google.com, pub-3470501544538190, DIRECT, f08c47fec0942fa0
top of page
chandrapratapsingh

पांच राज्यों के चुनावों में हावी राम मंदिर और अनुच्छेद 370 जैसे राष्ट्रीय मुद्दे


नई दिल्ली, 23 जनवरी 2022 : यह सही है कि विधानसभा चुनावों में राज्य से संबंधित मुद्दे, समस्याएं, उम्मीदवार, नेतृत्व आदि लोगों के मत निर्धारण में प्रमुख कारक होते हैं, किंतु राष्ट्रीय मुद्दे प्रबल हों तो वे भी व्यापक स्तर पर लोगों की मानसिकता प्रभावित करते हैं। कई बार स्थानीय-प्रादेशिक मुद्दे इनके प्रभाव में हाशिये पर चले जाते हैं। इस बार भी पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव सिर्फ स्थानीय मुद्दों पर नहीं लड़े जा रहे हैं। जो लोग सामान्य मुद्दों यानी बेरोजगारी, कानून-व्यवस्था, सामाजिक-सांप्रदायिक समीकरण आदि तक ही अपना विश्लेषण सीमित रखते हैं, उनके निष्कर्षों में दोष इसी कारण होता है कि वे राष्ट्रीय मुद्दों के प्रभाव का सही आकलन नहीं कर पाते। चुनाव वाले सभी राज्यों में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एक प्रमुख चुनावी मुद्दे के रूप में विद्यमान हैं। योगी आदित्यनाथ मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश के हैं, लेकिन उत्तराखंड, पंजाब, मणिपुर और यहां तक कि गोवा में भी उनके वक्तव्य एवं कार्यों की चर्चा व्यापक तौर पर हो रही है। राष्ट्रीय सुरक्षा और आतंकवाद हर जगह लोगों के बीच बहस के विषय बने हुए हैं। चीन और पाकिस्तान के साथ तनाव तथा उसके अनुरूप केंद्र सरकार की नीतियों पर लोगों को बातें करते सुना जा रहा है। पंजाब के साथ उत्तराखंड और मणिपुर भी सीमाई राज्य हैं। यहां राष्ट्रीय सुरक्षा और पड़ोसी देशों के साथ संबंध का असर मतदान पर होगा।


अनेक ऐसे मुद्दे, जो राष्ट्र और केंद्र सरकार की नीतियों से संबंधित हैं, राज्यों के चुनाव में तैर रहे हैं। जैसे अनुच्छेद 370 का अंत जम्मू-कश्मीर से जुड़ा हुआ है, लेकिन उसकी प्रतिध्वनि पांचों राज्यों में सुनाई दे रही है। अनेक लोग यह कहते मिल जाएंगे कि भाई हमने तो सोचा भी नहीं था कि हमारे जीवन में अनुच्छेद 370 हट जाएगा, लेकिन हट गया तो जिसने हटाया, मेरा वोट तो उसी को जाएगा। इसी तरह 370 को गलतफहमी में मुसलमानों की अस्मिता से जोड़कर देखने वाले भी हैं। इस आधार पर वे भाजपा का विरोध कर रहे हैं। पंजाब में तो 370 गूंजता ही है, क्योंकि वह जम्मू-कश्मीर का पड़ोसी राज्य है। वहां राज्य के लिए विशेष अधिकार मांगने वाले भी हैं, पर वे यह भी कह रहे हैं कि जो भाजपा कश्मीर का विशेषाधिकार खत्म कर सकती है, वह हमें कहां से दे सकती है? इसी तरह के विचार आपको उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर में सुनने को मिल जाएंगे। जाहिर है 370 का मुद्दा भी छोटे बड़े अनुपात में मतदान प्रभावित करेगा। इसी तरह काशी विश्वनाथ धाम का पुनर्निर्माण सभी जगह लोगों के जेहन में है। बेशक उत्तर प्रदेश में व्यापक स्तर पर इसकी चर्चा है। उत्तराखंड और पंजाब यहां तक कि गोवा और मणिपुर में भी आपको कहीं-कहीं ऐसा कहने वाले मिल जाएंगे कि दूसरी सरकार होती तो काशी का ऐसा कायाकल्प नहीं होता।

14 views0 comments

Comments


bottom of page