गोरखपुर, 30 मई 2022 : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी केमार्गदर्शन में लागूहुई राष्ट्रीय शिक्षानीति की प्रशंसाकरते हुए मुख्यमंत्रीयोगी आदित्यनाथ नेकहा कि एकसाथ दो डिग्रीलेने की सुविधायुवाओं के लिएवरदान है। नईशिक्षा नीति लागूहोने से मुक्तविश्वविद्यालयों का नकेवल महत्व बढ़ाबल्कि बीते दोवर्षों में उसकीमहत्ता को भीसभी ने स्वीकारकिया। दो दिवसीयदौरे के पहलेदिन मुख्यमंत्री नेउत्तर प्रदेश राजर्षिटंडन मुक्त विश्वविद्यालयके गोरखपुर क्षेत्रीयभवन का शिलान्यासकरने के साथसंतकबीर नगर केमगहर और गीताप्रेसमें राष्ट्रपति केआगमन की तैयारियोंका निरीक्षण भीकिया।
कोरोना काल मेंकारगर साबित हुईआनलाइन व्यवस्था
तारामंडल के कारपोरेटपार्क में आयोजितशिलान्यास कार्यक्रम में प्रधानमंत्रीके डिजिटल इंडियाअभियान की चर्चाकरते हुए कोसीएम योगी नेकहा कि कोरोनाकाल में यहपरिकल्पना बेहद कारगरसाबित हुई। आनलाइनशिक्षा ने देशकी पढ़ाई व्यवस्थाको बाधित नहींहोने दिया। जोलोग पहले डिजिटलइंडिया की बातपर हंसते थे, आज उस क्रांतिका प्रभाव देखरहे हैं। कल्याणकारीयोजनाओं की धनराशिअब डीबीटी (डायरेक्टबेनीफिट ट्रांसफर) के माध्यमसे सीधे बैंकखाते में पहुंचरही है।
स्किल इंडिया मिशनको आगे बढ़ानेमें मुक्त विश्वविद्यालयउपयोगी साबित हो
प्रधानमंत्री के स्किलइंडिया मिशन कीवजह से आजके युवा परिवारपर बोझ नहींबल्कि स्वावलंबन काआधार हैं। इसमिशन को आगेबढ़ाने में मुक्तविश्वविद्यालय उपयोगी साबित होसकते हैं। मुख्यमंत्रीने कहा किअगले वर्ष राजर्षिटंडन मुक्त विश्वविद्यालयजब अपनी स्थापनाका रजत जयंतीवर्ष मनाएगा तबतक गोरखपुर केक्षेत्रीय केंद्र का भवनबनकर तैयार होजाएगा। कुलपति प्रो. सीमासिह ने विश्वविद्यालयके प्रारूप औरउपलब्धियों की जानकारीदेते हुए बतायाकि 1998 में स्थापितइस मुक्त विश्वविद्यालयके 12 क्षेत्रीय केंद्रोंके जरिये 1200 सेअधिक अध्ययन केंद्रमें 137 पाठ्यक्रम संचालित होरहे हैं।
मुख्यमंत्री ने राजर्षिटंडन को कियानमन
सीएम योगीने कहा किइस मुक्त विश्वविद्यालयका नामकरण जिसमहापुरुष के नामपर है वहराजर्षि टंडन, स्वतंत्रता आंदोलनकि अग्रणी पंक्तिमें शामिल रहे।राजर्षि टंडन कीस्मृतियों को भीनमन करते हुएउन्होंने कहा किहिंदी के अनन्यउपासक राजर्षि टंडनआजादी के बादभी समाज सेवाव शिक्षा केप्रसार के लिएसमर्पित रहे।
गीताप्रेस की प्रतिष्ठाके अनुरूप होस्वागत
मुख्यमंत्रीनेराष्ट्रपतिरामनाथकोविन्दकेआगमनकोलेकरचलरहीतैयारियोंकाभीजायजालिया।दोपहरएकबजेसंतकबीरकीनिर्वाणस्थलीमगहरपहुंचेयोगीनेकहाकिमगहरमेंराष्ट्रपतिकाआगमनसौभाग्यकीबातहै।कबीरस्थलीपरउनकाभव्यस्वागतहोनाचाहिए।संतकबीरकीसमाधिपरश्रद्धासुमनअर्पितकरनेकेबादयोगीनेअधिकारियोंकेसाथसमीक्षाबैठककरतैयारियोंकोलेकरनिर्देशदिए।गीताप्रेसमेंभीमुख्यमंत्रीनेराष्ट्रपतिकेकार्यक्रमोंकोलेकरचलरहीतैयारियोंकीबिंदुवारसमीक्षाकी।कहाकिगीताप्रेसधार्मिक-आध्यात्मिकपुस्तकोंकेप्रकाशनकीविश्वप्रतिष्ठितसंस्थाहै, ऐसेमेंराष्ट्रपतिकाकार्यक्रमभीइसीप्रतिष्ठाकेअनुरूपसंपन्नहोनाचाहिए
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