लखनऊ, 4 मई 2022 : समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीयअध्यक्ष अखिलेश यादव नेसीएम योगी आदित्यनाथकी ओर सेबिजली विभाग मेंसुधार को लेकरदिए गए आदेशपर तंज कसाहै। उन्होंने कहाहै कि पांचसाल सरकार चलानेके बाद अबसरकार के दिमागकी बत्ती जलीहै। उन्होंने निजीकरणका आरोप लगातेहुए यह भीकहा कि भ्रष्टाचारसे सांठगांठ केअंत से हीसुधार संभव है।
सपा चीफअखिलेश यादव नेबुधवार सुबह ट्वीटकर कहा कि 'उत्तर प्रदेश में पांचसाल सरकार चलानेके बाद अबसरकार के दिमागकी बत्ती जलीकि बिजली विभागमें 'व्यापक सुधार' की जरूरत है।बिजली विभाग केनिजीकरण पर उतारूसरकार ये बताएकि जब उनकेहाथ में नियंत्रणही नहीं होगातो सुधार लागूकैसे होंगे। भ्रष्टाचारसे सांठगांठ काअंत ही हरसुधार का मूलहै।'
दरअसल, सीएम योगीआदित्यनाथ ने पिछलेदिनों प्रदेशभर मेंरोस्टर के मुताबिकनिर्बाध बिजली का आदेशदेते हुए बिजलीविभाग में व्यापाकसुधार करने कोकहा था। उनकास्पष्ट तौर परमानना है किऊर्जा क्षेत्र मेंसुधार की व्यापकआवश्यकता है। उन्होंनेऊर्जा मंत्री सेविभागीय कार्यप्रणाली की गहनसमीक्षा कर हरस्तर पर व्यापकबदलाव करने केलिए कहा है।निर्देश दिया किभविष्य की ऊर्जाजरूरतों को ध्यानमें रखकर कार्ययोजनाबनाई जाए।
सीएम योगीआदित्यनाथ ने भीषणगर्मी में प्रदेशवासियोंको तय शेड्यूलके मुताबिक बिजलीआपूर्ति सुनिश्चित करने केभी निर्देश दिएहैं। योगी नेबिलिंग व्यवस्था सुधारने केसाथ ही बिजलीके बकाए कीवसूली के लिएएक मुश्त समाधानयोजना लागू करनेको भी कहाहै। उच्च स्तरीयबैठक में मुख्यमंत्रीने डिस्काम केघाटे पर चिंताजाहिर करते हुएकहा कि राज्यके ऊर्जा क्षेत्रमें बड़े पैमानेपर सुधार करनेकी जरूरत है।
सीएम योगीआदित्यनाथ ने ऊर्जामंत्री एके शर्मासे कहा किसुधार के लिएठोस कार्य योजनातैयार की जाए।डिस्काम को घाटेसे उबारने केसाथ ही प्रदेशवासियोंको न्यूनतम दरोंपर बिजली उपलब्धकराई जाए। मुख्यमंत्रीने कहा किप्रदेश के सभी 75 जिलों में शेड्यूलके मुताबिक निर्बाधबिजली आपूर्ति केलिए हर संभवइंतजाम किए जाएं।केंद्र सरकार हमें पूरीमदद कर रहीहै। उन्होंने कहाकि तापीय परियोजनाओंमें पर्याप्त कोयलेके लिए खदानोंसे परियोजना तककोयले की ढुलाईरेल के साथ-साथ सड़कमार्ग से भीकराई जाए।
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