लखनऊ, 21 मार्च 2022 : उत्तर प्रदेश की सत्ता को दूसरी बार संभालने जा रही योगी आदित्यनाथ सरकार अगले पांच वर्षों में प्रदेश के गांव-गांव तक सोलर ऊर्जा को बढ़ावा देने की तैयारी में जुटेगी। इसके लिए उसने कार्ययोजना तैयार की है। सरकार की प्राथमिकता बिजली की खपत को कम करना और लोगों को पूरे दिन बिजली की उपलब्धता कराना है। सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने की योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाने और लोगों को सौर ऊर्जा के महत्व की जानकारी देने के लिए जागरूकता कार्यक्रम भी चलाए जाएंगे।
योगीआदित्यनाथ सरकार के प्रयासोंसे यूपी पहलेही सौर ऊर्जाके क्षेत्र मेंदेश के अग्रणीराज्यों में स्थापितहोने में कामयाबरहा है। अबइसको और तेजीसे आगे बढ़ानेकी तैयारी सरकारने की है।घर-घर तकसोलर प्लांट पहुंचानेपर सरकार काजोर है। अपनेसाढ़े चार सालके कार्यकाल मेंगांव-गांव मेंसस्ती बिजली काउत्पादन करने मेंयूपी सरकार पहलेही बड़ी उपलब्धियांहासिल कर चुकीहै।
सरकारके प्रयासों सेगांव-गांव मेंअब सोलर पंपोंसे किसान खेतोंकी सिंचाई करतेदिखाई दे रहेहैं। सरकार गांवमें 235 मेगावाट क्षमता केसोलर रूफटॉप भीस्थापित किये हैं।खेतों की सिंचाईके लिये 19579 सोलरपंप भी लगवाएहैं। कई गांवोंके बाजार वसड़क सोलर स्ट्रीटलाइटों से जगमगारहे हैं। पंडितदीनदयाल उपाध्याय सोलर स्ट्रीटलाइ योजना केतहत ग्रामीण बाजारोंमें 25569 सोलर स्ट्रीटलाइटों की स्थापनाकी है। इसकेअलावा मुख्यमंत्री समग्रग्राम्य विकास योजना मेंचयनित राजस्व ग्रामोंमें 13791 सोलर स्ट्रीटलाइट संयंत्रों कीस्थापना की गईहै।
बता दें कि बीते कार्यकाल में योगी सरकार ने प्रदेश में 1535 मेगावाट की परियोजनाएं लागू की। 7500 करोड़ रुपये के खर्च से इन परियोजनाओं ने बिजली उत्पादन के क्षेत्र में बड़ा परिवर्तन लाने का काम किया। परियोजना को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार ने सौर ऊर्जा नीति के तहत सौर ऊर्जा इकाई स्थापना करने वालों को स्टाम्प शुल्क में भी शत-प्रतिशत छूट दी।
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