google.com, pub-3470501544538190, DIRECT, f08c47fec0942fa0
top of page

" सूर्यग्रहण" 21 जून 2020 –कंकण (चूड़ामणि ) आषाढ़ अमावस्या राशियों पर प्रभाव – ज्योतिषीय नजरिया



यह सूर्य ग्रहण 21 जून 2020 दिन रविवार को सुबह 0 9 : 15 Am पर शुरू होगा और ग्रहण की समाप्ति दोपहर को 0 3 : 04 Pm पर होगी यह सूर्य ग्रहण पूरे भारत में दिखाई देगा इस सूर्य ग्रहण का सूतक 20 जून 2020 दिन शनिवार को रात को 09 : 15 Pm शुरू हो जाएगा सूतक काल में खट्टी बस्तु का प्रयोग वर्जित है मूर्ति को स्पर्श नहीं करना चाहिए क्रोध पर अंकुश रखें ईश्वर की आराधना करें सफेद वस्तु का दान करें भोजन में कुशा अथवा तुलसी का तुलसी के पत्ते यह पत्ता तुलसी का पते रखे गर्भवती महिलाओं को छत से बाहर नहीं निकलना चाहिए गांठ लगाना सिलना काटना मना है सूर्य ग्रहण में सूर्य की पूजा आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ राम स्तोत्र पाठ सुंदरकांड का पाठ सूर्य चालीसा का पाठ गायत्री मंत्र का जाप करना या फिर सुनना शुभ होता है ।

भारत के अतिरिक्त - यह सूर्य ग्रहण भारत के अतिरिक्त दक्षिणी पूर्वी यूरोप ऑस्ट्रेलिया के केवल उत्तरी क्षेत्रों न्यू गियाना फिजी हिंद महासागर मध्य पूर्वी एशिया अफगानिस्तान पाकिस्तान मध्य दक्षिणी चीन फिलीपींस आदि में दिखाई देगा ।

ध्यान दें - यह सूर्य ग्रहण रविवार को घटित हो रहा है अतः इसे चूड़ामणि सूर्य ग्रहण कहा जाता है शास्त्रों में इस ग्रहण में स्नान दान जाप पूजा पाठ आदी का बहुत महत्व माना गया है ।

भारत के अलग-अलग नगरों में सूर्य ग्रहण का समय इस प्रकार से है ।

( 1 ) द्वारिका - सुबह 09 : 56 Am से दोपहर को 0 1 : 19 Pm तक रहेगा ।

( 2 ) मुबंई - सुबह 10 : 00 Am से दोपहर को 01 : 27 तक रहेगा ।

( 3 ) उज्जैन - सुबह 10 : 10 Am से दोपहर को 0 1 : 42 Pm तक रहेगा ।

( 4 ) बेंगलुरु - सुबह 10 : 12 Am से दोपहर को 01 : 3 1 Pm तक रहेगा ।

( 5 ) मथुरा / वृंदावन / गुडगांवा - सुबह 10 : 19 Am से दोपहर को 0 1 : 49 Pm तक रहेगा ।

( 6 ) दिल्ली / गाजियाबाद / साहिबाबाद / नोएडा - सुबह 10 : 20 Am से दोपहर को 13 : 48 Pm तक रहेगा ।

( 7 ) खन्ना - सुबह 10 : 20 Am से दोपहर को 01 : 45 Pm तक रहेगा ।

( 8 ) आगरा / अलीगढ़ - सुबह 10 : 20 Am से दोपहर को 0 1 : 50 Pm तक रहेगा ।

( 9 ) लुधियाना / समराला / हैडो / नाभ / अहमदगढ / झांसी - सुबह 10 : 2 0 Am से दोपहर को 0 1 : 44 Pm तक रहेगा ।

( 10 ) शामली / केराना / पानीपत / पटियाला - सुबह 10 : 2 0 Am से दोपहर को 0 1 : 4 7 Pm तक रहेगा ।

