लखनऊ, 29 दिसबंर 2021 : समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कानपुर में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कार्यक्रम के दौरान पुतला जलाने और कार में तोड़फोड़ करने वाले कार्यकर्ताओं को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया है। इस काण्ड में शामिल होने वाले सभी पांच लोगों को पार्टी से निष्काषित कर दिया गया है।
पार्टी की ओर से बुधवार को बताया गया कि राष्ट्रीय अध्यक्ष के निर्देश पर सचिन केसरवानी, अंकुर पटेल, अंकेश यादव, सुकान्त शर्मा और सुशील राजपूत को मंगलवार को कानपुर में हुई घटना में तथाकथित संलिप्तता के कारण समाजवादी पार्टी से निष्कासित कर दिया गया है।
इससे पहले इन सबका वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने इनको गिरफ्तार कर लिया था। पुलिस के मुताबिक पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है। समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने हमीरपुर सागर रोड पर प्रधानमंत्री के कार्यक्रम का विरोध करते हुए पुतला दहन किया। इसके बाद भाजपा के बैनर लगी ऑल्टो कार (यूपी85एके6774) पर पत्थरबाजी की। इसका वीडियो वायरल होने पर पुलिस ने हरकत में आते हुए आरोपियों की धड़पकड़ की।
अपर पुलिस आयुक्त आनन्द प्रकाश तिवारी ने बताया कि उस गाड़ी को भी बरामद कर लिया है। आठ लोगों को चिह्नित कर लिया है और बाकी बचे लोगों की गिरफ्तारी के प्रयास जारी है। जिस गाड़ी में तोड़फोड़ हुई, वह गाड़ी अंकुर पटेल नाम के शख्स की है, जो 2019 से 2020 तक समाजवादी पार्टी में पिछड़ा वर्ग के प्रकोष्ठ सचिव रहे हैं। सपा नेता ने खुद अपनी ही गाड़ी पर प्रधानमंत्री का पोस्टर लगाकर जमकर तोड़फोड़ की और आगजनी भी की। इसमें उनके साथ सपा के लोग भी शामिल थे। इन्होंने तोड़फोड़ और आगजनी का वीडियो रैली से ठीक पहले वायरल भी किया गया। वीडियो के जरिए भाजपा कार्यकर्ताओं को उकसाने की साजिश थी। रैली में आए लोगों को उग्र करने और रैली में हिंसा कराने की साजिश रची गई थी।
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