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कोरोना मरीजों के लिए कुछ इस तरह मददगार साबित हो रहे ज्योतिषाचार्य विभोर इंदुसुत

Writer: statetodaytvstatetodaytv

Updated: Aug 15, 2020



कोरोना यानि कोविड 19 का खौफ दुनिया भर में फैला हुआ है और तमाम सावधानियों के बावजूद लोग कोराना वायरस से संक्रमित हो रहे हैं। इस दौर में कोरोना मरीजों के लिए रामबाण साबित हो रही है विश्वविख्यात ज्योतिषाचार्य देवर्षि विभोर इंदुसुत की सलाह।


स्टेट टुडे ने अपनी पिछली सीरीज में भी पाठकों का परिचय ज्योतिषाचार्य विभोर इंदुसुत जी के ज्योतिषीय अद्भुत ज्ञान से कराया है।


सवाल उठता है कि आखिर ज्योतिषीय ज्ञान किस तरह कोरोना मरीजों की मदद कर पाता है तो आपकी जिज्ञासा को शांत करने के लिए बताते चलें कि भारतीय प्राचीन ज्योतिष , नवग्रहों और भारतीय प्राचीन चिकित्सा पद्धति आपस में एक दूसरे से काफी हद तक जुड़ हुए हैं। ज्योतिषी अगर विद्वान हो तो जन्मपत्रिका में लग्न की स्थिति और ग्रहों की दशा देखकर जातक को ये तक बता सकता है कि उसको किस तरह की बीमारियां हो सकती हैं। ज्योतिषाचार्य विभोर इंदुसुत जी के मुताबिक अपने लगभग ढाई दशक पुराने ज्योतिषीय करियर में उन्होंने पांच लाख से अधिक कुंडलियां देखी हैं और इस सबसे उत्पन्न अनुभव के आधार पर वे कुंडली देखते ही आकलन कर लेते हैं कि संबंधित व्यक्ति कोरोना हो सकता है या नहीं।


उनके मुताबिक कोरोना से पीड़ित कई व्यक्तियों की पॉजिटिव रिपोर्ट आने से पहले ही उन्होंने लक्षण मिलने पर संबंधित व्यक्तियों की जन्मकुंडली देखकर ही बता दिया कि उसकी कुंडली में कुछ पाप ग्रहों के चलते कोरोना होने के प्रबल योग हैं। ऐसे में कोरोना की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद इस बात की पुष्टि हुई कि कुंडली देखकर जो अनुमान लगाया जा रहा था वो बिल्कुल सच था ।


अब बात आती है कि व्यक्ति को कोरोनो होने पर उसे इलाज के साथ ही किस तरह से ज्योतिषीय उपायों से मदद दी जाए ताकि दवाई का असर जल्द हो तो इस संबंध में केस स्टडी सामने आई मुंबई निवासी कॉरपोरेट सेक्टर में प्रोफेशनल अमित की कुंडली से। दरअसल अमित की कुंडली में अष्टम भाव में नीच का मंगल और अन्य ग्रहों की स्थिति साफ संकेत दे रहे थे कि उनको कोरोना होने के न केवल प्रबल योग हैं बल्कि उनको कोरोना होने पर काफी गंभीर स्थिति का सामना करना पड़ेगा। अमित के पिता ने जब दिल्ली में रहने वाले अपने भतीजे की सलाह पर ज्योतिषाचार्य विभोर जी से टेलीफोनिक संपर्क किया तो विभोर जी को अमित के पिता से जानकारी मिली कि कोरोना के माइल्ड लक्षण मिलने पर अमित की कंपनी द्वारा उनको अस्पताल में भर्ती कराया गया है और डाक्टर ने काफी हल्के लक्षण बताकर जल्द ठीक होने की बात कही है लेकिन विभोर जी के मुताबिक अमित की कुंडली की ग्रह दशा देखकर पता चल रहा था कि उनकी तबियत उतनी सामान्य नहीं थी जितना डाक्टर उनके परिवार को बता रहे थे और यही नहीं एक बार काफी गंभीर लेवल पर पहुंचकर ही तबियत ठीक होने के योग थे जिसके लिए ज्योतिषीय उपायों का किया जाना बेहद जरुरी था।


विभोर जी ने अमित के पिता को महामृत्युंजय के सवा लाख जप पंडित से करवाने के साथ ही स्वयं भी घर में जप करने की सलाह दी और अमित के परिवार के कोरोन्टाइन होने के चलते अमित के दिल्ली में रहने वाले चचेरे भाई से पांच दिन तक पीड़ित ग्रहों से संबंधित वस्तुओं को दान करने को कहा । विभोर जी के बताये उपायों के बाद अमित का बॉडी सिस्टम जो कोई भी दवाई को डायजेस्ट नहीं कर रहा था, ने काम करना शुरु कर दिया और हाल ही में लिए गए सैंपल के बाद अमित की कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आई हालांकि डाक्टर्स ने अगली रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद अमित को कोरोना से लड़ाई पर विजय प्राप्त करने की बात कही है। अमित का केस तो सिर्फ एक उदाहरण है। बीते पांच महीनों मे सैंकडों मरीज जिनकी हालत कोरोना के चलते काफी खराब हो गई थी, ज्योतिषाचार्य विभोर इंदुसुत की सलाह मान कोरोना पर विजय प्राप्त कर चुके हैं।


विभोर इंदुसुत जी के मुताबिक किसी भी मरीज को कोरोना जैसी जानलेवा बीमारी होने पर हम उसकी कुंडली देखकर आकलन करते हैं कि किन पाप ग्रहों के चलते व्यक्ति पीड़ित हो रहा है। ऐसे में हम संबंधित ग्रहों को शांत करने के लिए उसके मुताबिक जप , तप , व्रत और दान करने की सलाह देते हैं ताकि मरीज को दवा के साथ दुआ भी जल्द असर करना शुरु कर दें।


टीम स्टेट टुडे



 
 
 

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