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यूपी के मुखिया ने संभाली 'अपने नेताओं' की चुनावी कमान - Loksabha Election 2024



80 को आधार बनाने कई सीटों पर तीन से अधिक बार पहुंचे योगी


'अबकी बार-400 पार' का आधार बनेंगी उत्तर प्रदेश की लोकसभा सीटें


वाराणसी में आठ, गोरखपुर में सात और लखनऊ में पांच से अधिक रैली, रोड शो कर संभाला था मोर्चा


वाराणसी में कई कार्यक्रमों में सीएम ने प्रधानमंत्री संग आमजन से किया संवाद तो राजनाथ के लिए लखनऊ में भी मांगे वोट


'श्रीराम' के लिए मेरठ में किए चार कार्यक्रम, डेढ़ दर्जन से अधिक लोकसभाओं में तीन या उससे अधिक बार पहुंचे योगी


कई नए प्रत्याशियों के पक्ष में धुआंधार रैली कर कमल खिलाने की योगी की अपील यूपी में होगी कारगर


लखनऊ, 3 जूनः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह उत्तर प्रदेश से चुनकर देश का नेतृत्व करते हैं। इनके कंधों पर अपनी संसदीय सीटों के साथ ही पूरे देश के राजग प्रत्याशियों को जिताने का दारोमदार रहा। ऐसे में उत्तर प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने 'अपने नेता' प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की सीटों पर उनके साथ व अकेले भी कई बार पहुंचकर मतदाताओं से संवाद स्थापित किया। यहीं नहीं, अपनी गृह सीट गोरखपुर में भी योगी आदित्यनाथ ने सात से अधिक रैली, कार्यक्रम व रोड शो किया। इसके साथ ही नए प्रत्याशियों के लिए भी सीएम योगी ने कई-कई बार मतदाताओं से संवाद स्थापित कर 'अबकी बार-400 पार' के लिए 80 को आधार बनाने की अपील की।


वाराणसी में आठ और लखनऊ में पांच चुनावी कार्यक्रम में शामिल हुए योगी


यूपी के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने वाराणसी में आठ चुनावी कार्यक्रमों में हिस्सा लिया। इसमें से अधिकांश में प्रधानमंत्री व काशी के सांसद नरेंद्र मोदी खुद भी शामिल रहे। सीएम ने 3 अप्रैल को वाराणसी लोकसभा चुनाव संचालन समिति की बैठक की। पीएम संग 13 मई को रोड शो, 14 मई को कार्यकर्ता सम्मेलन, 14 मई को नामांकन, 21 मई को नारी वंदन सम्मेलन में सीएम भी शामिल हुए। सीएम ने 25 मई व 27 मई को जनसभा की और 27 मई को ही वाराणसी के अधिवक्ता से संवाद स्थापित किया। लखनऊ के सांसद व रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह संग योगी आदित्यनाथ ने नामांकन से पहले 29 अप्रैल को रोड शो किया। इसके अलावा सीएम 14 मई, 15 मई, 16 मई, 17 मई को विभिन्न जनसभाओं में भी शामिल हुए। गोरखपुर से भाजपा सांसद व प्रत्याशी रवि किशन के लिए भी सीएम योगी ने मतदाताओं से संवाद स्थापित किया। गोरखपुर में 4 अप्रैल को लोकसभा चुनाव संचालन समिति की बैठक की। 10 मई को नामांकन सभा, 24 मई, 26 मई, 28 मई, 29 मई जनसभा की और 29 मई को यूपी का आखिरी चुनावी कार्यक्रम रोड शो भी सीएम योगी ने गोरखपुर में ही किया।


रामनगरी और 'श्रीराम' के लिए भी मतदाताओं से संवाद स्थापित किया


लोकसभा चुनाव-2024 में सीएम योगी आदित्यनाथ 'श्रीराम' और रामनगरी भी योगी आदित्यनाथ के केंद्र में रही। निरंतर अयोध्या में विकास कार्यों का निरीक्षण करने,साधु-संतों से भेंट करने के साथ ही नियमित रूप से रामलला व हनुमानगढ़ी दरबार भी पहुंचते हैं। फैजाबाद लोकसभा सीट के मतदाता भारतीय जनता पार्टी से भावनात्मक लगाव रखते हैं। इस सीट पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रोड शो भी किया था। इसमें सीएम योगी भी शामिल रहे। इसके साथ ही दो अन्य जनसभाओं के माध्यम से सीएम योगी ने मतदाताओं से अपील कर कमल के पक्ष में रिकॉर्ड बनाने की अपील की। वहीं रामायण धारावाहिक के 'श्रीराम' यानी अरुण गोविल के समर्थन में भी सीएम योगी ने मेरठ लोकसभा सीट के लिए कई बार पहुंचकर प्रचार किया। अपने चुनाव कार्यक्रम के पहले दिन (27 मार्च) को सीएम ने यहां प्रबुद्ध सम्मेलन किया तो 31 को पीएम नरेंद्र मोदी संग चौधरी चरण सिंह गौरव सम्मान समारोह में शामिल हुए। मेरठ लोकसभा सीट के लिए सीएम ने 18 अप्रैल को जनसभा और 23 अप्रैल को अभूतपूर्व रोड शो भी किया।