( 11 ) मेरठ / बुलदंशहर / होशियारपुर / कुराली / मोहाली / माजरी - सुबह 10 : 2 1 Am से दोपहर को 0 1 : 4 9 Pm तक रहेगा ।

( 12 ) अंबाला / कुरुक्षेत्र - सुबह 10 : 21 Am से दोपहर को 0 1 : 47 Pm तक रहेगा ।

( 13 ) मुजफ्फरनगर / यमुनानगर - सुबह 10 : 22 Am से दोपहर को 0 1 : 49 Pm तक रहेगा ।

( 14 ) रुड़की / हरिद्वार / शिमला - सुबह 10 : 23 Am से दोपहर को 0 1 : 5 0 Pm तक रहेगा ।

( 15 ) लखनऊ - सुबह 10 : 26 Am से दोपहर को 0 1 : 5 8 Pm तक रहेगा ।

( 16 ) अयोध्या - सुबह 10 : 29 Am से दोपहर को 0 2 : 0 2 Pm तक रहेगा ।

( 17 ) वाराणसी - सुबह 10 : 3 0 Am से दोपहर को 0 2 : 04 Pm तक रहेगा ।

( 18 ) गया - सुबह 10 : 36 Am से दोपहर को 12 : 24 Pm तक रहेगा ।

( 19 ) अगरतला - सुबह 10 : 55 Am से दोपहर को 0 2 : 2 3 Pm तक रहेगा ।

सूर्य ग्रहण का राशिफल इस तरह से है - यह सूर्यग्रहण मृगशिर नक्षत्र और आद्रा नक्षत्र और मिथुन राशि में घटित होगा इसलिए इस राशि एवं नक्षत्र वालो को ग्रहण दान पाठ करना शुभ रहेगा ।

जन्म / नाम राशि - फल

( 1 ) मेष राशि - धन लाभ ।

( 2 ) वृष राशि - धन हानि ।

( 3 ) मिथुन राशि - दुर्घटना / चोट भय / चिंता ।

( 4 ) कर्क राशि - धन हानि ।

( 5 ) सिंह राशि - लाभ / उन्नति ।

( 6 ) कन्या राशि - रोग / कष्ट / भय ।

( 7 ) तुला राशि - चिंता / संतान को कष्ट ।

( 8 ) वृश्चिक राशि - शत्रु भय / साधारण लाभ ।

( 9 ) धनु राशि - स्त्री / पति कष्ट ।

( 10 ) मकर राशि - रोग / गुप्त चिंता ।

( 11 ) कुंभ राशि - खर्चे अधिक / कार्य में विलंब ।

( 12 ) मीन राशि - कार्य सिद्ध ।

सूर्य ग्रहण और लोक भविष्य

( 1) ग्रहण का मास फल

यह कंकण चूड़ामणि सूर्य ग्रहण आषाढ़ मास में घटित होने से छोटे-छोटे तलाब समाप्त तथा नदियों का प्रवाह कम हो जाएगा अर्थात कुछ प्रांतों में भीषण अकाल व्याप्त हो सकता है अफगानिस्तान कश्मीर चीन आदि देशों और प्रदेशों में राजनीतिक तथा प्राकृतिक प्रकोप से व्यापक जनधन की हानी की संभावना है और पूरे भारतवर्ष में वर्षा के योग बनेंगे फलों और सब्जियों की हानि होगी सूर्य ग्रहण रविवार को होने से आगे वर्षा की कमी गेहूं धान आदि का कम उत्पादन होगा गायों के दूध में भी कमी आएगी तथा विशव के प्रमुख राष्ट्रीय अध्यक्ष के मध्य तनाव और युद्ध जैसी स्थिति उत्पन्न हो होगी गेहूं चावल मूंग आदि धन्य गूड घी का संग्रह करने से दो महीनों में अच्छा लाभ प्राप्त होगा ।

लेखक/ संपादक पंडित अनिल कुमार शास्त्री

9650026539


Comentarios


bottom of page
google.com, pub-3470501544538190, DIRECT, f08c47fec0942fa0