लखनऊ, 2 जून 2023 : उत्तर प्रदेश के आम को अंतरराष्ट्रीय पहचान दिलाने के प्रयासों की कड़ी में गुरुवार को औद्यानिक सहकारी विपणन संघ (हाफेड) और कृषि उत्पादन मंडी परिषद के सहयोग से मुंबई में आम की प्रदर्शनी एवं बायर-सेलर मीट का आयोजन किया गया। प्रदर्शनी में निर्यातकों के समक्ष दशहरी, चौसा, लगड़ा सहित आम की प्रमुख किस्में प्रदर्शित की गईं।
मैंगो बायर-सेलर मीट में बतौर मुख्य अतिथि उद्यान एवं कृषि निर्यात राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दिनेश प्रताप सिंह ने उपस्थिति दर्ज कराई। उद्यान मंत्री दिनेश प्रताप सिंह ने निर्यातकों और व्यापारियों से संवाद के दौरान बताया कि उत्तर प्रदेश में 48.07 लाख टन आम का उत्पादन होता है जो कि देश के कुल आम उत्पादन (279.25 लाख टन) का लगभग 23 प्रतिशत है।
उन्होंने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में उत्तर प्रदेश से सिंगापुर, मलेशिया, दुबई, ब्रिटेन आदि देशों को आम का निर्यात किया गया है। कहा, प्रदेश सरकार का प्रयास है कि उत्तर प्रदेश के ख्याति प्राप्त आम की प्रजातियां विदेशों के साथ-साथ महाराष्ट्र सहित दक्षिण भारत के राज्यों में उपभोक्ताओं के लिए उपलब्ध हों। उद्यान मंत्री ने कारोबारियों को आश्वस्त किया कि यदि उन्हें सरकार के स्तर पर किसी भी प्रकार के सहयोग की आवश्यकता होगी तो उसके लिए विभागीय अधिकारी हमेशा तत्पर रहेंगे।
कृषि उत्पादन मंडी परिषद के निदेशक अंजनी कुमार सिंह ने बताया कि लखनऊ के मलिहाबाद और सहारनपुर में पैक हाउस भी संचालित है। जहां आम की ग्रेडिंग, पैकिंग आदि की सुविधाएं उपलब्ध है। हाफेड के प्रबंध निदेशक अंजनी कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि हाफेड द्वारा उत्तर प्रदेश से आम के विपणन व निर्यात के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे है।
लगभग प्रत्येक वर्ष मुंबई, बेंगलुरू एवं हैदराबाद में आम की प्रदर्शनी लगाकर बड़े खरीदारों के साथ व्यापारिक समन्वय कराया जा रहा है। इस मौके पर एपीडा के उप महाप्रबंधक एनसी लोहाटे, मुंबई के एपीएमसी के अधिकारी, कृषि विपणन बोर्ड के एजीएम सतीश बागमारे एवं निर्यातक इकराम हुसैन, प्रकाश खक्कड़, नरेंद्र भाटिया, रोशन गुप्ता सहित अन्य उपस्थित थे।
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