लखनऊ, 25 अप्रैल 2022 : एक दिन पहले केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी के बेटे आशीष के आत्मसमर्पण के बाद से हलचल तेज हो गई है। सोमवार को संयुक्त किसान मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी की अगुवाई में एक महत्वपूर्ण बैठक लखीमपुर के कलेक्ट्रेट में हुई। बैठक में एक स्वर से एक किसान नेताओं ने लखीमपुर खीरी हिंसा में दर्ज हुआ किसानों पर मुकदमा वापस लेने की मांग उठाई। किसान नेताओं ने यह भी कहा की वारदात के वक्त जो कुछ भी हुआ था वह एक क्रिया की प्रतिक्रिया थी। इस पर जिला प्रशासन ने उनको आश्वासन दिया है कि वह मोर्चे की इस मांग को उत्तर प्रदेश सरकार के पास प्रमुखता से भेजेंगे।
कलेक्ट्रेट सभागार में संयुक्त किसान मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष गुरनाम सिंह ने कहा की घटना वाले दिन बड़ी संख्या में किसान किसी का घर घेरने नहीं गए थे , कोई हमला नहीं कर रहे थे, वह रास्ते पर चल रहे थे , जब उन पर यह हमला हुआ और किसानों की मौत हुई। इसके जवाब में ही जो भी कुछ हुआ वह सब ने देखा । इसलिए किसानों पर इस तरह हत्या का मुकदमा दर्ज करना उचित नहीं है ।
राष्ट्रीय अध्यक्ष के इस सवाल पर जिलाधिकारी महेंद्र बहादुर सिंह ने कहा कि क्योंकि इस मामले की पूरी निगरानी देश की सर्वोच्च अदालत कर रही है इसलिए इस तरह का कोई भी निर्णय स्थानीय स्तर पर अब लिया जा पाना संभव नहीं है, अलबत्ता उनके इस मांग को उत्तर प्रदेश सरकार के पास प्रमुखता से पहुंचा दिया जाएगा क्योंकि अब निर्णय सरकार भी ले सकती है।
बैठक में किसानों ने गवाहों पर हो रहे हमले व केंद्रीय मंत्री को पद मुक्त करने की मांग भी उठाई। बैठक में कई राज्यों से आए किसान मौजूद थे जबकि जिलाधिकारी के अलावा पुलिस अधीक्षक संजीव सुमन, सीडीओ अनिल कुमार सिंह, एडीएम संजय कुमार सिंह अपर पुलिस अधीक्षक अरुण कुमार सिंह, सीओ संजय नाथ तिवारी समेत तमाम अधिकारी भी मौजूद रहे ।
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