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राममय भारतवर्ष - सजधज कर तैयार अयोध्या - प्राण प्रतिष्ठा से पहले मंगल ध्वनि से गूंजेगा नव्य भव्य राम मंदिर - ISRO ने दिखाया अंतरिक्ष से Shri Ram Temple


प्राण प्रतिष्ठा से पहले मंदिर परिसर में 2 घंटे तक विभिन्न वाद्ययंत्रों का होगा वादन

मंदिर प्रांगण में गूंजेगी उत्तर प्रदेश के पखावज, बांसुरी और ढोलक की स्वर लहरी


कर्नाटक की वीणा, महाराष्ट्र के सुंदरी, पंजाब का अलगोजा और ओडिशा के मर्दल का भी होगा प्रदर्शन

अयोध्या, 21 जनवरी। भक्ति भाव से विभोर अयोध्या धाम में सोमवार को श्री राम जन्मभूमि पर होने वाली प्राण प्रतिष्ठा समारोह की शुरुआत मंगल ध्वनि से होगी। 50 से अधिक मनोरम वाद्ययंत्र, विभिन्न राज्यों से लगभग 2 घंटे तक इस शुभ घटना के साक्षी बनेंगे। यह भव्य संगीत कार्यक्रम हर भारतीय के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर का प्रतीक होगी, जो प्रभु श्री राम के सम्मान में विविध परंपराओं को एकजुट करने का कार्य करेगी। इस मांगलिक संगीत कार्यक्रम के परिकल्पनाकार और संयोजक यतीन्द्र मिश्र हैं, जो प्रख्यात लेखक, अयोध्या संस्कृति के जानकार और कलाविद् है। इस कार्य में उनका सहयोग केंद्रीय संगीत नाटक अकादेमी, नई दिल्ली ने किया है।



मुहूर्त से ठीक पहले होगा वादन


श्रीरामजन्मभूमि प्राण-प्रतिष्ठा समारोह के पुनीत और ऐतिहासिक अवसर पर प्रातः 10 बजे से प्राण- प्रतिष्ठा मुहूर्त के ठीक पहले तक, लगभग 2 घण्टे के लिए श्रीरामजन्मभूमि मन्दिर में शुभ की प्रतिष्ठा के लिए 'मंगल ध्वनि का आयोजन किया जाएगा। श्रीराम जन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया कि

हमारी भारतीय संस्कृति की परम्परा में किसी भी शुभ कार्य, अनुष्ठान, पर्व के अवसर पर देवता के सम्मुख आनन्द और मंगल के लिए पारम्परिक ढंग से मंगल- ध्वनि का विधान रचा गया है। इसी सन्दर्भ में प्रभु श्रीराम की प्राण-प्रतिष्ठा का यह श्रीअवसर, प्रत्येक भारतवासी के लिए शताब्दियों में होने वाला ऐसा गौरव का क्षण है, जब हम सम्पूर्ण भारत के विभिन्न अंचलों और राज्यों से वहां के पारम्परिक वाद्यों का वादन यहां श्रीरामलला के सम्मुख करने जा रहे हैं। विभिन्न राज्यों के पच्चीस प्रमुख और दुर्लभ वाद्य यन्त्रों के मंगल वादन से अयोध्या में ये प्रतिष्ठा महोत्सव सम्पन्न होगा। इसे उन वादों के दक्ष कलाकार प्रस्तुत करेंगे।


इन राज्यों के प्रमुख वाद्यों का होगा वादन


भारतीय परंपरा के वादन में जितने प्रकार के वाद्ययंत्र हैं, सभी का मंदिर प्रांगण में वादन होगा। इनमें उत्तर प्रदेश का पखावज, बांसुरी, ढोलक, कर्नाटक का वीणा, महाराष्ट्र का सुंदरी, पंजाब का अलगोजा, ओडिशा का मर्दल, मध्यप्रदेश का संतूर, मणिपुर का पुंग, असम का नगाड़ा और काली, छत्तीसगढ़ का तंबूरा, बिहार का पखावज, दिल्ली की शहनाई, राजस्थान का रावणहत्था, बंगाल का श्रीखोल, सरोद, आंध्र का घटम, झारखंड का सितार, गुजरात का संतार, तमिलनाडु का नागस्वरम,तविल, मृदंग और उत्तराखंड का हुड़का, ऐसे वाद्ययंत्रों का वादन करने वाले अच्छे से अच्छे वादकों का चयन किया गया है। ये वादन ऐसे समय में चलेगा जब प्राण प्रतिष्ठा का मंत्रोच्चार और देश के नेतृत्व का उद्बोधन नहीं हो रहा होगा। महत्वपूर्ण की बात ये है कि ऐसे श्रेष्ठ लोग यहां स्वयं प्रेरणा से आ रहे हैं।


