लोकतंत्र के महापर्व में सभी योद्धाओं और उनकी सेनाओं, सेनापतियों ने अपनी पूरी ताकत झोंक रखी है। इस लोकयुद्ध के प्रथम चरण में 21 राज्यों की 102 लोकसभा सीटों पर गुप्त मतदान होगा। कुल 1626 प्रत्याशियों की की किस्मत का फैसला भारत की जनता अपने मतप्रयोग के द्वारा करेगी।
इस चरण में आठ केंद्रीय मंत्री, दो पूर्व मुख्यमंत्री और एक पूर्व राज्यपाल की किस्मत दांव पर है।
19 अप्रैल को उत्तर प्रदेश की आठ, राजस्थान की 13, मध्य प्रदेश की छह, असम की पांच, बिहार की चार, महाराष्ट्र की पांच, जम्मू-कश्मीर और छत्तीसगढ़ की एक-एक, मेघालय और अरुणाचल प्रदेश की दो-दो, त्रिपुरा की एक, उत्तराखंड की छह, तमिलनाडु की 39, पश्चिम बंगाल की तीन, सिक्किम, नगालैंड, अंडमान और निकोबार, मिजोरम, पुडुचेरी, मणिपुर और लक्षद्वीप में मतदान होगा।
पहले चरण में सहारनपुर कैराना मुजफ्फरनगर बिजनौर नगीना (अनुसूचित जाति) मुरादाबाद रामपुर और पीलीभीत लोकसभा क्षेत्रों में चुनाव होगा। पश्चिमी उप्र और रूहेलखंड की इन आठ सीटों पर 19 अप्रैल को सुबह सात से शाम छह बजे तक मतदान होगा। इस चरण में चुनाव मैदान में उतरे 80 प्रत्याशियों के भाग्य का निर्णय 14401543 मतदाता करेंगे।
अठारहवीं लोकसभा के चुनाव के पहले चरण के लिए चुनाव प्रचार की अवधि बुधवार शाम छह बजे समाप्त हो गई। इसी के साथ पहले चरण के आठ लोकसभा क्षेत्रों में चुनाव प्रचार का शोरगुल थम गया।
पहले चरण में सहारनपुर, कैराना, मुजफ्फरनगर, बिजनौर, नगीना (अनुसूचित जाति), मुरादाबाद, रामपुर और पीलीभीत लोकसभा क्षेत्रों में चुनाव होगा। पश्चिमी उप्र और रूहेलखंड की इन आठ सीटों पर 19 अप्रैल को सुबह सात से शाम छह बजे तक मतदान होगा। इस चरण में चुनाव मैदान में उतरे 80 प्रत्याशियों के भाग्य का निर्णय 1,44,01,543 मतदाता करेंगे।
प्रथम चरण का चुनाव कई राजनीतिक शख्सियतों की साख का इम्तिहान लेगा। इनमें केंद्रीय राज्य मंत्री संजीव बालियान, योगी सरकार में लोक निर्माण मंत्री जितिन प्रसाद, कैराना से भाजपा सांसद प्रदीप चौधरी, बिजनौर से एनडीए (रालोद) प्रत्याशी के रूप में उतरे मीरापुर के रालोद विधायक चंदन चौहान और नगीना से बतौर भाजपा प्रत्याशी ताल ठोंक रहे नहटौर के विधायक ओम कुमार शामिल हैं।
बालियान मुजफ्फरनगर से लगातार तीसरी बार लोकसभा जाने की तैयारी में जुटे हैं तो जितिन को भाजपा ने पीलीभीत से प्रत्याशी बनाया है। इस चरण में राजनीतिक घरानों का दमखम भी परखा जाएगा।
कैराना के चर्चित हसन परिवार की बेटी इकरा हसन इस सीट से बतौर सपा उम्मीदवार चुनाव जीतकर लोकसभा में पहुंचती हैं या नहीं, इस पर निगाहें लगी हैं। सहारनपुर के काजी परिवार से ताल्लुक रखने वाले इमरान मसूद पिछले दो लोकसभा चुनावों में मिली हार के बाद तीसरे प्रयास में संसद में दाखिल होते हैं या नहीं, यह भी कौतूहल का विषय है। पिछले लोकसभा चुनाव में पहले चरण की आठ सीटों में से चार भाजपा, तीन बसपा और एक सपा ने जीती थी।
पहले चरण में चुनाव प्रचार के आखिरी दिन सभी राजनीतिक दलों ने अपने प्रत्याशियों के लिए जनसमर्थन जुटाने में पूरी ताकत झोंकी। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी ने मुजफ्फरनगर व बिजनौर, महिला कल्याण मंत्री बेबी रानी मौर्य ने मुजफ्फरनगर, माध्यमिक शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) गुलाब देवी ने बिजनौर, समाज कल्याण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) असीम अरुण ने शामली, राज्य मंत्री सुरेश राही, दिनेश खटीक और विजयलक्ष्मी गौतम ने मुरादाबाद तथा राज्यसभा सदस्य बृजलाल ने सहारनपुर में विभिन्न चुनावी कार्यक्रमों में शिरकत कर भाजपा प्रत्याशियों के पक्ष में प्रचार का मोर्चा संभाला।
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बिजनौर और मुरादाबाद में जनसभाएं कीं। इससे पहले अखिलेश यादव ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के साथ गाजियाबाद में संयुक्त प्रेस वार्ता की। बुधवार को कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने सहारनपुर में रोड शो किया।
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