हिंदी है हम – हिंदुस्तान हैं – यूएन में हिंदी को आधिकारिक भाषा का दर्जा देने की मांग तेज

ग़दर, अब तुम्हारे हवाले वतन साथियों,जीनियस,हुकूमत जैसी अनेक सफल फ़िल्मों के निर्माता-निर्देशक अनिल शर्मा ने हिंदी को संयुक्त राष्ट्र संघ की आधिकारिक भाषा का दर्जा देने पुरज़ोर माँग करते हुए हिंदी जन अभियान का खुला समर्थन किया है । उन्होंने हिंदी के पक्ष में मुहिम को तेज करने की आवश्यकता पर बल दिया है ।
संयुक्त राष्ट्र हिंदी जन अभियान के अध्यक्ष दीपक मिश्र ने अनिल शर्मा को हिंदी अभियान का सांस्कृतिक जन दूत घोषित करते हुए कहा कि अनिल शर्मा सरीखे हिंदी सेवी रचनाधर्मी के जुड़ने से हिंदी व हिंदी हित हेतु संचालित वैश्विक अभियान को गुणात्मक शक्ति व गति मिलेगी ।

अनिल शर्मा ने अपनी फ़िल्मों के माध्यम से सदैव हिंदुस्तानियत और हिंदी को मज़बूत किया है । हिंदी आज भी उपनिवेशवादी विभेदकारी सोच से ग्रसित है । तीसरी सबसे बड़ी भाषा होने के बावजूद हिंदी का संयुक्त राष्ट्र संघ की आधिकारिक भाषा न होना दुःखद व दुर्भाग्यपूर्ण है । वैश्विक जनमत हिंदी के साथ है ।

दीपक मिश्र ने आशा व्यक्त कि शीघ्र ही यूएनओ अपने दृष्टिकोण को व्यापक बनाते हुए हिंदी को आधिकारिक भाषा का दर्जा और भारत को सुरक्षा परिषद की स्थाई सदस्यता प्रदान कराएगा । भारत व हिंदी के पक्ष में चल रहा अभियान सभी हिंदुस्तानियों व भारतीय भाषाओं के हितैषियों का अभियान है । सभी सहमत हैं कि हिंदी के हित में ही सभी भारतीय भाषाओं का हित निहित है ।
अनिल शर्मा को शिवपाल सिंह यादव, नेपाली सांसद व हिंदी अभियान के महासचिव अभिषेक प्रताप शाह, तिब्बती सांसद दाबा क्षिरिंग, पूर्व मंत्री शारदा प्रताप शुक्ल, विश्व हिंदी सचिवालय के निदेशक प्रो. विनोद मिश्र, हिंदी शिक्षक संघ के अध्यक्ष दीपक राय समेत कई हिंदीसेवियों ने बधाई दी और कहा कि हिंदी व भारत का ग़दर अब सफलता का परचम लहरा कर ही दम लेगा ।
टीम स्टेट टुडे