गोंडा रेलवे स्टेशन से गोरखपुर वाया डिब्रूगढ़ जा रही चंडीगढ़-डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस (15904) की 14 बोगियां पटरी से उतरकर पलट गईं। इनमें दो एसी कोच रेल पटरी के बगल खंती में भरे पानी में पलट गये। इससे पहले तेज रफ्तार ट्रेन के दो कोच बेपटरी हो गये। हादसा गोंडा-गोरखपुर रेल मार्ग पर मोतीगंज से झिलाही बाजार के बीच पिकौरा गांव के पास हुआ है। इसमें दो यात्रियों की मौके पर मौत हो गई, दो अन्य मरणासन्न हालत में लखनऊ रेफर कर दिये गये। कुल 31 रेलयात्री घायल हैं। हादसे की प्रारंभिक वजह बारिश से पटरी के दोनों तरफ जलभराव होने से ट्रैक का बैठना बताया जा रहा है। बोगियों के बेपटरी होने से लगभग 500 मीटर ट्रैक उखड़ गया, जबकि इलेक्ट्रिक लाइन भी क्षतिग्रस्त हो गई।
चंडीगढ़-डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस ट्रेन बृहस्पतिवार की दोपहर गाेंडा रेलवे स्टेशन से छूटने के बाद करीब 3.45 बजे गोंडा-गोरखपुर रेलखंड के मोतीगंज रेलवे स्टेशन से गुजर रही थी। मोतीगंज-झिलाही रेलवे स्टेशन के मध्य पिकौरा कोयरीपुर गांव के पास रेल ट्रेक में आई खराबी के कारण पहले ट्रेन दो डिब्बे पलट गए। इसके बाद एक के बाद एक करके और 12 डिब्बे पलट गए। रेल हादसे के बाद कोहराम मच गया। इस हादसे में लोगों की मौत के साथ तीन दर्जन से अधिक लोग जख्मी हो गए। हादसे की सूचना पर प्रशासन व पुलिस अफसर मौके पर पहुंचे और राहत कार्य में जुट गए।
चंडीगढ़-डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस में हुए हादसे के दौरान घायल हुए प्रमोद यादव उस घटना को याद करते हुए कहते हैं कि ट्रेन गोंडा से आगे बढ़ी तो सीट न मिलने व के चलते डिब्बे के फाटक पर ही पैर नीचे करके बैठ गए।
थोड़ी दूर रफ्तार में चलने के बाद ट्रेन अचानक लहराने लगी। जब तक लोग कुछ समझ पाते तक उसके उसके डिब्बों ने करवट लेना शुरू कर दिया और फिर वे पलटते चले गए। अपना डिब्बा पलटते देख जान बचाने के लिए चलती ट्रेन से कूद गया,लेकिन पटरी के किनारे लगे खंभों से सिर टकरा जाने के कारण गंभीर रूप से घायल हो गए।
चंडीगढ़ डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस के रफ्तार पकड़ते ही उसके अचानक तेज के झटके लगे लगे। मुश्किल से एक मिनट के ये झटके इतने तेज थे कि यात्री सीटों से नीचे गिर गए,जिससे घायल हुए लोगों में चीख पुकार मच गई। यह कहना है ट्रेन हादसे में घायल हुई यात्री अनीता का।
मुख्यमंत्री के निर्देश पर तत्काल सहायता में जुटा प्रशासनिक अमला
गोंडा ट्रेन हादसा
सीएम योगी ने अधिकारियों को तत्काल मौके पर पहुंच कर राहत कार्य में तेजी लाने के दिए निर्देश
सीएम योगी ने घायलों के समुचित उपचार और जिला प्रशासन के अधिकारियों को हरसंभव सहायता पहुंचाने के दिए निर्देश
सीएम के निर्देश पर आसपास के जिलों के सभी अस्पतालों, सीएचसी, पीएचसी को अलर्ट मोड पर रखा गया
एसडीआरएफ की टीम ने भी मौके पर पहुंच कर राहत कार्य को तत्काल शुरू किया
लखनऊ, 18 जुलाई: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार दोपहर गोंडा में हुए ट्रेन हादसे का संज्ञान लेते हुए तत्काल राहत व बचाव के निर्देश दिए। सीएम योगी के निर्देश पर पहुंचे अफसरों ने तत्काल राहत कार्य भी शुरू कर दिया। दुर्घटना में एक की मौत हो गयी, जबकि 35 लोग घायल हुए। इनमें से दो को लखनऊ रेफर किया गया। गौरतलब है कि गोंडा में गुरुवार की दोपहर डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस के आठ डिब्बे पटरी से उतरने के कारण यह हादसा हुआ।
सीएम के निर्देश पर तत्काल राहत कार्य शुरू
सीएम योगी ने अधिकारियों को तत्काल मौके पर पहुंच कर राहत कार्य में तेजी लाने और घायलों के समुचित उपचार के निर्देश दिए। उन्होंने जिला प्रशासन के अधिकारियों को हर संभव सहायता पहुंचाने को कहा। सीएम के निर्देश पर आस पास के जिलों के सभी अस्पतालों, सीएचसी, पीएचसी को अलर्ट मोड पर रखा गया। सीएम के निर्देश पर एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंच कर राहत कार्यों में तेजी से जुट गई।
