बहराइच । हर साल 05 सितंबर को मनाया जाने वाला शिक्षक दिवस बहराइच जिले में बड़े धूम धाम के साथ मनाया गया। इस अवसर पर बहराइच की जिलाधिकारी मोनिका रानी ने कलेक्ट्रेट सभागार में बड़ी तादात में उपस्थित शिक्षकों को सम्मानित कर उनका मान बढ़ाया।
शिक्षक दिवस पर आयोजित शिक्षक सम्मान समारोह कार्यक्रम में शिक्षकों की भारी उपस्थिति देख कर बहराइच की जिलाधिकारी मोनिका रानी गदगद नज़र आयीं। उन्होंने अपने बीते हुए कल की कहानी अपनी जुबानी सुनाई और कहा कि माहौल देखकर पुरानी यादें ताज़ा हो गयी।
आपको बताते चलें कि बहराइच की जिलाधिकारी मोनिका रानी कलेक्टर बनने से पहले दिल्ली के एक सरकारी स्कूल में अध्यापिका थीं। मोनिका रानी मूलरूप से हरियाणा के गुरुग्राम की निवासी हैं।
DM मोनिका रानी ने शिक्षक दिवस पर कहा कि आज तो पुराने दिन याद आ गए....
शिक्षक दिवस पर बीते दिनों को याद कर आईएएस मोनिका रानी ने बताया कि उन्होंने 06 साल तक दिल्ली के सरकारी स्कूल में बच्चों को पढ़ाने का काम किया है। उन दिनों को याद करते हुए मोनिका रानी ने कहा कि वो गुरुग्राम के एक ग्रामीण इलाके से रोजाना दिल्ली के संगम विहार इलाके तक सफर करके स्कूल जाती थीं। जिसके लिये सुबह 04 बजे उठना, तैयार होना और फिर 07 बजे स्कूल पहुंचना। मोनिका रानी हमेशा स्कूल राइट टाइम पहुंचतीं। हांलांकि समय पर स्कूल पहुंचने की आदत के चलते कई बार भागमभाग भी रहती लेकिन जीवन में समयबद्धता की आदत में वो जिलाधिकारी बनने के बाद भी बखूबी निभाती हैं। आईएएस बनने के बाद भी मोनिका रानी ने अपना रूटीन नहीं बदला। आज भी मोनिका रानी सुबह 04 से 05 के बीच उठ जाती हैं।
शिक्षक दिवस पर बोलते हुए जिलाधिकारी मोनिका रानी ने कहा कि, आज वो जो भी हैं अपने शिक्षकों के कारण हैं। जिन्होंने हमको पढ़ाया, मैं उन सभी शिक्षकों के प्रति आभार प्रकट करती हूं एवं नमन करती हूं।
मोनिका रानी ने कहा कि हमारे यहाँ बहुत विभाग हैं। कोई सड़क बना रहा है, कोई पुल बना रहा है। चाहे सड़क बनाओ टूटेगी जरूर, पुल बनाओ क्षतिग्रस्त होगा जरूर, आप कुछ भी बना लीजिए वो क्षतिग्रस्त जरूर होगा लेकिन एक शिक्षक ही ऐसा है जो किसी बच्चे को अगर अच्छा बना देता है तो वो कभी क्षतिग्रस्त नहीं होता है। आपके जैसा विभाग कोई भी नही है।
जिलाधिकारी मोनिका रानी ने सभी को शिक्षक दिवस की बधाई देते हुए कहा कि शिक्षक द्वारा बच्चों के चरित्र निर्माण के लिए किया गया प्रयास कभी भी व्यर्थ नहीं जाता है। उन्होंने कहा कि अरबो-खरबों रूपये की लागत से निर्मित होने वाली परियोजनाएं एक न एक दिन नष्ट हो जाता है परन्तु शिक्षक द्वारा दिये गये संस्कार पीढ़ी दर पीढ़ी लोगों के लिए पथ प्रदर्शक बने रहते हैं। कार्यक्रम को सम्बोधित हुए डीएम ने अपने शिक्षक जीवनकाल के अनुभवों को साझा करते हुए शिक्षकों को गुणवत्तापरक शिक्षा प्रदान करने के लिए प्रेरित किया। इस अवसर पर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अव्यक्तराम तिवारी व अन्य विभागीय अधिकारी तथा बड़ी संख्या शिक्षक-शिक्षिकाएं मौजूद रहीं।
शिक्षक दिवस के मौके पर जिले की मुख्य विकास अधिकारी कविता मीणा, नानपारा विधायक राम निवास वर्मा, व विधान परिषद सदस्य प्रज्ञा त्रिपाठी सहित तमाम आला अधिकारी मौजूद रहे।
शिक्षक दिवस पर कलेक्ट्रेट सभागार में उपस्थित सभी शिक्षकों से अपील करते हुए डीएम मोनिका रानी ने कहा कि ऐसे बच्चे बनाइए जो आपका नाम रौशन करें।
टीम स्टेट टुडे
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