statetodaytv
Jan 22 min
हिट एंड रन कानून में प्रस्तावित संशोधनों को लेकर देश में चक्का जाम की स्थिति है। राजधानी लखनऊ के कई पेट्रोल पंपों पर डीजल-पेट्रोल खत्म हो गया। लंबी-लंबी कतारें पूरा दिन लगी रहीं। शहर में हर पेट्रोल पंप से आधा किलोमीटर पहले से जाम की स्थिति बन गई। ऐसे में योगी सरकार ने फैसला लिया है कि अब लखनऊ मेट्रो का विस्तार किया जाएगा।
हड़ताल के चलते खड़े रहे टैंकर
चालकों के हड़ताल का असर यह रहा कि सोमवार देर शाम से इंडियन आयल से तेल भरे टैंकरों के पहिए थम गए। प्रतिदिन करीब 200 टैंकरों से डीजल, पेट्रोल की आपूर्ति होती है, लेकिन हड़ताल के चलते टैंकर खड़े रहे। इसका असर भी नजर आया।
लोगों ने नोक-झोंक भी की
पेट्रोल व डीजल लेने के लिए दोपहर एक बजे से पंपों पर ऐसी भीड़ जुटी कि लोगों में धक्का-मुक्की होने लगी। वाहन में पहले तेल भरवाने को लेकर बाई का बाग, मानसरोवर, बिजली घर, सिविल लाइंस में पेट्रोल पंप कर्मियों से कुछ लोगों ने नोक-झोंक भी की।
शाम होते-होते हालात ऐसे हो गए कि पेट्रोल पंप के बाहर सड़क तक वाहनों की कतार लग गई। इससे आवागमन बाधित होने लगा। मौके पर पहुंचे पुलिसकर्मियों ने जैसे-तैसे लोगों से वाहनों को कतारबद्ध करवाया।
मुख्यमंत्री ने की लखनऊ, कानपुर और आगरा मेट्रो के कार्यों की समीक्षा, कहा मेट्रो विस्तार के लिए निजी क्षेत्र का लें सहयोग
चारबाग से चौक होते हुए बसंतकुंज तक होगा नया फेज, वर्तमान फेज का आईआईएम व पीजीआई तक होगा विस्तार
कानपुर और आगरा में निर्माणाधीन दोनों फेज का काम तय समय सीमा के भीतर पूरा कराएं: मुख्यमंत्री
भूमिगत मेट्रो परियोजनाओं के लिए कार्य करते समय सुरक्षा मानकों के कड़ाई से हो अनुपालन: मुख्यमंत्री
● मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राजधानी लखनऊ की आवश्यकता के लिए लखनऊ मेट्रो के विस्तार के निर्देश दिए हैं। मंगलवार को एक महत्वपूर्ण बैठक में लखनऊ, आगरा और कानपुर मेट्रो की समीक्षा की और कहा कि मेट्रो सेवाओं के विस्तार में निजी क्षेत्र सहयोग का उत्सुक है। हमें उनका सहयोग लेना चाहिए। विशेष बैठक में मुख्यमंत्री जी के प्रमुख दिशा-निर्देश....
● लखनऊ में चारबाग से चौक होते हुए वसंतकुंज तक मेट्रो के नए चरण के लिए डीपीआर तैयार कराएं। अंडरग्राउंड/एलिवेटेड की उपयुक्तता के परीक्षण कराएं। यथाशीघ्र प्रस्ताव तैयार कराकर प्रस्तुत करें। यह फेज एक बड़ी आबादी की अत्याधुनिक नगरीय परिवहन की सुविधा से जोड़ने वाला होगा।
● वर्तमान में लखनऊ में संचालित हो रही मेट्रो को एक ओर आईआईएम तक तथा दूसरी ओर एसजीपीजीआई तक विस्तार दिया जाना चाहिए। निजी क्षेत्र की अनेक कंपनियां इसके लिए सहयोग देने को इच्छुक हैं। ऐसे में हमें पीपीपी मोड पर विस्तारीकरण के लिए विचार करना चाहिए।
● मेट्रो रेल परिसर में व्यावसायिक गतिविधियों को और प्रोत्साहन दिया जाना चाहिए। पैसेंजर सर्विस और सुरक्षा के लिए पुख्ता इंतजाम किए जाएं।
● भूमिगत मेट्रो परियोजनाओं के लिए कार्य करते समय सभी सुरक्षा प्रबन्ध सुनिश्चित किए जाएं। मानकों का कड़ाई से अनुपालन किया जाना चाहिए।
● कानपुर और आगरा में मेट्रो के दो-दो नए फेज पर कार्य जारी है। जनहित के किसी भी प्रोजेक्ट के लिए कोई धनाभाव नहीं है। धनराशि समय पर जारी की जाए। संवाद, समन्वय के साथ तय समयसीमा के भीतर परियोजनाओं को पूरा कराएं।
● गौतमबुद्ध नगर व 17 नगर निगमों में इलेक्ट्रिक बसों तथा ई-रिक्शा को प्रोत्साहित किया जाना चाहिए।