लखनऊ, 15 मई 2022 : गंभीर वित्तीय संकट से जूझ रहे पावर कारपोरेशन प्रबंधन ने अब बिजली चोरी के सभी रास्ते बंद करने की ठानी है। इसके लिए प्रबंधन कई मोर्चे पर एक साथ काम कर रहा है। ज्यादा लाइन लास वाले क्षेत्रों पर अधिक फोकस किया जाएगा। हर कनेक्शनधारक को मीटर से ही आपूर्ति सुनिश्चित की जाएगी। कटिया से चोरी बंद करने के लिए एबीसी (एरियल बंच केबल) का जाल बिछाया जाएगा। बकाए के साथ ही वर्तमान बिल की वसूली और लाइन लास घटाने का वार्षिक और मासिक लक्ष्य तय कर अवर अभियंता से लेकर प्रबंध निदेशक तक को दायित्व सौंपा गया है। इसमें सुस्ती न बरती जाए, इसके लिए प्रमुख सचिव ऊर्जा और पावर कारपोरेशन के चेयरमैन एम. देवराज प्रतिदिन समीक्षा कर रहे हैं।
दरअसल, भीषण गर्मी में शहरवासियों को 24 घंटे और गांव को 18 घंटे बिजली देने के लिए कारपोरेशन प्रबंधन पर भुगतान का दबाव बढ़ता जा रहा है। चूंकि अभी बिजली आपूर्ति के एवज में वसूली लगभग 2419 करोड़ रुपये प्रतिमाह कम हो रही है, इसलिए कारपोरेशन का घाटा लगातार बढ़ता जा रहा है। बिजली उत्पादकों का समय से भुगतान करने के लिए उसके सामने गंभीर वित्तीय संकट है। ऐसे में जरूरत पर भी कारपोरेशन न तो पावर एक्सचेंज की महंगी बिजली खरीदने और न ही कोयले का पेमेंट करने की स्थिति में है। सूबे में विकास की रफ्तार बनाए रखने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में बिजली संकट के स्थायी समाधान पर जोर देते हुए ऊर्जा क्षेत्र में व्यापक सुधार के निर्देश दिए हैं।
प्रमुख सचिव ऊर्जाके साथ हीकारपोरेशन के चेयरमैनका भी दायित्वसंभाल रहे देवराजबताते हैं किऊर्जा क्षेत्र कोसुधारने के लिएसबसे जरूरी बिजलीचोरी पर पूरीतरह से रोकलगाना है। अभीलाइनलास (वितरण हानियां) लगभग 20 और एटीएंडसी (तकनीकीव वाणिज्यिक हानियां) 28 प्रतिशत है, जिसे 11 और 16 प्रतिशत तक करनेके लिए जेईसे लेकर डिस्कामके प्रबंध निदेशकतक का दायित्वतय किया गयाहै।
देवराज ने बतायाकि खासतौर सेपूर्वांचल में ही 7.50 लाख से ज्यादाबिना मीटर वालेकनेक्शन हैं जहां 100 दिन में हीसभी में मीटरलगाने के निर्देशदिए गए हैं।ज्यादा लास वालेक्षेत्रों में एबीसीलगाए जाने केलिए टेंडर कीप्रक्रिया पूरी कीजा रही है। सभी 11 केवी फीडर केसाथ ही अबहर ट्रांसफार्मर काभी एनर्जी आडिटहोगी। ऐसे मेंजहां ज्यादा लासहै वहां जरूरीकार्यवाही की जाएगी।इनमें 10 हजार सेअधिक के बकाएवाले उपभोक्ताओं सेपहले वसूली सुनिश्चितकी जाएगी।
जून तकघटानी होगी 20 प्रतिशतहानियां : हर एकफीडर पर अप्रैलकी हानियों कोदेखते हुए जूनतक उसमें 20 प्रतिशततक कमी लानेका लक्ष्य जेईको सौंपा गयाहै। इस संबंधमें कारपोरेशन केएमडी पंकज कुमारद्वारा जारी आदेशके मुताबिक जिनफीडर की हानियां 50 प्रतिशत से अधिकहैं उनमें 30 जूनतक 20 प्रतिशत कमीकरनी होगी। लाइनलास 30 से 50 प्रतिशत होनेपर 15 और 25 से 30 होने पर 10 प्रतिशत कमीलानी होगी। एसडीओऔर अधिशासी अभियंताको प्रतिदिन, मुख्यअभियंता को साप्ताहिकऔर डिस्काम केनिदेशक को 15 दिन मेंजेई के कार्यकी समीक्षा केनिर्देश दिए गएहैं।
नंबरों में समझिएकारपोरेशन की हालत
97 हजार करोड़रुपये से अधिकका है घाटा
80 हजार करोड़रुपये से अधिकका है कर्ज
21500 करोड़ रुपये सेअधिक की हैंदेनदारियां
2400 करोड़ रुपये प्रतिमाहघट रहा राजस्व
58 करोड़ प्रतिदिन घटरहा सरकारी मददके बाद भी।
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