराज
इन तीन शहरों के लिए बड़े पैमाने पर इंजीनियरिंग क्षेत्र में दक्ष मानव संसाधन तैयार करने की जिम्मेदारी संयुक्त रूप से वाराणसी और प्रयागराज की होगी। इंजीनियरिंग क्षेत्र में दक्ष मानव संसाधन तैयार करने के लिए वाराणसी और प्रयागराज के पास पहले से ही आइआइटी-बीएचयू, एमएनएनआइटी और ट्रिपल आइटी जैसे बड़े शिक्षण संस्थान मौजूद हैं।
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