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100 मंचों पर सांस्कृतिक शोभायात्रा के सारथी बन रहे 2500 लोक कलाकार

- सीएम योगी के निर्देश पर प्रधानमंत्री के भव्य स्वागत में जुटा संस्कृति विभाग

- डमरू वादन, मयूर लोक नृत्य, शंख वादन से पुनः होगा दिव्यतम-भव्यतम स्वागत


अयोध्या, 21 जनवरीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 30 दिसंबर 2023 को रामनगरी आए थे तो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उनका अभूतपूर्व स्वागत किया गया। 22 जनवरी 2024 को वह अद्भुत क्षण होगा, जिसका 500 वर्षों से इंतजार था, लिहाजा आयोजन भी दिव्यतम होगा। इसे देखते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने इसे भव्यतम बनाने का निर्देश दिया है। प्रधानमंत्री के स्वागत को लेकर उप्र संस्कृति विभाग ने सारी तैयारी कर ली है। संस्कृति विभाग द्वारा तैयार किया गए 100 मंचों पर 2500 लोक कलाकार सांस्कृतिक शोभायात्रा के सारथी बनेंगे और नृत्य-गायन-वादन की अनेक विधाओं के जरिए कलियुग की अयोध्या में त्रेतायुग सा दीदार कराएंगे।

22 जनवरी को 100 मंच पर होंगे 2500 कलाकार


रामनगरी में 22 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गरिमामयी उपस्थिति में रामलला अपने दिव्य-भव्य मंदिर में विराजमान होंगे। प्रधानमंत्री के आगमन पर उनका भव्य स्वागत होगा। यहां 100 मंचों पर 2500 कलाकार भव्य सांस्कृतिक शोभायात्रा के सारथी बनेंगे। 21 जनवरी को इसका पूर्वाभ्यास भी किया गया। 100 स्थानों पर कलाकार भारतीय संस्कृति की खुशबू अपनी प्रस्तुति से बिखरेंगे।



इनमें एयरपोर्ट के गेट नंबर-3 के सामने, गुरुदेव पैलेस के सामने, दिशा कोचिंग के सामने, जीवन साथी मैरिज लॉन, साकेत पुरी मोड़, महोबरा ब्रिज से पहले और बाद, महेश योगी रामायण के सामने, सूर्या पैलेस होटल, मल्टीलेवल पार्किंग जानकी रसोई, साकेत पेट्रोल पंप, धर्मपथ से लता चौक की तरफ, लता चौक से श्रीराम पथ की तरफ, रामजन्मभूमि गेट नंबर-एक के सामने, अरुंधति कॉम्पलेक्स से एलईडी वॉल के बगल में टेढ़ी बाजार चौराहे तक, साकेत डिग्री कॉलेज के गेट नंबर-1 के सामने, सर्किट हाउस गेट के बगल में, रामपथ प्रारंभ, पराग डेयरी, श्रीराम मंदिर गेट से लता चौक की तरफ, होटल राजा राम पैलेस समेत 100 मंचों पर कार्यक्रम होगा।

रामनगरी में यूपी की विविध दिखेगा पूरा उत्तर प्रदेश


रामनगरी में सिर्फ अवध ही नहीं, बल्कि पूरा उत्तर प्रदेश नजर आएगा। वाराणसी के मोहित चौरसिया, राजेश उपाध्याय, दीपक शर्मा डमरू वादन से जहां रामनगरी में काशी की महिमा के जरिए अपने सांसद का स्वागत करेंगे तो अयोध्या के राजीव लोचन मिश्र शंख वादन से अतिथि देवो भवः की परंपरा का साक्षात्कार कराएंगे। गाजीपुर के सल्टू राम, संजय कुमार, आजमगढ़ के सुनील कुमार, मुन्ना लाल मंचों पर धोबिया लोकनृत्य की बहार बहाएंगे। गोरखपुर के छेदी यादव, रामज्ञान, विंध्याचल आजाद फरुआही नृत्य से माटी की खुशबू बिखरेंगे तो गोरखपुर की ही सुगम सिंह शेखावत व राकेश कुमार टीम के साथ वनटांगिया जनजातीय लोकनृत्य का दीदार कराएंगी। लखनऊ की जूही कुमारी अवधी, मानसी विष्ट उत्तरांचल के नृत्य से अभ्यागतों का स्वागत करेंगे। मथुरा के खजान सिंह व महिपाल बम रसिया तो राजेश शर्मा-मणिका, माधव आचार्य, गीतकृष्ण शर्मा मयूर लोकनृत्य से ब्रज की खुशबू से अवध को महकाएंगे। झांसी के प्रदीप सिंह भदौरिया की टीम राई लोकनृत्य प्रस्तुत करेगी। सोनभद्र के कतवारू मादल वादन तो महेंदर् कर्मा आदिवासी नृत्य पेश करेंगे।


