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Jan 7, 20222 min

नागपुर में संघ मुख्यालय समेत कई इलाके आतंकियों के निशाने पर – हाई अलर्ट

पंजाब में प्रधानमंत्री की सुरक्षा में सेंध लगने के बाद अब नागपुर का संघ मुख्यालय और संघ नेता आतंकियों के निशाने पर हैं। पंजाब में कांग्रेस की सरकार है तो दूसरी तरफ महाराष्ट्र में शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस की मिली जुली सरकार है।

जैश ए मोहम्मद के आतंकियों ने नागपुर के कई इलाकों में रेकी की है। ये जानकारी नागपुर के पुलिस आयुक्त अमिकेश कुमार ने दी है। उन्होंने कहा कि जैश-ए-मोहम्मद के कुछ आतंकियों ने नागपुर में कुछ ठिकानों की रेकी की है, इसके बाद हमने कार्रवाई की और यूएपीए के तहत मामला दर्ज किया है, जिसकी जांच क्राइम ब्रांच कर रही है। हमने सभी स्थानों की सुरक्षा बढ़ा दी है। आतंकियों की रेकी के बाद नागपुर में आतंकी हमले का खतरा बढ़ गया है। नागपुर स्थित आरएसएस मुख्यालय के बाहर सुरक्षा के इंतजाम बढ़ा दिए गए हैं।

पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आइएसआइ फिर मुंबई व देश के अन्य शहरों में आतंकी हमले की साजिश रच रही है। इस बार लश्कर-ए-तैयबा या जैश-ए-मोहम्मद जैसे पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठनों के बजाय उसकी तैयारी विदेश में बसे खालिस्तानी आतंकियों के इस्तेमाल की है।

जर्मनी में रह रहे आतंकी संगठन सिख फार जस्टिस के जसविंदर सिंह मुल्तानी के खिलाफ दर्ज एनआइए (राष्ट्रीय जांच एजेंसी) की एफआइआर में यह बात सामने आई है। हाल में लुधियाना में हुए बम धमाके में मुल्तानी का नाम सामने आया है। 2008 में आइएसआइ ने लश्कर के आतंकियों से मुंबई में हमले को अंजाम दिया था। एनआइए के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि मुल्तानी लगातार आइएसआइ के संपर्क में है। आइएसआइ मुल्तानी का इस्तेमाल कर मुंबई समेत देश के कई शहरों में आतंकी हमले की योजना तैयार कर रही है। मुल्तानी और आइएसआइ के बीच हुई बातचीत के पुख्ता सुबूत एनआइए के पास मौजूद हैं। इसके साथ एनआइए ने एफआइआर में मुल्तानी पर भारत में युवाओं को देश के खिलाफ भड़काने और उन्हें आतंकी गतिविधियों के लिए भी उकसाने का आरोप लगाया है। एफआइआर के अनुसार हवाला के जरिये बड़े पैमाने पर धन भेजकर मुल्तानी पंजाब में आतंकवाद को फिर से खड़ा करने की साजिश भी कर रहा है। यही कारण है कि एनआइए ने मुलतानी के खिलाफ देशद्रोह के अलावा गैरकानूनी गतिविधि कानून की विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज किया है। अधिकारी ने कहा कि एनआइए जल्द ही मुल्तानी को भारत लाने के लिए कानूनी प्रक्रिया शुरू करेगी। उन्होंने कहा कि जर्मनी के साथ भारत की प्रत्यर्पण संधि है। एजेंसी इस मामले में पुख्ता रोडमैप के साथ कार्रवाई सुनिश्चित करेगी।

आतंकियों ने नागपुर के कई नामचीन इलाकों की फोटो ली हैं और उनका वीडियो भी बनाया है। इसके मद्देनजर पूरे शहर में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात कर दी गई है। नाकाबंदी कर दी गई है। बाहर से आने वाले हर शख्स की जांच की जा रही है। पुलिस कमिश्नर ने बताया कि इस जानकारी के बाद सभी पुलिसकर्मियों की छुट्टियां रद्द कर दी गई है। सभी प्रमुख स्थानों पर लगे सीसीटीवी कैमरों की जांच की जा रही है।

इससे पहले पिछले साल अक्तूबर में संघ नेताओं पर आतंकी हमले की साजिश की बात सामने आई थी। उस वक्त बताया गया था कि हमले के लिए आतंकी आईईडी या विस्फोटकों से लदी गाड़ी का इस्तेमाल कर सकते हैं। उस दौरान इंटेलिजेंस ब्यूरो दिल्ली के मुताबिक, महाराष्ट्र, पंजाब और राजस्थान और पूर्वोत्तर के राज्यों के नेताओं को निशाना बनाया गया था।

टीम स्टेट टुडे

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