लखनऊ, 7 दिसंबर 2023 : जमीयत उलमा-ए-हिंद के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी ने गुरुवार को कहा कि जो मस्जिद, मंदिर तोड़कर बनाई जाए वह इस्लाम में मस्जिद स्वीकार नहीं है। जहां तक अयोध्या की बात है तो सुप्रीम कोर्ट ने यह नहीं माना है कि राम मंदिर तोड़कर बाबरी मस्जिद बनी थी।
आस्था की बुनियाद पर यह जमीन दूसरे पक्ष को दी गई है। हम तो 70 वर्षों से केवल इस बात की लड़ाई न्यायालय में लड़ रहे थे कि यह बाबरी मस्जिद है इसे मंदिर तोड़कर नहीं बनाया गया है।
उन्होंने कहा कि जो इल्जाम बाबर पर लगे थे कि उसने राम मंदिर तोड़कर बाबरी मस्जिद बना ली आज वही इल्जाम मौजूद लोगों पर लग गए हैं कि उन्होंने मस्जिद तोड़कर राम मंदिर बना लिया। सुप्रीम कोर्ट का निर्णय आने के बाद बाबर तो इस इल्जाम से बरी हो गया।
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