लखनऊ, 16 अगस्त 2022 : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में सम्पन्न कैबिनेट की बैठक में उत्तर प्रदेश के जेल मैनुअल को बदलने की मंजूरी दी गई है। देश की स्वतंत्रता के 75 वर्ष पूरे होने के बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने ब्रिटिश काल के जेल मैनुअल से भी आजादी लेने की मुहिम पर काम प्रारंभ कर दिया है। इसी कारण नए जेल मैनुअल को मंजूरी मिली है।
योगी आदित्यनाथ कैबिनेट ने प्रदेश में नए जेल मैनुअल को मंजूरी दे दी है। 16 प्रस्तावों को हरी झंडी देने के क्रम में मंत्रिमंडल ने ब्रटिश काल के जेल मैनुअल को बदलकर नए जेल मैनुअल को मंजूरी दे दी है। इसके तहत अब बंदी रक्षकों को भी भी 303 रायफल जगह 9 एमएम की पिस्टल और कार्बाइन भी मिलेगी। इससे अब बंदी रक्षक भी खुंखार अपराधियों से निपटने में सक्षम होंगे। उनको बाहर से आने वाली फोर्स का इंतजार भी नहीं करना पड़ेगा।
राज्य में एक समान जेल मैनुअल
जेल मैनुअल में बदलाव के तहत राज्य में एक समान जेल मैनुअल लागू होना है। नया मैन्युअल लागू होगा। अब बंदी रक्षकों को 303 राइफल की जगह पिस्टल तथा इंसास राइफल सहित कई आधुनिक उपकरण दिए जाएंगे। लॉक अप, रजवाड़ों की बंदी, काला पानी, यूरोपीय बंदी आदि व्यवस्था समाप्त की गई है। बंदियों को शाम को चाय बिस्कुट मिलेगा। योगी आदित्यनाथ कैबिनेट ने प्रदेश में लाकअप जेल की व्यवस्था समाप्त कर दी है। इसके साथ ही कालापानी की सजा के स्थानांतरण की व्यवस्था समाप्त की गई है। प्रदेश में अब जेल को चार कैटिगरी में बांटा जाएगा।
जेल में बैरक चार श्रेणियों में बांटी जाएंगी
§ ए श्रेणी : 2000 से अधिक बंदी
§ बी श्रेणी : 2000 से 1500 बंदी
§ सी श्रेणी : 1500 से 1000 बंदी
§ डी श्रेणी : 1000 से नीचे के बंदी
पुरुष बंदियों के लिए अब सार्वजनिक शेविंग की भी व्यवस्था
प्रदेश की जेल में अब महिला बंदियों के लिए मंगल सूत्र और सलवार सूट पहनने की छूट को मंजूरी दी गई है। इतना ही नहीं पुरुष बंदियों के लिए अब सार्वजनिक शेविंग की भी व्यवस्था रहेगी। पहले बंदी स्वयं के खर्च से दाढ़ी बनवाते थे। कुख्यात बंदियों के लिए उच्च सुरक्षा कारागार बनेंगे। गर्भवती महिलाओं को पौष्टिक आहार दिया जाएगा। जेल में बच्चों की पढ़ाई लिखाई के लिए शिक्षकों की व्यवस्था होगी, जबकि इनके लिए चिल्ड्रेन पार्क भी बनाए जाएंगे।
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