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कोरोना में बेसहारा बच्चों से बोले सीएम योगी, मन लगाकर पढ़िए...हर मुश्किल में हम साथ


गोरखपुर, 30 मई 2022 : 'आप सभी मन लगाकर पढ़िए और कामयाब बनिए। किसी प्रकार की चिंता करने की जरूरत नहीं है। हर मुश्किल में हम आपके साथ खड़े हैं।' कोरोना काल में बेसहारा हुए बच्चों को गोरखनाथ मंदिर में उनके उपयोग की सामग्री देते हुए मुख्यमंत्री ने यह भरोसा दिलाया तो बच्चों का आत्मविश्वास बढ़ गया। बच्चों ने मुख्यमंत्री को विश्वास दिलाया कि वे पूरी मेहनत से पढ़ाई करेंगे और कामयाब इंसान बनेंगे।

पीएम मोदी ने किया बच्‍चों से संवाद

बच्चों के लिए पीएम केयर्स योजना की वर्षगांठ पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कोरोना काल में बेसहारा हुए बच्चों से संवाद किया। प्रधानमंत्री ने बच्चों को हौसला दिया कि वे उनके साथ हैं। इस कार्यक्रम से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी आनलाइन जुड़े थे। उनके साथ गोरखपुर के 11 बेसहारा बच्चे भी कार्यक्रम से जुड़े। इनमें से तीन बच्चे इफकत अजीज, रोशन पासवान एवं तान्या 18 साल की उम्र पूरी कर चुके हैं, वे मुख्यमंत्री के साथ बेठेे थे। 18 साल से कम उम्र के आठ बच्चों को दूसरे कमरे से जोड़ा गया था, जिससे उनकी पहचान उजागर न होने पाए। प्रधानमंत्री की वर्चुअल मौजूदगी के बीच मुख्यमंत्री ने इफकत अजीज, रोशन व तान्या को उनके सहयोग के लिए किट प्रदान किया। किट प्रदान करने के साथ ही मुख्यमंत्री ने बच्चों का नाम एवं उनका हालचाल भी पूछा। उन्होंने कहा कि किसी को घबराने की जरूरत नहीं है, केंद्र एवं राज्य सरकार उनके साथ है।

बच्चों को प्रदान किया गया किट

यह भारत सरकार के महिला एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा भेजा गया था। इस किट में बच्चों के नाम प्रधानमंत्री का पत्र, प्रमाण पत्र के रूप में प्रधानमंत्री द्वारा भेजा गया स्नेह पत्र, पीएम केयर के तहत मिलने वाली धनराशि के लिए डाकघर में जिलाधिकारी के अभिभावकत्व में खोले गए खाता का पासबुक एवं आयुष्मान गोल्डेन कार्ड प्रदान किया गया। 18 साल की उम्र पूरी कर चुके बच्चों के खाते में 10 लाख रुपये जमा किए गए। इससे कम उम्र के बच्चों के खाते में उनकी उम्र के अनुसार धनराशि इस अनुपात में जमा हुई है, जिससे 18 साल पूरा होने पर 10 लाख रुपये हो जाएं। जो बच्चे वयस्क हो चुके हैं वे 23 साल की उम्र तक यानी पांच साल हर महीने ब्याज भी प्राप्त कर सकेंगे।

इस समय ब्याज हर महीने 5500 रुपये बन रहे हैं। इसके अतिरिक्त मुख्यमंत्री ने जिला प्राेबेशन कार्यालय की ओर से उपलब्ध कराए गए स्कूल बैग, जेमेट्री बाक्स, पेंसिल बाक्स, टिफिन, थर्मस आदि भी प्रदान किया। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम के दौरान उपस्थित जिलाधिकारी विजय किरन आनंद और जिला प्रोबेशन अधिकारी सर्वजीत सिंह को निर्देशित किया कि इन बच्चों को कोई परेशानी नहीं होनी चाहिए। गोरखपुर के आयुक्त सभागार में जनप्रतिनिधियों ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का संबोधन सुना।

पीएम केयर्स योजना से प्रदेश के 441 बच्चों को मिला लाभ

पीएम केयर्स योजना का लाभ प्रदेश के कुल 441 बच्चों को मिला है। जो बच्चे कक्षा एक से 12 तक में अध्ययनरत हैं, उसे पढ़ाई के लिए 20 हजार रुपये की वार्षिक छात्रवृत्ति भी दी जाएगी। पात्र बच्चों को केंद्र सरकार के आवासीय विद्यालयों में शिक्षा व्यवस्था कराई जाएगी।

कोरोना काल में अनाथ हुए 16260 बच्चों का सहारा बनी योगी सरकार

कोरोना काल में अपने माता-पिता या दोनों में से किसी एक को खोने वाले प्रदेश के 16 हजार 260 बच्चों का सहारा योगी सरकार बनी है। इनमें गोरखपुर जिले के 714 बच्चे शामिल हैं। मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के तहत प्रदेश के ऐसे 11 हजार 49 तथा गोरखपुर के 575 ऐसे बच्चों को प्रतिमाह चार 4000 रुपये दिए जा रहे हैं, जो कोरोना काल में अनाथ हुए हैं। जबकि राज्य में मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना (सामान्य) के अंतर्गत पांच हजार 211 और गोरखपुर के 139 बच्चों को प्रतिमाह 2500 रुपये दिए जा रहे हैं, जिनके माता पिता दोनों या किसी एक की मृत्यु कोरोना काल में किसी अन्य कारणों से हुई। गोरखपुर में कोरोना काल में बेसहारा हुए और कक्षा नौ या इससे ऊपर की कक्षा में पढ़ाई करने वाले 116 बच्चों को सरकार लैपटाप भी प्रदान कर चुकी है।

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