लखनऊ, 1 दिसंबर 2023 : विधानसभा में शुक्रवार को अनुपूरक बजट पर चर्चा के दौरान नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर चौतरफा हमला बोला। उन्होंने सरकार पर व्यंग्य करते हुए कहा कि इनका नारा तो विकास का है, लेकिन काम सारे विनाश के हैं। सरकार के पास विजन नहीं है, पैसा होने के बावजूद काम नहीं हो रहे हैं। इस सरकार ने जो कहा वह कभी किया नहीं। जब सरकार मूल बजट खर्च नहीं कर पा रही है तो आखिरकार अनुपूरक बजट क्यों? करीब 63 प्रतिशत धनराशि खर्च नहीं हुई है। सबसे महत्वपूर्ण विभाग लोक निर्माण विभाग है उसमें अभी भी 65 प्रतिशत धनराशि बची हुई है।
सपा मुखिया ने एक घंटा 10 मिनट के भाषण में वन ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी, स्मार्ट सिटी, स्वास्थ्य, सड़क, एक्सप्रेसवे, निराश्रित पशु, बिजली, मेट्रो, धान खरीद, किसानों की समस्या, महंगाई, कानून-व्यवस्था, जातीय जनगणना, 69 हजार शिक्षक भर्ती सहित कई मुद्दों पर सरकार को घेरा।
अखिलेश बोले- डींगें मारने में ये सरकार सबसे आगे
कहा कि डींगें मारने में ये सरकार सबसे आगे हैं। लोगों को स्मार्ट सिटी का सपना दिखाया था। क्या इस बजट में स्मार्ट सिटी के लिए कुछ धनराशि दी गई है? मुझे तो यह लगता है कि पांच वर्ष का पहला कार्यकाल और लगभग दो और वर्ष पूरे होने जा रहे हैं, सरकार खुद महसूस कर गई है कि अब वो स्मार्ट सिटी नहीं बना सकती है। जब मुख्य बजट से विकास नहीं हुआ तो इस अनुपूरक बजट से कौन सा विकास हो जाएगा?
अखिलेश ने कहा कि इस सरकार ने एक भी जिला अस्पताल नहीं बनाया, जिसमें गरीबों को पूरा इलाज मिल जाए। सरकार ने न तो नया बनाया और न ही पुराने अस्पतालों में सुधार किया। सरकारी अस्पतालों को बर्बाद जरूर किया, इसी का परिणाम है कि गरीब को मजबूरी में प्राइवेट अस्पताल में जाना पड़ रहा है। सपा अध्यक्ष ने व्यंग्य करते हुए कहा कि सड़कों में गड्ढे हैं गड्ढों में सड़क है, सरकार ऐतिहासिक लूट कर रही है। उन्होंने जितिन प्रसाद का नाम लिए बगैर कहा कि पीडब्ल्यूडी विभाग में मंत्री बनने के बाद तुरंत खेल हो गया, ये तो कहो सरकार की नजर पड़ गई तो थोड़ा बहुत बचा होगा। सरकार बताए कि आप सड़कों की मरम्मत और गड्ढा मुक्ति के लिए कितना पैसा खर्च कर रहे हैं।
सपा अध्यक्ष ने कहा कि यह सरकार कहती थी कि समाजवादी सरकार में बनाया गया आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे घाटे का है। आज नेता सदन बताएं कि उनके पूर्वांचल और बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे घाटे का है कि फायदे का है। सरकार ने इन दोनों एक्सप्रेसवे के लिए भी पैसा मांगा है। यानी आपने प्रधानमंत्री से आधे-अधूरे एक्सप्रेसवे का उद्घाटन करा दिया। गोवंश आज भूखे मर रहे हैं क्योंकि गोशालाओं के नाम पर सरकार में सिर्फ भ्रष्टाचार हो रहा है, केवल लूट हो रही है। इसको चलाने वाले लोग भाजपा से जुड़े लोग हैं और अधिकारी मिलकर चारा पानी तक खा पी जा रहे हैं। बाजारों में सांड, सड़कों पर सांड, खेतों में सांड, किसानों की कितनी जान अब तक इनकी वजह से जा चुकी है।
'मुख्यमंत्री अपने यहां क्यों नहीं बना पा रहे मेट्रो?'
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि सात वर्ष पूरे होने वाले है बताइए केंद्र से उत्तर प्रदेश को कितना बिजली का कोटा बढ़कर मिला है। जो मेट्रो चल रही है सब समाजवादियों की देन है। मुख्यमंत्री जी आप अपने यहां तो मेट्रो बना लीजिए। वहां क्यों नहीं बना रहे? झांसी वाले भी मेट्रो का इंतजार कर रहे हैं। लखनऊ में सात वर्ष में एक भी किलोमीटर मेट्रो आगे नहीं बढ़ पाई।
धान खरीद पर सरकार को घेरते हुए कहा कि जो यहां पर खेती करने वाले लोग हैं अगर कहीं धान खरीदा गया हो तो बता दीजिए। जहां पर धान खरीद हो रही है वहां पर सीसीटीवी कैमरा क्यों नहीं लगाते हैं। आप पारदर्शिता क्यों नहीं चाहते हैं, क्यों कुछ ही लोगों से पूरा धन खरीदना चाहते हैं? सरकार ने किसानों की एक भी मंडी नहीं बनाई। इस बजट में किसानों के लिए क्या है? 41 मजदूर जो फंसे थे उनकी जान बची और उनको बचाने में जो-जो एजेंसी थी उनको बधाई, उनका धन्यवाद। लेकिन सबसे ज्यादा धन्यवाद और बधाई उन मजदूरों को जो रैट माइनर्स हैं, जो उस पाइप में घुसकर गए और उन्हें बचाकर लेकर आए। ट्रिलियन डालर इकोनामी का सपना दिखाने वाले, बड़ी-बड़ी डींगे हाकने वाले लोग क्या उन परिवारों की मदद नहीं करेंगे आप।
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