chandrapratapsingh

Jun 1, 20221 min

भाकियू जिलाध्यक्ष पर जानलेवा हमले के बाद किसानों में गुस्सा

लखीमपुर, 1 जून 2022 : मंगलवार की रात भाकियू जिलाध्यक्ष दिलबाग सिंह पर हुए जानलेवा हमले के बाद उनके गांव रहीमनगर ग्रंट में लोगों की भारी भीउ़ उमड़ रही है। हमले से हतप्रभ दिलबाग और किसानों ने इस मामले में सीधे तौर पर पुलिस को जिम्मेदार ठहराया है। वहीं गुरुवार को इस हमले के विरोध में किसानों की अगली रणनीति तय करने के लिए एक संगत का आयोजन टोहलिया गुरुद्वारा में किया गया है जिसमें बड़ी संख्या में किसान और भाकियू कार्यकर्ता एकत्र होंगे।

हमले के बाद बुधवार को सुबह जैसे ही ये खबर वायरल हुई तो दिलबाग सिंह के गांव में उनको देखने वालों की भीड़ लग गई। आने वाला हर आदमी इस बात से हैरान था कि ये हमला किसने कराया। भाकियू अध्यक्ष ने बताया कि अब इस मामले की अगली रणनीति गुरुवार को तय की जाएगी। इस दौरान उन्होंने अपनी कोई पारिवारिक या किसी और रंजिश होने की बात से साफ इंकार कर दिया। उनका कहना है कि उन पर एक सोची समझी साजिश के तहत हमला किया गया और हमलावरों ने तब गोली चलानी बंद की जब उनको लगा कि गोली उनको लग गई है।

पहले भी मिला है धमकी भरा पत्रः भाकियू जिलाध्यक्ष दिलबाग सिंह ने जानकारी दी कि कोई एक साल पहले उनको एक पत्र के जरिए भी जान से मारने की धमकी दी गई थी। जिसकी सूचना उन्होंने पुलिस को दी और अज्ञात के खिलाफ मुकदमता भी दर्ज कराया। उनका ये कहना है कि उस मामले में कार्रवाई क्या की गई? इसकी कोई जानकारी उनको नहीं दी गई। दिलबाग ने खुद पर हुए हमले का जिम्मेदार पुलिस को ठहराया है।

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