श्रीनगर, 20 फरवरी 2022: एलओसी के साथ सटे गुलाम गश्मीर के कई इलाकों में बड़ी संख्या में अफगानी सिमकार्ड सक्रिय हैं। सेना को गर्मियों तक इंतजार करना होगा क्योंकि ऐसा लग रहा है कि उस समय जम्मू-कश्मीर में घुसपैठ की कोशिश की जाएगी।
सेना की डैग्गर डिवीजन के जीओसी मेजर जनरल अजय चांदपुरिया ने बारामुला में पत्रकारों के सवालों के जवाब में बताया कि अफगानिस्तान से पाकिस्तान व गुलाम कश्मीर में लौटे आतंकियों की जम्मू-कश्मीर में घुसपैठ की आशंका पर कहा कि यह एक गंभीर चिंता का विषय है। हमारे पास उपलब्ध खुफिया सूचनाओं के अनुसार, गुलाम कश्मीर में अफगानी आतंकियों के अलावा तालिबान के साथ अमेरिकी फौज के खिलाफ लड़ने वाले जैश, अल-बदर और कई तालिबानी आतंकी भी बीते छह सात माह के दौरान नजर आए हैं। ये आतंकी अपने साथ अमेरिकी सैनिकों द्वारा छोड़े गए हथियारों के जखीरे का एक हिस्सा लेकर आए हैं। एलओसी के साथ सटे गुलाम कश्मीर के इलाकों में बड़ी संख्या में अफगानी सिमकार्ड सक्रिय हैं। इसलिए हमें गर्मियों तक इंतजार करना होगा, उसी समय पता चलेगा कि क्या यह जम्मू-कश्मीर में घुसपैठ करेंगे या नहीं।
लांचिंग पैड पर 100-150 आतंकी सक्रिय
उन्होंने बताया कि गुलाम कश्मीर में पाकिस्तानी सेना के नियंत्रण में चलने वाले लांचिंग पैड पर करीब 100-150 आतंकी हैं। कुछ ऐसे आतंकी ट्रेनिंग शिविर भी दोबारा शुरू हुए हैं जो तीन साल पहले बंद हुए थे। वादी में करीब 150-170 आतंकी ही सक्रिय हैं, इनमें करीब 50 पाकिस्तानी हैं। स्थानीय आतंकियों में हायब्रिड आतंकी भी हैं, जो नयी चुनौती हैं। स्थानीय आतंकियों की भर्ती में कमी आ रही है।
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