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  • रामलला हो रहे विराजमान, देश भर के बड़े मंदिरों में हो रहा गुणगान

  • प्राण प्रतिष्ठा के पहले राममय हुए काशी विश्वनाथ, सालासर बालाजी धाम, महाकालेश्वर उज्जैन जैसे पौराणिक मंदिरों के सोशल मीडिया हैंडल

  • मंदिरों के एक्स हैंडल से साझा की जा रहीं श्रीराम लला विग्रह एवं नव्य राम मंदिर की तस्वीरें, राम भक्तों से दीपोत्सव और भजन कीर्तन करने की अपील

अयोध्या, 21 जनवरी। श्रीरामलला की प्राण प्रतिष्ठा का समय जैसे-जैसे नजदीक आ रहा है वैसे-वैसे सिर्फ रामभक्तों में ही नहीं, बल्कि देश भर के पौराणिक महत्व वाले मंदिरों में भी उत्सव की तैयारियां हो रही हैं। 22 जनवरी को इस उत्सव से पहले विभिन्न पौराणिक मंदिरों की ओर से भगवान राम का गुणगान करते हुए भक्तों से इस दिन दीपोत्सव, भजन-कीर्तन एवं श्रीराम साधना की अपील की गई है। उल्लेखनीय है कि सीएम योगी और पीएम मोदी भी इस आयोजन से पहले लोगों से अपने करीब के मंदिरों में साफ सफाई और राम संकीर्तन की अपील कर चुके हैं। साथ ही सभी से आग्रह किया गया है कि लोग अपने घरों में दीपोत्सव के माध्यम से राम ज्योति अवश्य प्रज्ज्वलित करें।

500 वर्षों के बाद आई वो घड़ी


सालासर बालाजी धाम मंदिर के एक्स हैंडल से पूरे देश को इस नई दीपावली की शुभकामनाएं दी गईं। हैंडल से किए गए पोस्ट में कहा गया है कि 500 वर्षों से जिस घड़ी का हम सब को इंतजार था वो आ गई है। अपने प्रभु के दर्शन हो गए हैं। प्रभु अपने सिंहासन पर विराजमान हो गए हैं। आज हर एक रामभगत 'जय श्री राम'लिखकर प्रभु को समर्पित करे। इसी तरह, श्री महाकालेश्वर उज्जैन के एक्स हैंडल से श्रीरामलला की छवि को पोस्ट करते हुए उनके दर्शनों का वर्णन किया गया है। वहीं, केदारनाथ टेंपल श्राइन बोर्ड की ओर से प्राण प्रतिष्ठा किए जाने वाले श्रीरामलला के विग्रह की तस्वीर साझा करते हुए लिखा गया है मेरे राघव। एक अन्य पोस्ट में 500 वर्षों की प्रतीक्षा का जिक्र किया गया है तो एक पोस्ट में छवि साझा करते हुए कहा गया है प्रथम दर्शन बालस्वरूप भगवान।

धूमधाम से उत्सव मनाने की अपील


काशी विश्वनाथ मंदिर के ऑफिशियल हैंडल से सभी रामभक्तों को 22 जनवरी को होने जा रहे प्राण प्रतिष्ठा के ऐतिहासिक अवसर के लिए बधाई दी गई है। साथ ही अपील की गई है कि सभी देशवासी इस उत्सव को धूमधाम से मनाएं। आस पड़ोस के मंदिरों में साफ सफाई कर भजन कीर्तन करने और सूर्यास्त के बाद सामूहिक रूप से दीपक जलाकर दीपोत्सव मनाने का आग्रह किया गया है। मंदिरों के अतिरिक्त मंदिरों से जुड़े विभिन्न हैंडल्स से भी उत्सव की अपील की गई है। 12 ज्योतिर्लिंग ऑफ महादेव के अकाउंट से श्रीरामलला के भव्य मंदिर की तस्वीर साझा की गई और लिखा गया कि श्रीरामलला के स्वागत हेतु श्रीरामजन्मभूमि फूलों से सुसज्जित हो रही है। वहीं, भगवत गीता की ओर से श्रीरामलला के विग्रह की छवि साझा करते हुए फॉलोअर्स से अपील की गई है कि क्या हम इस ऐतिहासिक छवि को लेकर जय श्री राम के 1008 कमेंट्स कर सकते हैं। इस पोस्ट को लाइक और रीशेयर करने का भी आग्रह किया गया है।

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अयोध्या का सैटेलाइट व्यू भी सामने आया है, जिसमें मंदिर परिसर और पास में बहती सरयू नदी भी नजर आ रही है। दरअसल, इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन यानी ISRO ने सैटेलाइट व्यू की कुछ तस्वीरें शेयर की है, जो काफी तेजी से वायरल हो रही है।

