लखनऊ, 30 जुलाई 2022 : उत्तर प्रदेश की विद्युत वितरण प्रणाली तथा बिजली के कनेक्शन देने के विद्युत विभाग के प्रयास को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जमकर सराहा है। शनिवार को सीएम योगी आदित्यनाथ ने लोकभवन में बिजली महोत्सव एवं ऊर्जा दिवस के अवसर पर 17 पारेषण/ वितरणउपकेन्द्रों का लोकार्पण एवं शिलान्यास भी किया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उज्ज्वल भारत के उज्ज्वल भविष्य को ध्यान में रखकर बिजली महोत्सव एवं ऊर्जा दिवस पर आयोजित आज के इस कार्यक्रम में ऊर्जा विभाग के की 2,723.20 करोड़ रुपए की लागत की परियोजनाओं का लोकार्पण तथा शिलान्यास संपन्न हुआ है। मुझे विश्वास है कि पावर कारपोरेशन शिलान्यास की गई परियोजनाओं को समयबद्ध ढंग से पूरा करेगा। जिन जनप्रतिनिधियों के प्रस्ताव व जिन जनपदों की आवश्यकता के अनुरूप ये परियोजनाएं आज पूरी हुई हैं उन सभी को मैं हृदय से बधाई देता हूं।
प्रदेश में बिजली वितरण में भेदभाव दूर
सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस अवसर पर कहा कि हमने प्रदेश में बिजली वितरण में भेदभाव दूर किया है। आज बिजली के लिए कोई भी जिला वीआइपी नहीं है। पहले तो सिर्फ चार वीआइपी जिला में 24 घंटा बिजली आती थी। अब तो सभी जिलों को बिना भेदभाव बिजली मिल रही है।
§ जनपद मुख्यालय में 23 से 24 घंटे विद्युत की आपूर्ति
§ तहसील मुख्यालयों में 20 से 22 घंटे विद्युत की आपूर्ति
§ ग्रामीण क्षेत्रों में 16 से 18 घंटे की विद्युत की आपूर्ति
'हर घर बिजली' एक बड़ा कदम
मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले तो यह बहुत सारे लोगों के लिए आश्चर्य का विषय था। हमने आज प्रदेश में पारेषण वितरण तथा उपकेन्द्रों का लोकार्पण एवं शिलान्यास करने के साथ ही 'हर घर बिजली' के लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में एक बड़ा कदम भी आगे बढ़ाया है। आज तो प्रदेश में कोई वीआईपी जनपद नहीं है, बल्कि प्रदेश का हर जनपद, हर गांव वीआईपी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में विगत पांच वर्ष के दौरान उत्तर प्रदेश ने ऊर्जा क्षेत्र में एक लंबी छलांग लगाई है। पहले प्रदेश के एक लाख 21 हजार से अधिक गांव/मजरों में विद्युत आपूर्ति नहीं थी।
§ विद्युतीकरण के साथ 1.43 करोड़ परिवारों को नि:शुल्क विद्युत कनेक्शन
§ ऊर्जा क्षेत्र की आत्मनिर्भरता के लिए उत्तर प्रदेश प्रतिबद्ध
§ उत्तर प्रदेश में हर घर बिजली, निर्बाध बिजली का सपना हो पूरा
पूरा प्रदेश एक ग्रिड से जुड़ चुका
कार्यक्रम में ऊर्जा एवं अतिरिक्त ऊर्जा स्रोत मंत्री अरविंद कुमार शर्मा ने बताया कि पांच वर्ष में देश भर में एक करोड़ 43 लाख बिजली कनेक्शन दिए गए। इसमें आधा हिस्सा अकेले उत्तर प्रदेश को मिला है। बिजली वितरण की चुनौतियों की चर्चा करते हुए उन्होंने बताया कि आज पूरा प्रदेश एक ग्रिड से जुड़ चुका है। आज मध्य प्रदेश बिजली भेजना हो या मेघालय में निर्यात करना हो, हम सक्षम हैं। मंत्री अरविंद शर्मा ने बताया कि आजादी के बाद से 2017 तक प्रदेश में बिजली की कुल उत्पादन क्षमता 6000 मेगावाट की थी। योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में 5200 मेगावाट की क्षमता और बढ़ाई है। यानी 60 साल में जितनी क्षमता थी, उतनी अकेले पांच वर्ष में सीएम योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में बढाई गई। मंत्री अरविंद शर्मा ने इस वर्ष भी बिजली दरों में कोई बढ़ोतरी न होने के लिए मुख्यमंत्री जी के प्रति आभार जताया। कार्यक्रम में विभागीय राज्य मंत्री डॉ. सोमेंद्र तोमर ने भी विचार रखे। बिजली महोत्सव के इस कार्यक्रम से प्रदेश के सभी 75 जिलों की वर्चुअल सहभागिता भी रही।
नवलोकर्पित पारेषण/वितरण उप केन्द्र
रसड़ा (बलिया)
बबीना (झांसी)
मलवां (फतेहपुर)
अयोध्या
अजीजपुर (शाहजहांपुर)
दुल्हीपार (संतकबीरनगर)
मान्धाता (प्रतापगढ़)
बिलोचपुरा (बागपत)
मीरगंज (बरेली)
कैल्हा (चित्रकूट)
बागपत।
पांच नालेज पार्क
इकोटेक-8 व 10
जलपुरा, ग्रेटर नोएडा (गौतमबुद्ध नगर)
शोहरतगढ़ (सिद्धार्थनगर)।
प्रदेश के हर घर को रोशन करने के साथ पावर कॉरपरेशन के सामने विद्युत बिलिंग और कलेक्शन एफिशिएंसी को बढ़ाने की एक बड़ी चुनौती है। अब तो इस दिशा भी में काम किया जा रहा है। बिजली उत्पादन में प्रदेश आत्मनिर्भरता को प्राप्त करे, इस बड़े लक्ष्य के लिए सरकार ने कार्ययोजना बनाई है।
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