वाराणसी, 3 मार्च 2022 : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी गुरुवार को ऐढ़ में चुनावी जनसभा के बाद श्रीकशी विश्वनाथ मंदिर दर्शन करने पहुंचीं। ममता बनर्जी गोदौलिया द्वार से होते हुए उत्तरी द्वार होते हुए मंदिर पहुंचीं। बाबा शिखर दर्शन करेन के बाद ममता बाबा विश्वनाथ के गर्भ गृह में गईं। जहां मंदिर अर्चक श्रीकांत मिश्र ने षोडशोपचार पूजन कराया। ममता बाहर आकर मन्दिर परिसर स्थित पार्वती मां को नमन किया। इसके बाद ममता बनर्जी ज्ञानवापी कूप को देखा। इसके बाद अन्नपूर्णा माता को नमन कर एक साड़ी देवी को अर्पित की।
बनारस में कदम रखते ही भाजपा कार्यकर्ताओं का विरोध बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को नागवार लगा। इससे भाजपा पर उनका हमलावर रूख और भी सख्त हो गया। रिंग रोड किनारे ऐढ़े गांव में गुरुवार को आयोजित समाजवादी पार्टी गठबंधन के कार्यकर्ता सम्मेलन में वह भाजपा पर जमकर बरसीं। खुद को देवी दुर्गा की पुजारी बताते हुए भाजपा को चेताया। कहा, भाजपा जान ले, मैं डरने वाली नहीं। चाहे काफिला रोक कर विरोध करो, लाठी-डंडा व गोली चलाओ लेकिन मैं झुकूंगी नहीं। अंतिम सांस तक लड़ती रहूंगी। उन्होंने कहा कि विरोध का स्पष्ट संकेत है कि भाजपा हार रही है। उत्तर प्रदेश में सपा गठबंधन की सरकार बन रही। ऐसा हुआ तो वर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की भी गर्मी नहीं रहेगी। सरकार बदल जाएगी।
ममता ने कहा कि जब मैं गंगा आरती के लिए दशाश्वमेध घाट जा रही थी तो भाजपा के लोगों ने रास्ता रोक लिया। विरोध करने लगे। वाहन को धक्का दिया गया। वापस जाओ के नारे लगाए गए। गालियां दी गई। उन्होंने सोचा कि मैं डर जाऊंगी लेकिन मैं तो लड़ाकू हूं। लड़ते जीवन बीता है। मेरे पर लाठी-डंडा व गोली चलाई गई लेकिन मैं कभी नहीं झुकी। वाहन से मैं बाहर निकली और सड़क पर खड़ी हो गई। विरोध करने वालों की हिम्मत देख रही थी। मेरा शक सही निकला।
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