जनता का दिल जीतते रहे बाराबंकी के राजीव सिंह, बेटे के राजतिलक का सपना रह गया अधूरा

बाराबंकी, 31 जनवरी 2022 : करीब चार दशक तक दरियाबाद की जनता के दिलों पर राज करने वाले पूर्व मंत्री राजीव कुमार सिंह यानी राजा हड़हा का बेटे के राजतिलक का सपना पूरा नहीं हो सका। यह अधूरा सपना लिए वह अंतिम यात्रा पर चले गए।
टिकट न मिलने से थे आहत
राजीव कुमार सिंह बेटे के राजनीतिक भविष्य को लेकर चिंतित रहते थे। उन्होंने इस बार स्वयं के लिए नहीं बल्कि बेटे रितेश कुमार सिंह रिंकू के लिए सपा नेतृत्व से टिकट मांगा था। लेकिन, सपा नेतृत्व ने रामनगर सीट पर दो पूर्व मंत्रियों की दावेदारी के दृष्टिगत नई रणनीति बनाई थी। उसके तहत पूर्व मंत्री अरविंद सिंह गोप को दरियाबाद, पूर्व केंद्रीय मंत्री बेनी प्रसाद वर्मा के बेटे राकेश वर्मा को कुर्सी व फरीद महफूज किदवई को प्रत्याशी बनाया था। बेटे को टिकट न मिलने से आहत पूर्व मंत्री राजीव कुमार सिंह ने नेतृत्व को पुनर्विचार के लिए दो दिन का अल्टीमेटम भी दिया था। बताया जाता है कि इसके बाद 29 जनवरी की सुबह उनकी तबीयत बिगड़ने पर लखनऊ के मेदांता अस्पताल में भर्ती भी कराया गया था। हालांकि, दरियाबाद से प्रत्याशी व पूर्व मंत्री अरविंद सिंह गोप उन्हें अपना अभिभावक बताते हुए उनका आशीर्वाद लेकर चुनाव लड़ने की बात करते रहे।
दल बदलकर जीतते रहे जनता का दिल
राजीव कुमार सिंह सियासी हवा का रुख भांपने और जनता का दिल जीतने में माहिर थे। तभी तो उनके दल बदलने ओर भी जनता का उन पर विश्वास अटूट था। पहली बार 1985 में निर्दलीय विधायक चुने जाने से राजनीतिक करियर की शुरुआत करने वाले राजीव सिंह के साथ सफलता कदमताल करती रही। 1989 में कांग्रेस, 1996 व 2002 में भाजपा व 2007 व 2012 में सपा के टिकट पर विधायक चुने जाने तक उनका जीत का सफर जारी रहा। 2017 के चुनाव में उन्हें भाजपा के सतीश चंद्र शर्मा से हार का सामना करना पड़ा।