मुख्यमंत्री के निर्देश पर तत्काल 40 सदस्यीय मेडिकल टीम मौके पर पहुंची और घायलों को अपनी देखरेख में अस्पताल पहुंचाया। कुछ देर बाद डॉक्टर समेत मेडिकल टीम के कई अन्य सदस्य भी पहुंच गए। 15 एम्बुलेंस तत्काल मौके पर पहुंची और घायलों को अस्पताल पहुंचाया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घायलों के उत्तम स्वास्थ्य की कामना की
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने ऑफिशियल सोशल मीडिया अकाउंट 'एक्स' पर लिखा कि जनपद गोण्डा में हुई ट्रेन दुर्घटना अत्यंत दुःखद है। जिला प्रशासन के अधिकारियों को युद्ध स्तर पर राहत एवं बचाव कार्य संचालित करने और घायलों को शीर्ष प्राथमिकता के साथ अस्पताल पहुंचाकर उनके समुचित उपचार के लिए निर्देश दिए हैं। सीएम ने लिखा कि प्रभु श्री राम से घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ हेतु प्रार्थना है।
35 यात्री घायल, दो लखनऊ रेफर
हादसे में 35 यात्री घायल हो गए, जबकि एक की मौत हो गयी। घायलों में से 30 को मामूली चोट आई है, जबकि पांच गम्भीर रूप से घायल हैं। 25 घायलों को मनकापुर सीएचसी और पांच को काजीदेवर सीएचसी रेफर किया गया है। गम्भीर रूप से तीन घायलों को गोंडा जिला अस्पताल ले जाया गया। वहीं दो अन्य को लखनऊ रेफर किया गया है। सीएम योगी के निर्देश पर सभी का इलाज चल रहा है।
चुरेब स्टेशन पर गोरखधाम सुपरफास्ट ट्रेन
26 मई 2014: इस दिन गोरखधाम सुपरफास्ट ट्रेन चुरेब स्टेशन के सिग्नल आउटर पर हादसे का शिकार हो गई थी। इस हादसे में एक माह की बच्ची सहित कुल 32 लोगों की जान गई थी। चालक दल के दो लोगों की भी मौत हुई थी। हादसे में कुल 158 लोग घायल भी हुए थे।
30 सितंबर 2014: गोरखपुर के कैंट स्टेशन के पास नंदानगर क्रासिंग पर 30 सितंबर 2014 की रात कृषक और लखनऊ-बरौनी एक्सप्रेस ट्रेन की आमने-सामने की भिड़ंत हो गई थी, जिसमें 14 लोगों की मौत हुई थी।
रायबरेली में हुई थी 46 लोगों की मौत
21 मार्च 2015: रायबरेली के बछरावां स्टेशन के नजदीक हुई देहरादून-वाराणसी जनता एक्सप्रेस की दुर्घटना में 46 लोग मारे गए थे, जबकि करीब 150 घायल हुए। इस दिन जनता एक्सप्रेस का ब्रेक फेल हो गया, जिस कारण चालक ने सामने से आ रही गंगा-गोमती एक्सप्रेस से सीधी टक्कर को बचाने के लिए ट्रेन को लूप लाइन पर डाला था। हालांकि, यह भी बात सामने आई थी कि ट्रेन चालक ने सिग्नल की अनदेखी की, जिससे इंजन और उससे जुड़े दो डिब्बे पटरी से उतर गए।
सुल्तानपुर में आमने सामने आ गई थी दो ट्रेनें
16 फरवरी 2023: उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर में 16 फरवरी 2023 को बड़ा रेल हादसा हुआ था। यहां दो मालगाड़ियों की आपस में टक्कर हो गई। टक्कर इतनी जोरदार थी कि रेल डिब्बे के परखच्चे उड़ गए और कई डिब्बे पटरी से उतर गए थे।
18 जुलाई 2024
चंडीगढ़ से डिब्रूगढ़ जा रही ट्रेन संख्या (15904)गोंडा के पास पटरी से उतर गई। इस हादसे में 2 लोगों की मौत हो गई जबकि 7 लोग घायल हो गए।
17 जून 2024
पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग में 17 जून को कंचनजंघा एक्सप्रेस और मालगाड़ी की टक्कर हो गई थी। इस हादसे में मालगाड़ी के लोकोपायलट समेत 10 लोगों की मौत हुई थी
29 अक्टूबर 2023
आंध्र प्रदेश के अलमांडा-कंथकपल्ली में विशाखापत्तनम-रायगढ़ पैसेंजर ट्रेन को पीछे से पलासा एक्सप्रेस ने टक्कर मार दी। इस हादसे में विशाखापत्तनम-रायगढ़ पैसेंजर ट्रेन पटरी से उतर गई और हादसे में 10 लोगों मौत गई।
11 अक्टूबर 2023
दिल्ली के आनंद विहार से गुवाहाटी जा रही नॉर्थ ईस्ट एक्सप्रेस 11 अक्तूबर को बिहार में बक्सर के पास पटरी से उतर गई थी। इस हादसे में 4 यात्रियों की मौत हो गई थी।
25 अगस्त 2023
लखनऊ से रामेश्वर जा रही भारत गौरव ट्रेन में आग लग गई थी। इस हादसे में 9 यात्रियों की मौत हो गई जबकि 20 लोग घायल हो गए थे।
2 जून 2023
2 जून 2023 को रेलवे के हाल के दिनों में हुआ यह सबसे बड़ा हादसा था। ओडिशा के बालासोर में बेंगलुरु- हावड़ा सुपरफास्ट ट्रेन से टकराने के बाद कोरोमंडल एक्सप्रेस एक मालगाड़ी से टकरा गई थी। इस हादसे में तीन ट्रेनें आपस में टकरा गई थीं। हादसे में 300 से ज्यादा लोगों की मौत हुई थी जबकि करीब एक हजार लोग घायल हुए थे।
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