मोदी क्या भूले थे कार में जो खुद लेने के लिए पलट कर गए !

इसांन से भूल होती है। प्रधानमंत्री के रुप में 2014 से लेकर अब तक एक से बढ़कर एक काम अंजाम तक पहुंचाने वाले नरेंद्र मोदी जब राम के दरबार में पहुंचे तो उनके साथ भी वही हो गया जो कभी कभार हमारे आपके साथ हो जाता है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राम मंदिर भूमि पूजन के अवसर पर रामलला को भेंट चढ़ाने अपने साथ कुंभ कलश लेकर आए थे। हालांकि, चांदी के उस कुंभ कलश को संभवतः अपनी भेंट कार में ही भूल गए। जब वो कार से उतर कर पूजा स्थल की तरफ बढ़े तो उन्हें राम लला के लिए लाई गई उस भेंट की याद आई। फिर प्रधानमंत्री खुद कार की तरफ चल पड़े। मोदी ने कार में आकर वो भेंट लिया और फिर पूजा स्थल पर पहुंचे।

28 साल बाद लौटे अयोध्या नरेंद्र मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इससे पूर्व 28 साल पहले 1992 में पहली बार अयोध्या पहुंचे थे। तब वह बीजेपी के तत्कालीन अध्यक्ष डॉ. मुरली मनोहर जोशी के नेतृत्व में निकली तिरंगा यात्रा में उनके सहयोगी के तौर पर अयोध्या पहुंचे थे। यह यात्रा कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने की मांग को लेकर निकली थी। बताया जाता है कि जनवरी 1992 में कन्याकुमारी से शुरू हुई यह यात्रा 18 जनवरी 1992 को अयोध्या पहुंची थी। तब मुरली मनोहर जोशी के साथ नरेंद्र मोदी ने फैजाबाद (अयोध्या) के जीआइसी मैदान में सभा को संबोधित किया था। इस दौरान डॉ. जोशी और नरेंद्र मोदी ने रामलला के दर्शन भी किए थे।

रामलला के वकील के.पराशरण ने टीवी पर देखा पूजन
सुप्रीम कोर्ट में रामलला का पक्ष रखने वाले वरिष्ठ वकील के. पराशरण ने परिजनों संग पूरा भूमि पूजन कार्यक्रम टीवी पर ही देखा। वो टीवी पर ही कार्यक्रम देखकर बेहद प्रसन्न दिखे। बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव बीएल संतोष ने घर में टीवी देखते के. परासरण की तस्वीर ट्वीट की।
दरअसल, कोरोना संकट के कारण भूमि पूजन कार्यक्रम में शामिल होने का न्योता चुनिंदे लोगों को ही दिया गया। न्योता देते वक्त व्यक्ति की उम्र का भी ध्यान रखा गया। चूंकि पराशरण भी 92 वर्ष के हो चुके हैं, इसलिए उन्हें भी निमंत्रण नहीं भेजा गया। साथ ही, बीजेपी के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी और मनोहर जोशी को भी कोरोना संकट के मद्देनजर अयोध्या आने का निमंत्रण नहीं मिला था। हालांकि, इन गणमान्य लोगों समेत आम श्रद्धालुओं तक को भूमि पूजन कार्यक्रम दिखाने के लिए दूरदर्शन पर सीधा प्रसारण की व्यवस्था की गई।
टीम स्टेट टुडे