लखनऊ, 29 मार्च 2022 : मुख्तार अंसारी पर गैंगस्टर का मुकदमा कराने के बाद पुलिस ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। उसके गैंग के सदस्यों की गिरफ्तारी के लिए तीन पुलिस टीमें गठित की गई हैं। सरगना मुख्तार सहित इस गैंग में कुल 13 सदस्य है। इनमें से तीन जेल में निरुद्ध हैं, जबकि शेष पकड़ से दूर हैं। इनमें मऊ, गाजीपुर, प्रयागराज और लखनऊ के सदस्य शामिल हैं। इन आरोपितों की संपत्ति को गैंगस्टर एक्ट के 14 (1) के अंतर्गत चिन्हित कर जब्तीकरण की कार्रवाई की जाएगी।
गाजीपुर जिले के मोहम्मदाबाद के यूसुफपुर के मूल निवासी व मऊ के पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। बहुचर्चित एंबुलेंस प्रकरण में मुख्तार पर गैंगस्टर का मुकदमा लिखा गया है। गिरोह के सभी 12 सदस्याें को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा था। इनमें मुख्तार पहले से बांदा जेल में निरुद्ध है, जबकि अन्य सदस्यों में गाजीपुर के मोहम्मदाबाद के अफरोज खां उर्फ चुन्नू और सदर रोड निवासी जफर उर्फ चंदा ही जेल में हैं।
शेष दस आरोपित मऊ जिले बलियामऊ मोड़ पर स्थित श्याम संजीवनी अस्पताल एंड रिसर्च सेंटर की संचालिका डा. अलका राय, डा. शेषनाथ राय, थाना सराय लखंसी के अहिरौली का राजनाथ यादव, ग्राम सरवां का आनंद यादव, गाजीपुर जिले के मोहम्मदाबाद के मंगलबाजार यूसुफपुर का सुरेंद्र शर्मा, सैदपुर बाजार मुहल्ला रौजा का मो. शाहिद, फिरोज कुरैशी, सलीम, प्रयागराज के थाना करेली के वसिहाबाद सदियापुर का मो. सुहैब मुजाहिद और लखनऊ के वजीरगंज थाना के लारी हाता कालोनी का मो. जाफरी उर्फ शाहिद बाहर हैं। इन दसों की अब गैंगस्टर मुकदमे में गिरफ्तारी की जाएगी।
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