सीबीएसई हाईस्कूल परीक्षा कोरोना महामारी के चलते रद्द कर दी गई है। अब केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड यानी सीबीएसई नई नीति के तहत रिजल्ट तैयार कराएगा।
सीबीएसई की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि हर विषय के लिए 20 अंक आंतरिक मूल्यांकन के जरिए दिए जाएंगे जबकि 80 अंक सत्र के दौरान हुए टेस्ट में मिले नंबरों के आधार दिए जाएंगे।
हालांकि सीबीएसई परीक्षा नियंत्रक संयम भारद्वाज ने यह भी निर्देश दिया है कि स्कूलों को सुनिश्चित करना होगा कि उनके द्वारा 10वी की बोर्ड परीक्षाओं में दिए गए अंक स्कूल में स्टूडेंट के पिछले प्रदर्शन के अनुरूप हों। परिणाम को अंतिम रूप देने के लिए स्कूलों को प्रिंसिपल की अध्यक्षता में आठ सदस्यीय समिति का गठन भी करना होगा।
अगर मूल्यांकन में अनुचित और पक्षपातपूर्ण व्यवहार पाया गया तो स्कूलों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। बीते दिनों केंद्र सरकार ने दसवीं की परीक्षाएं रद्द कर दी थीं जबकि बारहवीं की परीक्षाएं अभी भी स्थगित हैं।
बीते वर्ष कोरोना की पहली लहर और दिल्ली के उत्तर-पूर्व इलाके में भड़के दंगों को देखते हुए सीबीएसई की परीक्षाएं आंशिक रूप से रद कर दी गई थी।
पीएम मोदी की अध्यक्षता में फैसला
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में उच्च स्तरीय बैठक के बाद यह घोषणा की गई थी। बैठक में प्रधानमंत्री ने कहा था कि छात्रों का स्वास्थ्य सरकार की शीर्ष प्राथमिकता होनी चाहिए। यह पहला मौका है जब सीबीएसई ने 10वीं की परीक्षा पूरी तरह रद्द कर दी।
इस बार कुल 21.5 लाख छात्रों ने 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं के लिए पंजीकरण कराया था। बीते दिनों आधिकारिक बयान में कहा गया था कि सीबीएसई बोर्ड एक जून को कोरोना महामारी की वस्तुस्थिति की समीक्षा करने के बाद 12वीं की बोर्ड परीक्षा की तारीखों के संबंध में फैसला लेगा।
क्या होगा यूपी बोर्ड में
उत्तर प्रदेश में कोरोना कहर ढा रहा है। शिक्षा विभाग के तमाम अधिकारी और कर्मचारी कोरोना की चपेट हैं। सिर्फ इतना ही नहीं विभाग की जिम्मेदारी संभाल प्रदेश के उपमुख्यमंत्री डाक्टर दिनेश शर्मा खुद कोरोना से जूझ रहे हैं।
ऐसे में यूपी बोर्ड की हाईस्कूल व इंटरमीडिएट परीक्षा 2021 के संबंध में अभी कोई निर्णय नहीं हुआ है। जिस तरह के हालात हैं उसमें अभी किसी तरह का कार्यक्रम घोषित करने की भी उम्मीद नहीं है। स्थिति ये है कि माध्यमिक कालेजों की ऑनलाइन पढ़ाई तक बंद है। इस माह परीक्षा कार्यक्रम घोषित नहीं होगा। संकेत है कि हालात में सुधार होने पर ही इस संबंध में निर्णय लिया जाएगा।
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद की परीक्षाएं पहले त्रिस्तरीय ग्राम पंचायत चुनाव और फिर कोरोना संक्रमण की वजह से स्थगित चल रही हैं। शासन ने 10वीं व 12वीं की परीक्षाओं के लिए दो बार परीक्षा कार्यक्रम जारी किया था। पहली बार परीक्षाएं 24 अप्रैल से और दूसरी बार आठ मई से होना प्रस्तावित थी। हाई कोर्ट के आदेश पर पंचायत चुनाव की तारीखें घोषित होने व दूसरी बार कोविड-19 का प्रकोप बढ़ने से परीक्षाओं को स्थगित किया गया।
ऐसा कहा जा रहा है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस संबंध में फैसला करेंगे। परीक्षाएं अब जून के अंत या फिर जुलाई में ही होंगी। परीक्षार्थी सीबीएसई की तर्ज पर यूपी बोर्ड से भी निर्णय की उम्मीद लगाए थे लेकिन, दोनों का परीक्षा ढांचा अलग होने से एक जैसे निर्णय की उम्मीद नहीं है, बल्कि यूपी बोर्ड की परीक्षाएं देर से ही सही होने की उम्मीद है।
टीम स्टेट टुडे
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