नए प्रत्याशियों के साथ ही 2019 की हारी सीटों को भी योगी ने खूब मथा


जिन सीटों पर नए प्रत्याशियों के लिए भाजपा ने दांव लगाया। उनमें से हाथरस, मैनपुरी, मेरठ, बागपत, गाजियाबाद, बदायूं आदि सीटें ऐसी रहीं, जहां सीएम योगी तीन या उससे अधिक बार प्रचार करने पहुंचे। हाथरस से अनूप प्रधान, मैनपुरी से जयवीर सिंह, मेरठ से अरुण गोविल, बागपत से एनडीए के राजकुमार सांगवान, गाजियाबाद से अतुल गर्ग और बदायूं से दुर्विजय सिंह शाक्य इस बार मैदान में हैं। इन नए प्रत्याशियों के लिए भी योगी ने खूब पसीना बहाया। वहीं 2019 में हारी अमरोहा और सहारनपुर सीटों पर भी सीएम योगी आमजन के बीच पहुंचे। मतदाताओं ने विकास के बलबूते कमल खिलाने के प्रति आश्वस्त किया।


 


राम नाम के आधार के साथ योगी ने निभाई गोरक्षपीठाधीश्वर की भी भूमिका


- चुनाव प्रचार में भी अपने धार्मिक कर्तव्यों को नहीं भूले योगी


- उत्तराखंड से लेकर काशी तक के मंदिरों और मठों में नयावा शीश


- रुद्राभिषेक और गोसेवा कर बटोरा पुण्य, बजरंगबली के दरबार में की मंगल कामना


- गोरखनाथ मंदिर की व्यवस्थाओं का भी लेते रहे जायजा


- अपने दादा गुरुओं के आशीष संग बीजेपी के लिए चुनावी रण में डटे रहे योगी


लखनऊ, 03 जून। 'फिर एक बार मोदी सरकार' और 'अबकी बार 400 पार के लक्ष्य' को फलीभूत करने के लिए पिछले दो माह से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मैराथन चुनावी रैलियां यूपी सहित विभिन्न राज्यों में इतिहास लिखने जा रही हैं। सीएम योगी ने दो माह से भी ज्यादा लंबे दौर तक चले चुनावी कार्यक्रमों की डबल सेंचुरी लगाने के साथ ही उन्होंने अपने धार्मिक कर्तव्यों का भी बखूबी निर्वहन किया। इस दौरान उन्होंने उत्तराखंड से लेकर काशी और कोलकाता तक विभिन्न मठ-मंदिरों में शीश नवाया। वहीं गोरक्षनाथ पीठाधीश्वर के दायित्वों को भी उन्होंने बखूबी निभाया।


इन मंदिरों में मुख्यमंत्री ने किया दर्शन पूजन


पूरे चुनाव प्रचार अभियान के दौरान अपनी हर जनसभा को प्रभु श्रीराम के चरणों में समर्पित करने वाले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपनी चुनावी यात्रा की शुरुआत में मथुरा स्थित कृष्ण जन्मभूमि मंदिर में हाजिरी लगाकर पूरे प्रचार अभियान में जोश भर दिया। सीएम योगी ने सबसे अधिक काशी विश्वनाथ मंदिर में हाजिरी लगाई। चुनावी अभियान के दौरान उन्होंने वाराणसी में ही काल भैरव मंदिर, संकट मोचन मंदिर के साथ ही कच्चा बाबा मंदिर और संत मत अनुयायियों के सर्वाधिक पावन गढ़वाघाट आश्रम में भी मत्था टेका। सीएम योगी इसके अलावा बलरामपुर में शक्तिपीठ मंदिर मां पाटेश्वरी देवी के मंदिर में विधि-विधान से दर्शन-पूवन किया, तो वहीं रायबरेली में बालेश्वर महादेव के मंदिर में भी वह शीश नवाने पहुंचे। वहीं अयोध्या में प्रधानमंत्री मोदी के साथ उन्होंने रोड शो की शुरुआत श्रीरामलला के दर्शन करके की तो झांसी में भी सीएम ने अपने रोड शो की शुरुआत बजरंगबली के दरबार में हाजिरी लगाकर की। इसी प्रकार उत्तराखंड के श्रीनगर में उन्होंने पवित्र गोरखनाथ गुफा और भैरवनाथ के दर्शन किये। वहीं पश्चिम बंगाल के चुनावी दौरे के दौरान सीएम योगी बीरभूम जिले में स्थित भारत सेवाश्रम संघ के आश्रम पहुंचे और मत्था टेका।


