लखनऊ, 4 फरवरी 2022 : वर्ष 2012 के विधानसभा चुनाव में लखनऊ की सभी चार ग्रामीण सीटों को जीतने वाली समाजवादी पार्टी इस बार अपनों से ही घिर गई है। चारों ग्रामीण सीटों पर सपा के घोषित प्रत्याशियों के सामने पार्टी के ही पूर्व विधायक आ गए हैं। मोहनलालगंज से मौजूदा विधायक अम्ब्रीश पुष्कर का नामांकन के बाद टिकट कट गया। गुरुवार को पूर्व सांसद सुशीला सरोज इसी सीट से सपा के सिंबल पर नामांकन कर आईं। इसके अलावा मलिहाबाद से पूर्व विधायक इंदल रावत, बख्शी का तालाब से पूर्व विधायक राजेंद्र यादव और सरोजनीनगर से पूर्व मंत्री शारदा प्रताप शुक्ला ने सपा प्रत्याशियों के खिलाफ ही ताल ठोक दी है।
समाजवादी पार्टी ने 2017 के चुनाव में लखनऊ की एकमात्र मोहनलालगंज विधानसभा सीट जीती थी। पार्टी ने यहां से दावेदारों के कोई आवेदन भी नहीं मांगे थे। सपा ने मौजूदा विधायक अम्ब्रीश पुष्कर की घोषणा की, लेकिन नामांकन करने के अगले ही दिन मलिहाबाद से उम्मीदवार बनाई गई सुशीला सरोज को पार्टी ने मोहनलालगंज से लडऩे का सिंबल दे दिया। ऐसे में अम्ब्रीश पुष्कर अब निर्दलीय चुनाव लडऩे की तैयारी कर रहे हैं।
इसी तरह बख्शी का तालाब से सपा ने पूर्व विधायक गोमती यादव को उतारा है। इस सीट से सपा से दो बार के पूर्व विधायक राजेंद्र यादव ने गुरुवार को नामांकन करके इस सीट पर 2017 चुनाव जैसी स्थिति बना दी है। राजेंद्र यादव और गोमती यादव के बीच अब तक तीन बार आमना-सामना हुआ है। राजेंद्र यादव ने सपा से रहते हुए तब भाजपा के गोमती को 2002 में पराजित किया, जबकि 2007 में दोनों की लड़ाई में बसपा से नकुल दुबे जीते थे। गोमती यादव 2012 में सपा में आए तो राजेंद्र यादव ने चुनाव नहीं लड़ा। गोमती यादव के खिलाफ 2017 में राजेंद्र यादव ने लोकदल से पर्चा भरा। सपा से गोमती यादव तीसरे नंबर पर रहे जबकि चौथे नंबर पर आए राजेंद्र यादव ने 4283 वोट हासिल किए
मलिहाबाद सीट से इंदल रावत 2012 का चुनाव सपा से जीते थे, जबकि 2017 में पार्टी ने उनकी जगह राजबाला रावत को उतारा था। पूर्व विधायक इंदल रावत के दामाद विधायक गौरव रावत को सपा ने बाराबंकी से जैदपुर से दोबारा टिकट दिया है। इस पासी बहुत सीट पर सपा के सुरेंद्र कुमार उर्फ सोनू कनौजिया के सामने इंदल रावत ने कांग्रेस से नामांकन कर दिया है।
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