लखनऊ, 9 सितंबर 2022 : उत्तर प्रदेश में बूथ प्रबंधन से हाल ही में विधानसभा चुनाव जीतने वाली भाजपा ने अब मिशन 2024 की ओर तेजी से कदम बढ़ा दिए हैं। विपक्षी दलों की तैयारी जहां जमीन पर नजर नहीं आ रही है, वहीं भाजपा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के जन्मदिन 17 सितंबर से शुरू होने वाले सेवा पखवाड़ा के सहारे बूथ स्तर तक संगठन को फिर से सक्रिय करने के लिए तैयार है।
भाजपा के लिए कहा जाता है कि वह हर समय 'चुनावी मोड' में रहती है। विधानसभा चुनाव के परिणाम आने के बाद दूसरे दल अभी तक सदमे से उबरते नजर नहीं आ रहे। सपा में सिर्फ राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव दौरे कर रहे हैं तो बसपा प्रमुख मायावती अपने पुराने अंदाज में सिर्फ संगठन में प्रयोग करती जा रही हैं। कांग्रेस की हालत यह है कि प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा का कार्यकर्ता इंतजार ही कर रहे हैं। प्रदेश अध्यक्ष तक की तैनाती पार्टी नहीं कर सकी।
दूसरी ओर, भाजपा ने निकाय चुनाव के लिए मतदाता सूची पुनरीक्षण की तैयारी कर ली है। इसके साथ ही प्रधानमंत्री मोदी के जन्मदिन से गांधी जयंती यानी दो अक्टूबर तक सेवा पखवाड़ा आयोजित करने की रूपरेखा बना ली है। इसमें लगभग एक दर्जन गतिविधियां हैं, जिनमें बूथ स्तर तक के संगठन को लगाया जाएगा।
बूथ क्षेत्र के लाभार्थियों को कार्यक्रमों में शामिल करने के साथ ही टीकाकरण और स्वास्थ्य परीक्षण जैसे सेवा कार्यों से अधिक से अधिक लोगों को भाजपा से जोड़ने का प्रयास होगा। इस तरह भाजपा अपने संगठन को क्रियाशील रखने के साथ ही निचले स्तर तक जनता से सीधा जुड़ाव बनाए रखने के प्रयास में है।
इधर, प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी और प्रदेश महामंत्री संगठन धर्मपाल सिंह लगातार क्षेत्रीय बैठकें कर रहे हैं। गुरुवार को कानपुर क्षेत्र की बैठक में प्रदेश अध्यक्ष शामिल हुए, जबकि शुक्रवार को अवध क्षेत्र की बैठक बुलाई गई है।
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