हैदराबाद में राष्ट्रीय रिमोट सेंसिंग सेंटर के जरिए ये तस्वीरें जुटाई गई हैं। राम मंदिर स्पष्ट रूप से दिखाई देने के लिए रिमोट सेंसिंग कृत्रिम सैटेलाइट से ली गई फोटो को तकनीक की मदद से बड़ा किया गया है। सैटेलाइट तस्वीरों में राम मंदिर के पास पुनर्विकसित दशरथ महल और सरयू नदी भी देखी जा सकती है।




प्राण प्रतिष्ठा पर रामनगरी में होंगे समूचे भारत के दर्शन


मालिनी अवस्थी-कन्हैया मित्तल सरीखे कलाकारों से सुरमयी होगी सांझ

राम की पैड़ी पर होगी लेजर शो व इको फ्रेंडली आतिशबाजी

आंध्र प्रदेश, राजस्थान, हिमाचल की संस्कृति का भी आज अयोध्या में होगा दीदार


अयोध्या, 21 जनवरी। आखिरकार 22 जनवरी की वह तिथि आ ही गई, जिसका इंतजार 500 वर्षों से था। इस तिथि पर समूची रामनगरी को सजाने के लिए सीएम योगी आदित्यनाथ ने खुद ही सारी व्यवस्था की कमान संभाली और निरंतर निरीक्षण कर अभूतपूर्व आयोजन का निर्देश भी दिया। अब 22 जनवरी को रामनगरी में समूचे भारत के दर्शन होंगे। संस्कृति मंत्रालय के क्षेत्रीय सांस्कृतिक केंद्रों के 200 कलाकारों द्वारा सांस्कृतिक प्रस्तुतियां होंगी। इनमें यहां आंध्र प्रदेश, सिक्किम, हिमाचल प्रदेश, तेलंगाना, राजस्थान, मेजबान उत्तर प्रदेश की झलक प्रस्तुत होगी। वहीं मालिनी अवस्थी- कन्हैया मित्तल सरीखे कलाकार भी सुरमयी सांझ सजाएंगे। राम की पैड़ी पर इको फ्रेंडली आतिशाबाजी व लेजर शो भी होगा।

राम की पैड़ी पर होगी लेजर शो व इको फ्रेंडली आतिशबाजी

22 जनवरी को प्राण-प्रतिष्ठा के उपरांत अनेक आयोजन होंगे। शाम छह बजे से श्रीराम भारती कला केंद्र की तरफ से रामकथा पार्क में रामलीला होगी। वहीं पर्यटन विभाग के तत्वावधान में शाम 6.30 बजे से सात बजे तक राम की पैड़ी पर सरयू आरती होगी। सात बजे तक यहीं प्रोजेक्शन शो का आयोजन किया गया है। शाम साढ़े सात से 7.45 तक राम की पैड़ी पर लेजर शो होगा। इसके पश्चात इको फ्रेंडली आतिशबाजी का नजारा प्रस्तुत किया जाएगा।

मालिनी अवस्थी, कन्हैया मित्तल के कार्यक्रमों से सुरमयी होगी सांझ

रामनगरी में प्राण-प्रतिष्ठा की सांझ पद्मश्री मालिनी अवस्थी तथा कन्हैया मित्तल सरीखे कलाकारों से सुरमयी होगी। तुलसी उद्यान पर रात्रि 8 से 9 बजे तक मालिनी अवस्थी का कार्यक्रम होगा। इसी अवधि में कन्हैया मित्तल रामकथा पार्क में प्रस्तुति देंगे। तुलसी उद्यान में शाम सात से आठ बजे तक उज्जैन के शर्मा बंधु भजनों की सुर गंगा में डुबकी लगाएंगे। इसी अवधि में राम कथा पार्क नागपुर के वाटेकर सिस्टर्स की प्रस्तुति होगी। प्रतिदिन की भांति सुबह 10.30 से भजन संध्या स्थल पर देवकीनंदन ठाकुर की श्रीरामकथा होगी।

क्षेत्रीय सांस्कृतिक केंद्रों के 200 कलाकार देंगे प्रस्तुतियां

उप्र के विभिन्न अंचलों के लोकनृत्यों के कलाकारों के साथ ही संस्कृति मंत्रालय के क्षेत्रीय सांस्कृतिक केंद्रों के 200 कलाकारों की तरफ से अयोध्या के 100 चिह्नित स्थलों पर सांस्कृतिक शोत्रायात्रा होगी। इसमें हिमाचल प्रदेश, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, राजस्थान समेत कई राज्यों के कलाकार भी हिस्सा लेंगे।

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