नई दिल्ली, 16 मार्च 2022 : कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने बुधवार को लोकसभा में सोशल मीडिया पर सत्ता से मिलीभगत के आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि फेसबुक सत्ता की मिलीभगत से सामाजिक सौहार्द्र भंग कर रहा है। यह हमारे लोकतंत्र के लिए खतरनाक है। फेसबुक और ट्विटर जैसी दिग्गज वैश्विक कंपनियों का इस्तेमाल नेताओं और राजनीतिक दलों द्वारा पालिटिकल नैरेटिव गढ़ने के लिए किया जा रहा है।
यहलोकतंत्र के लिएखतरनाक
लोकसभामें कांग्रेस अध्यक्षसोनिया गांधी ने कहाकि यह बार-बार देखनेमें आया हैकि वैश्विक सोशलमीडिया कंपनियां सभी पार्टियोंको एक जैसामौका नहीं देरही हैं। भावनात्मकरूप से भरीगलत सूचनाओं केमाध्यम से आवामके दिमाग मेंनफरत भरी जारही है। फेसबुकजैसी कंपनियां इससेअवगत हैं। येइससे मुनाफा कमारही हैं। वैश्विकसोशल मीडिया कंपनियांसत्ता की मिलीभगतसे सामाजिक सद्भावको भंग कररही हैं। यहहमारे लोकतंत्र केलिए खतरनाक है।
बढ़रहा सोशल मीडियाके दुरुपयोग काखतरा
सोनियागांधी ने कहाकि हमारे लोकतंत्रको हैक करनेके लिए सोशलमीडिया के दुरुपयोगका खतरा बढ़रहा है। फेसबुकजैसी बड़ी कंपनियोंकी भी सत्तारूढ़प्रतिष्ठानों के बीचगठजोड़ देखी जारही है। मौजूदावक्त मेंदेखा जा रहाहै कि फेसबुकऔर ट्विटर जैसीवैश्विक कंपनियां नेताओं, पार्टियोंऔर उनके प्रतिनिधियोंकी ओर सेसियासी नैरेटिव गढ़ने केलिए तेजी सेइस्तेमाल कीजा रही हैं।
कदमउठाने की मांग
इसकेसाथ ही सोनियागांधी सरकार सेआग्रह किया किवह चुनावी राजनीतिमें फेसबुक औरअन्य सोशल मीडियाकंपनियों के कथितदखलंदाजी को समाप्तकरने को लेकरकदम उठाए। कांग्रेसनेता ने शून्यकालमें इस मसलेको उठाते हुएअल जजीरा औरद रिपोर्टर्स कलेक्टिवमें प्रकाशित एकरिपोर्ट का भीहवाला दिया। इसरिपोर्ट में दावाकिया गया हैकि फेसबुक नेराजनीतिक दलों कीतुलना में भाजपाको चुनावी विज्ञापनोंके लिए सस्तेसौदों की पेशकशकी थी।
लोकतंत्रकी रक्षा करनेकी दरकार
सोनियागांधी ने कहाकि मैं सरकारसे दुनिया केसबसे बड़े लोकतंत्रकी चुनावी राजनीतिमें फेसबुक औरअन्य सोशल मीडियाकंपनियों के हस्तक्षेपऔर प्रभाव कोसमाप्त करने कीगुजारिश करती हूं।भले ही सत्तामें कोई भीहो लेकिन हमेंलोकतंत्र और सामाजिकसद्भाव की रक्षाकरने की जरूरतहै।
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