गोरक्षनाथ पीठ के महंत के दायित्वों का भी किया बखूबी निर्वहन


मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इसके साथ ही विभिन्न धार्मिक अनुष्ठानों को भी संपादित करते रहे। उन्होंने अक्षय तृतीया पर गोरखनाथ मंदिर में जहां रुद्राभिषेक कर विजयश्री की कामना की, वहीं हनुमान जयंती के अवसर पर गोरखनाथ मंदिर में दोनों हनुमत विग्रहों के दर्शन कर सर्वमंगल की कामना की। सीएम योगी इसके साथ ही गोरक्षनाथ मठ के महंत के रूप में भी अपने दायित्वों से पीछे नहीं हटे। चुनाव प्रचार के बेहत व्यस्त शेड्यूल के बीच उन्हें जब भी मौका मिला वह गोरखपुर पहुंचकर मठ द्वारा संचालित व्यवस्थाओं का जायजा लेते रहे और मठ से जुड़े जिम्मेदार लोगों को जरूरी दिशा-निर्देश भी देते रहे। इसके साथ ही गोपूजन और गोसेवा पहले की तरह ही उनके नियमित दिनचर्या के अंग बने रहे। अपने दादा गुरुओं के आशीष के साथ सीएम योगी ने 200 से अधिक चुनावी कार्यक्रमों को बिना थके, बिना रुके भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशियों के लिए पूरे जोश के साथ संपन्न किया।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की उत्तर प्रदेश में तीन व उससे अधिक चुनावी कार्यक्रम


1- सहारनपुर- 28 मार्च को प्रबुद्ध सम्मेलन, 6 अप्रैल को जनसभा, 12 अप्रैल, 16 को रोड शो


2- कैराना (शामली)- 28 मार्च को प्रबुद्ध सम्मेलन, 12 अप्रैल, 16 अप्रैल


3- अमरोहा- 29 मार्च प्रबुद्ध सम्मेलन, 9 अप्रैल को हापुड़ में जनसभा, 19 को जनसभा, 23 अप्रैल


4- मेरठ- 27 मार्च प्रबुद्ध सम्मेलन, 31 को चौधरी चरण सिंह गौरव सम्मान समारोह, 18 अप्रैल जनसभा, 23 अप्रैल रोड शो


5- बागपत- 5 अप्रैल विजय शंखनाद रैली, 19 अप्रैल, 23 अप्रैल


6- गाजियाबाद- 27 मार्च प्रबुद्ध सम्मेलन, छह अप्रैल को रोड शो, 18 अप्रैल


7- बदायूं- 2 अप्रैल को प्रबुद्ध सम्मेलन, 28 अप्रैल जनसभा, 3 मई जनसभा


8- हाथरस-1 अप्रैल प्रबुद्ध सम्मेलन, 27 अप्रैल जनसभा, 22 अप्रैल को अलीगढ़ की जनसभा से पीएम संग यहां के प्रत्याशी के लिए वोट


9- कन्नौज- 4 मई, इटावा से 5 मई को पीएम संग की अपील, 11 मई


10- लखनऊ- 29 अप्रैल को रोड शो, 14 मई, 15 मई, 16 मई, 17 मई


11-फैजाबाद- 14 मई, 17 मई, 5 मई पीएम संग रोड शो


12- डुमरियागंज- 21 मई, 22 मई को पीएम संग बस्ती की रैली से अपील, 22 मई


13-आजमगढ- 16 मई को लालगंज से ही पीएम संग निरहुआ के लिए अपील, 19 मई, 21 मई


14-वाराणसी- 3 अप्रैल को लोकसभा चुनाव संचालन समिति की बैठक, 13 मई रोड शो, 14 मई को कार्यकर्ता सम्मेलन, 14 मई को नामांकन, 21 मई को नारी वंदन सम्मेलन, 25 मई को जनसभा, 27 मई को जनसभा, 27 मई को अधिवक्ता सम्मेलन


15- गोरखपुर- 4 अप्रैल को लोकसभा चुनाव संचालन समिति की बैठक, 10 मई नामांकन सभा, 24 मई, 26 मई, 28 मई, 29 मई जनसभा, 29 मई रोड शो


16- आगरा- 3 अप्रैल प्रबुद्ध सम्मेलन, 25 अप्रैल, 28 अप्रैल जनसभा


17- मैनपुरी- 25 अप्रैल, 2 मई को रोड शो, 5 मई को इटावा में पीएम संग रैली कर अपील की


18- आंवला- 2 अप्रैल को प्रबुद्ध सम्मेलन कर आंवला प्रत्याशी के लिए मांगा वोट, 28 अप्रैल जनसभा, 3 मई जनसभा


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